सोमनाथ की शिवभक्ति से जुड़े दक्षिण भारत में पांच राज्यों के 51 मंदिर और 1001 पूजा यजमान
1 min read-सोमनाथ की शिव भक्ति में लीन हुए केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना सहित दक्षिण भारत के पांच राज्य
-देश के यशस्वी प्रधानमंत्री और सोमनाथ ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में पूरे देश को भक्ति की डोर से जोड़ने वाला धर्म सेतु बना प्रथम ज्योतिर्लिंग सोमनाथ तीर्थ
गांधीनगर, 20 मार्च।
सोमनाथ ट्रस्ट ने भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी पी. विजयन की ओर से शुरू किए गए स्वच्छता आंदोलन ‘पुण्यम पुंगावनम’ के आग्रह को स्वीकार करते हुए दक्षिण भारत के लोगों को घर बैठे ही सोमनाथ महादेव के ऑनलाइन दर्शन और आरती का लाभ प्रदान किया।
प्रथम ज्योतिर्लिंग श्री सोमनाथ मंदिर के ऑनलाइन पूजन-दर्शन और आरती का लाभ लेने के लिए दक्षिण भारत के केरल, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और तेलंगाना सहित पांच राज्य मंदिर के साथ जुड़े। इन पांच राज्यों के 51 मंदिरों में 1001 से अधिक भक्तों ने पूजा की और अन्य हजारों भक्त भी इस अद्भुत कार्यक्रम के साक्षी बने।
दक्षिण भारत के महत्वपूर्ण धर्मस्थान अय्यप्पा मंदिर के साथ अनेक लोगों की आस्थाएं जुड़ी हुई हैं। प्रतिवर्ष लाखों की संख्या में श्रद्धालु इस मंदिर में भगवान अय्यप्पा स्वामी के दर्शन करने के लिए आते हैं।
दरअसल इस क्षेत्र में कूड़े के ढेर की बड़ी समस्या थी, जिसका निराकरण करने के लिए आईपीएस अधिकारी पी. विजयन ने ‘पुण्यम पुंगावनम’ प्रोजेक्ट शुरू किया था। इस प्रोजेक्ट से तीर्थ स्थल में स्वच्छता सुनिश्चित करने में सफलता प्राप्त हुई। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने भी अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में उनके इस पहल की भूरि-भूरि सराहना की थी। इस पुण्यम पुंगावनम प्रोजेक्ट के स्वयंसेवक और सोमनाथ मंदिर ट्रस्ट संयुक्त रूप से एक ऐतिहासिक कार्य में सहभागी बने।
इसके अंतर्गत दक्षिण भारत के केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना सहित पांच राज्यों के 51 से अधिक विख्यात शिव मंदिर एक साथ गुजरात के सोमनाथ मंदिर के साथ जुड़े। इन 51 स्थानों से 1001 भक्त ऑनलाइन माध्यम से सोमनाथ मंदिर की वर्चुअल शिव पूजा और आरती में शामिल हुए।
उल्लेखनीय है कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री और श्री सोमनाथ ट्रस्ट के माननीय अध्यक्ष श्री नरेन्द्र मोदी के विजन के साथ सोमनाथ अध्यात्म और आधुनिकीकरण का अद्भुत समन्वय बना है। श्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन और प्रेरणा से सोमनाथ ट्रस्ट का सूचना और प्रौद्योगिकी क्षेत्र में अभूतपूर्व विकास हुआ है। श्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में सोमनाथ ट्रस्ट दुनिया भर में आध्यात्मिक चेतना का प्रसार कर रहा है। जिसके अंतर्गत ट्रस्ट अध्यात्म और आधुनिकीकरण का अद्भुत समन्वय बना है।
आज अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विश्व के करोड़ों लोग सोमनाथ महादेव के लाइव दर्शन और ऑनलाइन पूजा की सुविधा की लाभ उठा रहे हैं। इसी ऑनलाइन पूजा सुविधा का लाभ उठाकर दक्षिण भारत के 5 प्रमुख राज्यों के हजारों भाविक भक्तों ने सोमनाथ महादेव का सान्निध्य प्राप्त किया।
मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल ने इस आयोजन की प्रशंसा कर इसके लिए बधाई दी। सोमनाथ ट्रस्ट के ट्रस्टी श्री पी.के. लहरी ने दक्षिण भारत के 51 मंदिरों के सोमनाथ मंदिर के साथ जुड़ने के इस उत्तम आयोजन की सराहना की। इस अवसर पर उन्होंने सोमनाथ मंदिर के पुनर्निर्माण के लिए श्री सरदार वल्लभभाई पटेल का स्मरण किया।
आईपीएस श्री पी. विजयन ने स्वच्छता आंदोलन ‘पुण्यम पुंगावनम’ के विचार और स्वच्छता एवं पर्यावरण से संबंधित समूह के कार्यों पर प्रकाश डाला। साथ ही उन्होंने सोमनाथ ट्रस्ट की इस राष्ट्रीय स्तर की ऑनलाइन पूजा की सेवा-सुविधा की सराहना की।
दक्षिण से पश्चिम की ओर की इस भक्ति यात्रा के अंतर्गत शिव भक्तों को साक्षात उनके निकट स्थित प्रसिद्ध शिव मंदिर के साथ और ऑनलाइन माध्यम से प्रथम ज्योतिर्लिंग श्री सोमनाथ मंदिर के साथ जुड़ने का परम सौभाग्य प्राप्त हुआ था।
23,819 total views, 2 views today