ग्रेटर नोएडा: चार मूर्ति चौक पर बनेगा पहला अंडरपास, कन्सलटेन्ट एजेंसी का चयन, 4 महीने में मिलेगा फाइनल डिज़ाइन
1 min read–प्रोजेक्ट कंसलटेंट के लिए वीकेएस इंफ्राटेक मैनेजमेंट कंपनी का चयन
–कंपनी 4 माह में सबमिट करेगी फाइनल डिजाइन वाह टेंडर डॉक्यूमेंट
-अंडरपास बनाने में करीब 60 करोड़ खर्च होने का आकलन
ग्रेटर नोएडा, 18 जनवरी।
ग्रेटर नोएडा वेस्ट के सबसे बड़े चौराहे गौड़ चौक (किसान चौक या चार मूर्ति गोलचक्कर) पर अंडरपास बनाने की औपचारिक प्रक्रिया ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने शुरू कर दी है। प्राधिकरण ने करीब 60 करोड़ रुपये के इस प्रोजेक्ट के कंसलटेंट के चयन के लिए वीकेएस इंफ्राटेक मैनेजमेंट कंपनी का चयन कर लिया है। कंपनी बहुत जल्द डिजाइन व टेंडर डॉक्युमेंट पर काम शुरू कर देगी। इसके आधार पर टेंडर निकालकर निर्माणकर्ता कंपनी का चयन किया जाएगा, जो इस अंडरपास का निर्माण करेगी।
ग्रेटर नोएडा वेस्ट में आबादी तेजी से बढ़ रही है। यहां के सबसे व्यस्त चौराहे पर ट्रैफिक का दबाव भी बढ़ रहा है। ट्रैफिक जाम की समस्या न हो, इसके लिए अस्थायी विकल्प के तौर पर चौराहे के दोनों तरफ दो यूटर्न बने हैं। गौड़ सिटी की तरफ से सूरजपुर या नोएडा को जाने वाले वाहन 130 मीटर रोड पर बने यूटर्न से होकर गुजरते हैं। इसी तरह 130 मीटर रोड या सूरजपुर की तरफ से गौड़ सिटी व प्रताप विहार को जाने वाले वाहन नोएडा की तरफ बने यूटर्न से होकर जाते हैं। इसका स्थायी समाधान कराने के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने सरकारी सलाहकार एजेंसी राइट्स से इस चौराहे का सर्वे कराया। एजेंसी ने यहां अंडरपास बनाने का सुझाव दिया। ये अंडरपास चौराहे पर 130 मीटर रोड को क्रॉस करते हुए 60 मीटर रोड के पैरलल बनेगा। यानी प्रताप विहार से सूरजपुर, ग्रेटर नोएडा के बीच वाहन इस अंडरपास से होकर गुजरेंगे। यूटर्न तक जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इससे वाहन चालकों के समय और ईंधन दोनों की ही बचत होगी। हाल ही में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने इस चौराहे पर अंडरपास बनाने के लिए कंसलटेंट कंपनी का चयन शीघ्र करने के निर्देश दिए थे। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के एसीईओ अमनदीप डुली ने बताया कि टेंडर के जरिए वीकेएस इंफ्राटेक मैनेजमेंट कंपनी का चयन कर लिया है। यह कंपनी इस अंडरपास की डिजाइन, टेंडर डॉक्यूमेंट तैयार करने के साथ ही निर्माणकर्ता कंपनी का चयन और निर्माण के दौरान निगरानी भी करेगी। उन्होंने बताया कि इसका निर्माण शुरू होने के बाद पूरा होने में करीब दो साल का समय लगने का अनुमान है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने ग्रेटर नोएडा वेस्ट और आसपास के निवासियों की जरूरत को देखते हुए सभी औपचारिकता पूरी कर निर्माण शीघ्र शुरू कराने और तय समय पर पूरा करने के निर्देश दिए हैं।
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