यूपी में बिना परीक्षा दिए अगली कक्षाओं में जाएंगे कक्षा एक से 8 तक के छात्र, परिषदीय स्कूलों में लागू होगा आदेश
1 min readबगैर परीक्षा दिए अगली कक्षा में जाएंगे परिषदीय छात्र
-कक्षा एक से 8 तक के छात्र छात्राओं को नहीं किया जा सकेगा फेल
-बेसिक शिक्षा परिषद से मान्यता प्राप्त स्कूलों में भी लागू होगा आदेश
-आरटीई एक्ट के अधीन 1-8 तक के छात्रों को फेल नहीं किए जाने का है प्रावधान
लखनऊ, 30 मार्च।
कक्षा एक से कक्षा 8 तक छात्रों को अगली कक्षा में प्रमोट किया जाएगा। जिन छात्रों ने परीक्षा नहीं भी दी है तब भी उन्हें एक अप्रैल से शुरू हो रहे नवीन शिक्षा सत्र में नई कक्षा में दाखिला मिल जाएगा। इससे संबंधित आदेश सचिव बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा जारी कर दिया गया है। आदेश के अनुसार उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद के अधीन संचालित सभी परिषदीय विद्यालयों एवं मान्यता प्राप्त विद्यालयों में शैक्षिक सत्र 2022-23 में कक्षा एक से 8 तक किसी भी छात्र की कक्षोन्नति रोकी नहीं जाएगी। उन्हें नियमानुसार आगे की कक्षा में प्रवेश दिया जाएगा। इसके अतिरिक्त वार्षिक परीक्षा एवं मूल्यांकन के आधार पर छात्र-छात्राओं का रिपोर्ट कार्ड भी वितरित करने के निर्देश दिए गए हैं। उल्लेखनीय है कि शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत कक्षा एक से आठ तक के बच्चों को अगली कक्षा में प्रोन्नत करने का प्रावधान है। उन्हें किसी भी दशा में अनुत्तीर्ण नहीं किया जा सकता है।
हर साल अपनाई जाती है पॉलिसी
बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव प्रताप सिंह बघेल द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि परिषद के अधीन संचालित परिषदीय एवं मान्यता प्राप्त विद्यालयों में शैक्षिक सत्र 2022-23 में कक्षा 1 से 8 तक के किसी भी छात्र की कक्षोन्नति रोकी नहीं जाएगी। इस तरह प्रदेश में लाखों बच्चे अगली कक्षा में प्रमोट किए जाएंगे। इस संबंध में महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरण आनंद ने बताया कि प्रदेश सरकार की नो रिटेंशन पॉलिसी है। इसके अनुसार कोई भी बच्चा फेल नहीं किया जाएगा। ये आदेश उसी आरटीई एक्ट के अनुरूप है। इसे हर साल लागू किया जाता है और इस साल भी नियमानुसार किसी बच्चे को फेल नहीं किए जाने के संबंध में आदेश जारी किए गए हैं। इसका उद्देश्य बच्चों को बिना रुकावट गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ-साथ आगे की कक्षाओं में बढ़ाकर प्रोत्साहित करना है, ताकि उसका सर्वागीण विकास किया जा सके। उसे ऐसा न लगे कि वो पिछड़ रहा है। इसी दिशा में सरकार और विभाग लगातार काम कर रहा है।
छात्रों और अभिभावकों की उपस्थिति में दिए जाएं रिपोर्ट कार्ड
आदेश के अनुसार पूर्णांक व प्राप्तांक को 100 अंकों के सापेक्ष परिवर्तित करते हुए अंक अंकित किए जाएंगे। शिक्षकों में रिपोर्ट कार्ड को लेकर असमंजस के संबंध में उन्होंने कहा है कि पिछले वर्ष जारी किए गए आदेश के अनुसार ही परिणाम तैयार किया जाएगा। इसमें कहा गया है कि वार्षिक परीक्षा एवं मूल्यांकन के आधार पर छात्र छात्राओं को विद्यालय के प्रधानाचार्य द्वारा रिपोर्ट कार्ड उपलब्ध कराया जाएगा। वार्षिक परीक्षाफल घोषित किए जाने के दिन विद्यालय प्रबंध समिति की बैठक भी आयोजित की जाएगी। छात्र छात्राओं की मूल्यांकित उत्तर पुस्तिकाओं को छात्र एवं अभिभावक को दिखाया जाएगा तथा उसी समय रिपोर्ट कार्ड भी प्रदान किया जाएगा।
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