बजट- 2023: कैट की नजर में केंद्रीय बजट एक प्रगतिशील आर्थिक दस्तावेज- एस के जैन
1 min readकेंद्रीय बजट एक प्रगतिशील आर्थिक दस्तावेज -कैट
नोएडा, 1 फरवरी।
वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीथारमन द्वारा बुधवार को प्रस्तुत केंद्रीय बजट एक व्यापक और प्रगतिशील बजट दस्तावेज है जो सुनियोजित तरीके से भविष्य में प्रत्येक क्षेत्र के विकास के मापदंड को बताता है वहीँ व्यापार एवं लघु उद्योग के चरणबध्द विकास, स्वास्थ्य क्षेत्र और अन्य सेवाओं में मजबूत विकास के पैरामीटर्स को रेखांकित करता है । कुल मिला कर हम इसे एक संपूर्ण विकासशील बजट कह सकते हैं – यह कहते हुए कन्फ़ेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स ( कैट) के दिल्ली एनसीआर संयोजक श्री सुशील कुमार जैन ने कहा कि वर्तमान हालातों में बजट के जरिये अर्थव्यवस्था को स्थिर रखने का प्रयास किया गया है । बजट के प्रावधानों से जहां घरेलू व्यापार में नये अवसर मिलेंगे वहीं दूसरी ओर देश के निर्यात व्यापार को भी बड़ा प्रोत्साहन मिलेगा । वित्त मंत्री द्वारा बजट में 7 प्राथमिकताओं के ज़रिए वित्त मंत्री ने कोशिश की है कि बाज़ार में ज़्यादा से ज़्यादा पैसा आये जिसका प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष लाभ व्यापारियों को मिलेगा ।
व्यापारी नेताओं ने कहा कि आय कर के पाँच स्लैब बनाना तथा व्यक्तिगत आय कर छूट को 7 लाख करना वित्त मंत्री का साहसिक कदम है । बजट में लोगों को उद्यमी की ओर प्रोत्साहित करना भी एक बड़ा कदम है वहीं डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा दिया जाना तथा अनेक वस्तुओं पर कस्टम ड्यूटी को घटना प्रशंसनीय है ।
कैट ने आज देश के सभी राज्यों में एक हज़ार से ज़्यादा स्थानों पर बजट को लाइव देखे जाने के कार्यक्रम आयोजित किए। नोएडा मे सेक्टर 18 में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया।
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श्री भरतिया एवं श्री खंडेलवाल ने कहा कि भारी बाधाओं और घरेलू और वैश्विक चुनौतियों के बावजूद प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा परिकल्पित भारतीय अर्थव्यवस्था को परिभाषित विकास के भविष्य के एजेंडे को सबसे प्रभावशाली तरीके से बजट के जरिये स्थापित करने में श्रीमती सीतारमन सफल हुई हैं।
श्री सुशील कुमार जैन ने कहा कि हालांकि हमें खेद है कि जीएसटी कर ढांचे के सरलीकरण और युक्तिकरण के संबंध में कुछ भी ठोस घोषणा नहीं की गई है जो एक बाजार-एक कर के सिद्धांत के विपरीत है और एवं इसके साथ ही ई कॉमर्स में विदेशी कंपनियों द्वारा किए जा रहे मनमाने रवैये पर भी कोई बात न कहने से देश भर के व्यापारियों में बहुत निराशा है ।फिर भी अर्थ की दृष्टि से यह एक दूरदर्शी बजट है जिसमें युवाओ, डिजिटल करेंसी पर ध्यान दिया गया है वहीं बैंकिंग का डिजिटलीकरण ग्रामीण क्षेत्रों को बेहतर तरीके से जोड़ेगा तथा उनके जरिये बाजार में पैसा आने की संभावनाएं बढ़ेंगी।
श्री सुशील कुमार जैन ने कहा कि कोविड महामारी की पृष्ठभूमि में सरकार ने एक सर्वोत्तम संभव बजट देने की कोशिश की है । हम प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण को बधाई देते हैं जिन्होंने भारत के एक मजबूत और सुपरिभाषित विकास के लिए एक निश्चित रोडमैप प्रदान करने की पहल की है”
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