गौतमबुद्ध नगर जिले की औद्योगिक और आवासीय सोसाइटी में 15 मई से सिर्फ मिक्स फ्यूल जनरेटर चलेंगे- जिलाधिकारी
1 min read-डीएम मनीष कुमार वर्मा की अध्यक्षता में जिला पर्यावरण, वृक्षारोपण, गंगा एवं वेटलैंड समिति की बैठक संपन्न
गौतमबुद्धनगर 27 अप्रैल।
जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा की अध्यक्षता में कलैक्ट्रेट सभागार में जिला पर्यावरण, वृक्षारोपण, गंगा एवं वेटलैंड समिति की महत्वपूर्ण बैठक संपन्न हुई। जनपद में वायु प्रदूषण, ध्वनि प्रदूषण एवं प्रदूषण को जनपद में कम करने तथा एनजीटी एवं प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के मानकों का अनुपालन सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से जिलाधिकारी ने जिला पर्यावरण समिति की बैठक की समीक्षा करते हुये कहा कि जनपद गौतम बुद्ध नगर औद्योगिक क्षेत्र होने तथा अधिक यातायात होने की दृष्टि से पर्यावरण को लेकर अत्यंत संवेदनशील जनपद है। सभी संबंधित विभागीय अधिकारी गण इस मंशा को दृष्टिगत रखते हुए अपने-अपने विभाग की कार्य योजना प्रदूषण कम करने के संबंध में विस्तृत रूप से तैयार कर उसे अंतिम रूप प्रदान करें ताकि पूरे जनपद में एनजीटी के नियमों एवं प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के नियमों का अक्षर से पालन सुनिश्चित हो सके। सभी अधिकारियों के द्वारा ऐसे प्रयास सुनिश्चित किए जाएं कि जनपद में कहीं पर भी ग्रामीण एवं नगर क्षेत्रों में कूड़ा आदि जलाने की घटनाएं घटित न होने पाए। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश देते हुये कहा कि वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए कारगर उपाय किए जाएं एवं जहां पर भी एनजीटी के नियमों का उल्लंघन होता पाया जाए वहां पर जुर्माना लगाते हुए दंडात्मक कार्रवाई अमल में लाई जाए। प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट तथा सूखे व गीले कूड़े के निस्तारण के लिए एनजीटी एवं केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के निर्देशों के अनुरूप तत्काल कार्रवाई की जाए। जिलाधिकारी ने प्राधिकरण के अधिकारियों का आह्वान करते हुए कहा कि उनके द्वारा भी यह सुनिश्चित कर लिया जाए कि कहीं पर भी कूड़ा इकट्ठा न होने पाए और न ही कहीं कूड़ा जलाया जाए यदि कहीं पर भी कूड़ा इकट्ठा होना या जलाना पाया जाता है तो संबंधित के विरुद्ध जुर्माना लगाने के साथ-साथ दंडात्मक कार्रवाई करना सुनिश्चित करें। ठोस अपशिष्ट को इकट्ठा करने के लिए डंपिंग ग्राउंड बनायें जाए। जिलाधिकारी ने संबंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देश देते हुए यह भी कहा कि आगामी 15 मई से जनपद में केवल मिक्स फ्यूल जनरेटर का ही संचालन हो सकेगा, इसलिए सभी अधिकारीगण समय रहते अपने कार्य योजना तैयार करते हुए यह सुनिश्चित करें कि 15 मई से औद्योगिक इकाइयों एवं आरडब्लूए की सोसाइटी में केवल मिक्स फ्यूल (डीजल व सीएनजी गैस) जनरेटर का ही प्रयोग किया जाए। इसी प्रकार जिलाधिकारी ने जिला वृक्षारोपण समिति की अध्यक्षता करते हुए कहा कि वर्ष 2023-24 में वृक्षारोपण किए जाने के लिए जिन विभागों के लक्ष्य निर्धारित किये गये है वह विभाग अपने-अपने स्थलों को चिन्हित करते हुये पौध के सम्बन्ध में अपनी रिपोर्ट तैयार करते हुये तत्काल वन विभाग को भेंजने की कार्यवाही सुनिश्चित करें, ताकि उनकी डिमाण्ड के अनुसार पौधों की व्यवस्था सुनिश्चित की जा सकें। जिलाधिकारी ने वन विभाग के अधिकारियों को यह भी निर्देश दिये कि उनके द्वारा माॅनेटिरिंग करके यह सुनिश्चित कर लिया जायें कि जिन कम्पनियों को सीएसआर के माध्यम से वृक्षारोपण करने के लिए भूमि उपलब्ध करायी गयी है, उन पर शत् प्रतिशत वृक्षारोपण कराया जा चुका है और यदि शत् प्रतिशत वृक्षारोपण नही कराया गया तो उनका भी लक्ष्य निर्धारित करते हुये उपलब्ध करायी गयी भूमि पर शत् प्रतिशत वृक्षारोपण कराये जाने की कार्यवाही सुनिश्चित करायी जायेगी। उन्होंने इस अवसर पर बैठक में उपस्थित समस्त विभाग के अधिकारियों को यह भी निर्देश दिये कि उनके द्वारा भी अपने-अपने कार्यालय के आस-पास अधिक से अधिक संख्या में वृक्षारोपण किया जायें, ताकि शासन की मंशा के अनुरूप निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष शत् प्रतिशत वृक्षारोपण कराया जा सकें। जिलाधिकारी ने जिला वेटलैंड समिति की अध्यक्षता करते हुए समस्त उपजिलाधिकारी गण एवं प्राधिकरण के अधिकारियों को कहा कि जनपद में स्थित तालाबों का मास्टर प्लान तैयार कर आगामी बैठक में उपलब्ध कराया जाए एवं तालाबों की वर्तमान स्थिति की सूचना निर्धारित प्रारूप 2 पर तत्काल उपलब्ध कराई जाए, ताकि शासन को रिपोर्ट प्रेषित की जा सकें। जिलाधिकारी ने जिला गंगा समिति की अध्यक्षता करते हुए कहा कि एनजीटी के मानकों के अनुरूप गंगा एवं उसकी सहायक नदी जलाशय में मिलने वाली अन्टैप्ड ड्रेन्स के अंतरिम उपचार के लिए फाईटोरेमेडियेशन की व्यवस्था की जाए तथा नदियों को प्रदूषण मुक्त एवं पुनरुद्धार करने के लिए कार्ययोजना तैयार की जाए। उन्होंने सिंचाई विभाग को निर्देशित करते हुए कहा कि नदियों से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जाए। उन्होंने प्राधिकरण के अधिकारियों का आह्वान करते हुए कहा कि सीवरेज का निस्तारण तत्काल कराना सुनिश्चित करें। आयोजित महत्वपूर्ण बैठक का संचालन डीएफओ पीके श्रीवास्तव के द्वारा किया गया। इस महत्वूपर्ण बैठक में प्रभारी मुख्य विकास अधिकारी विनय कुमार तिवारी, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व वंदिता श्रीवास्तव, उपजिलाधिकारी दादरी आलोक गुप्ता, उपनिदेशक कृषि राजीव कुमार, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड एवं प्राधिकरणों के अधिकारीगण व अन्य सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों के द्वारा प्रतिभाग किया गया।
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