यूरोप, यूएसए और कनाडा के उच्च बिजनेस स्कूलों ने किया एमिटी का भ्रमण
1 min readनोएडा, 26 सितम्बर।
एमिटी विश्वविद्यालय में प्रंबधन संस्थानों द्वारा प्रदान किये जा रहे शिक्षण, उद्यम प्रोत्साहन आदि की जानकारी प्राप्त करने के लिए यूरोप, यूएसए और कनाडा के 06 उच्च बिजनेस स्कूलों के 07 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने आज एमिटी विश्वविद्यालय का दौरा किया। इस प्रतिनिधिमंडल में बोकोनी स्कूल ऑफ मैनेजमेंट के हेड ऑफ रिक्रुटमेंट डा मारियों टाबारिनी, द जार्ज वाशिंगटन विश्वविद्यालय के रिक्रुटमेंट और एडमिशन के एस्सीटेंट डायरेक्टर सुश्री एलिजाबेथ ब्लांइडौअर, आईई बिजनेस स्कूल के एस्सीटेंट मैनेजिंग डायरेक्टर सुश्री नामिता थिट्टा, यॉर्क विश्वविद्यालय के शुलिच स्कूल ऑफ बिजनेस के मास्टर ऑफ अकांउटिंग के प्रोग्राम डायरेक्टर श्री शंकर त्रिवेदी,, सिराकस विश्वविद्यालय के ग्रेजुएट रिक्रुटमेंट के एस्सीटेंट डायरेक्टर सुश्री श्रीलक्ष्मी रामाकृष्णन, सीड ग्लोबल एजुकेशन के चीफ स्ट्रैटजी ऑफीसर श्री पारस पाटनानी, सीओओ श्री संजय धिंगरा शामिल थे। इस प्रतिनिधिमंडल का स्वागत एमिटी ग्रूप् वाइस चांसलर डा गुरिंदर सिंह और एमिटी विश्वविद्यालय के फैकल्टी ऑफ मैनेजमेंट ऑफ स्टडीज के डीन डा संजीव बंसल ने किया।
बोकोनी स्कूल ऑफ मैनेजमेंट के हेड ऑफ रिक्रुटमेंट डा मारियों टाबारिनी ने संबोधित करते हुए कहा कि बोकोनी विश्वविद्यालय एक प्रसिद्ध विश्वविद्यालय है जहां पर अर्थशास्त्र, वित्त, विधि, प्रबंधन, राजनितिक विज्ञान और कंप्यूटर साइंस आदि के क्षेत्र में शिक्षण प्रदान किया जाता है। हमारे यहां विश्व भर में बड़ी संख्या में अंर्तराष्ट्रीय छात्र आते है। हम विभिन्न विषयों में आपसी सहयोग पर कार्य करने पर विचार कर रहे है और बोकोनी विश्वविद्यालय द्वारा स्नातकोत्तर छात्रों को कई किस्म की छात्रवृत्ती प्रदान की जाती है।
द जार्ज वाशिंगटन विश्वविद्यालय के रिक्रुटमेंट और एडमिशन के एस्सीटेंट डायरेक्टर सुश्री एलिजाबेथ ब्लांइडौअर ने कहा कि द जार्ज वाशिंगटन विश्वविद्यालय और एमिटी विश्वविद्यालय के आपसी सहयोग से छात्रों को वैश्विक अनावरण प्राप्त होगा। हम छात्रों और शिक्षकों के एक्सचेंज कार्यक्रम, डयूल डिग्री कार्यक्रम, ज्वांइट डिग्री कार्यक्रम, संयुक्त शोध, समर स्कूल इमर्शन कार्यक्रम, छात्रवृत्ती प्रदान करने सहित कस्टमाइजड स्टडी कार्यक्रम पर विचार कर रहे है।
एमिटी ग्रूप् वाइस चांसलर डा गुरिंदर सिंह ने प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करते हुए कहा कि एमिटी छात्रों को सदैव वैश्विक अनावरण प्रदान करता है और प्रबंधन के छात्रों के कैरियर में जैसे उद्यमिता, नवाचार आदि के क्षेत्र में इस प्रकार के अनुभव सहायक होते है। छात्रों को राष्ट्र निर्माण के लिए तैयार करते है। डा सिंह ने कहा कि नई शिक्षा नीति 2020 वैश्विक अवसर प्रदान कर रही है जिसके अंर्तगत हम संयुक्त या डयूल डिग्री की पेशकश कर सकते है। वैश्विक विश्वविद्यालय को भारत में अंामत्रित करते एमिटी के साथ संयुक्त कैपस, ई लर्निंग और क्रो ब्रांडेड के तहत दीर्घ अवधि के कार्यक्रम, इंडिया इमर्शन कार्यक्रम के तहत छात्रों को इंर्टनशिप और अनावरण प्रदान करना सहित शोध, प्रशिक्षण और कंसल्टटिंग पार्टनरशिप आदि पर विचार कर सकते है।
इस अवसर पर एमिटी विश्वविद्यालय और द जार्ज वाशिंगटन विश्वविद्यालय, और एमिटी विश्वविद्यालय और शुलिच स्कूल ऑफ बिजनेस और एमिटी विश्वविद्यालय और आईई बिजनेस स्कूल के साथ करार पत्र हस्ताक्षर भी किया गया। कार्यक्रम में एमिटी विश्वविद्यालय के फैकल्टी ऑफ मैनेजमेंट ऑफ स्टडीज के डीन डा संजीव बंसल और फैकल्टी ऑफ हॉस्पीटैलिटी एंड टूरिस्म के डीन डा एम सजनानी ने अपने विचार रखे। इस अवसर पर प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने एमिटी विश्वविद्यालय की सेंट्रल लाइब्रेरी, एमिटी स्कूल ऑफ कम्यूनिकेशन स्टूडियों, एमिटी इनोवेशन इंक्यूबेटर आदि का दौरा किया और छात्रों से बातचीत भी की।
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