नोएडा खबर

खबर सच के साथ

एनईए ने उद्यमी सहायक समिति की बैठक में कहा, सेक्टर 9 व 10 की 200 मीटर तक के उद्योगों को रॉ मेटेरियल मार्किट बनाएं

1 min read

नोएडा, 25 मई।

नोएडा प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी सतीश पाल की अध्यक्षता में बृहस्पतिवार को सैक्टर-6, नौएडा स्थित बोर्ड रूम में उद्योग सहायक समिति की मीटिंग का आयोजन किया गया । प्राधिकरण के विभिन्न विभागों के अधिकारियों की उपस्थिति में नौएडा एन्ट्रेप्रिनियोर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री विपिन कुमार मल्हन ने कई महत्वपूर्ण मुद्दे उठाए।

1- नौएडा विकास प्राधिकरण द्वारा सैक्टर-164, नोएडा में ई-बिडिंग के माध्यम से भूखंड आवंटित किए गये थे। साथ ही प्राधिकरण द्वारा साईड प्लान भी दिये थे लेकिन मौके पर अभी भी खेती हो रही है। अतः उद्यमियों आवंटित भूखंड का पोजेशन शीघ्र दिया जाए ताकि प्राधिकरण में बैंक गारंटी जमा कराई जा सके ।

2- एन०जी०टी० द्वारा डी०जी० सैट चलाने पर पाबंदी लगा दी गई है। यदि उद्यमी डी०जी० सैट को पी०एन०जी० में कनर्वट कराने हेतु आई.जी. एल. में जाता है तो आई.जी.एल. द्वारा कहा जाता है कि हमें प्राधिकरण द्वारा गैस पाईप लाईन बिछाने हेतु सड़क खोदने की अनुमति नही मिल पा रही हैं उसमें 2-3 माह का समय लग रहा है अतः जब तक पी.एन.जी लाईन सभी इकाईयों तक नही पहुँच जाती उद्यमियों को डी०जी० सैट चलाने की अनुमति दी जाए ।

3- औद्योगिक सैक्टरों में जगह-जगह सड़क के किनारे टैंपो, ट्रक आदि खडे रहते हैं, जिसके कारण जाम लगा रहता है । अतः इन माल वाहक वाहनों को सड़क किनारे खड़ा होने से रोका जाए तथा निर्धारित स्थान ( ट्रांसपोर्ट नगर ) पर वाहन खड़ा करने के आदेश दिये जाए।

4- औद्यौगिक सैक्टरों में नालियां तथा बड़े नाले गंदगी से भरे हुए है जो थोड़ी सी बारिस होने पर ही नालियों का गंदा पानी सड़कों पर एकत्रित हो जाता है और सारी सड़क जलमग्न हो जाती है। अतः बरसात से पूर्व सभी नालियों तथा नालों की सफाई करवाई जाए

5- यदि कोई उद्यमी नौएडा में स्टार्टअप की यूनिट लगाना चाहता है तथा वह कैला टी०एम० कराने प्राधिकरण में जाता है तो प्राधिकरण द्वारा उससे जी०एस०टी० नम्बर माँगा जाता है। जब तक केता इकाई को कार्यशील नही करेगा तब तक विभाग उसे जी०एस०टी० नम्बर नही देगा । अतः भवन केता को ट्रांसफर (टी०एम० जारी) किया जाए उसमें शर्त लगायें कि जो अवधि उसे इकाई को कार्यशील करने हेतु दी गई है उस अवधि में वह अपनी इकाई का जी०एस०टी० में रजिस्ट्रेशन करवा कर प्राधिकरण को उपलब्ध कराना अनिवार्य है। ऐसे कई केस प्राधिकरण में लंबित पड़े हैं जिससे उद्यमी अनावश्यक परेशान हैं ।

6- प्राधिकरण द्वारा औद्योगिक सैक्टरों में वेंडर जोन में जितनी दुकानें आवंटित की गई हैं उससे दुगनी दुकानें लगाई जा रही है, साथ ही इनके द्वारा चिन्हित स्थान से कई गुना सड़क तक दुकानें बढ़ा दी गई हैं। इसी प्रकार सड़कों के किनारे ठेहली, पटरी बाजार वालों द्वारा अतिक्रमण किया हुआ है, जिससे कारण यातायात प्रभावित हो रहा है और प्रदूषण बढ़ रहा है । अतः अतिक्रमण को समाप्त करने हेतु नियमित ड्राईव चलाई जाए ।-2- कुछ कार्यशील छोटे उद्योग ऐसे हैं जो कि 100-150 मीटर के है उसके साथ कुछ खाली

7- जमीन जो कि 60-150 मीटर हैं और उपयोग में नही आ रही हैं, यदि उसके साथ वाला उद्यमी जिसकी इकाई चल रही है तथा वह उस जमीन को लेने का इच्छुक है तो उन्हें वह जमीन आवंटित करने की कृपा करें ताकि वह भविष्य में अपनी इकाई का विस्तार कर सके ।

8- प्राधिकरण द्वारा जब सड़कों की मरम्मत / रिसर्फेसिंग की जाती है उसमें सड़क के ऊपर ही  तारकोल की परत चढा दी जाती है जिसके कारण सड़कों की ऊंचाई इकाईयों से काफी ऊँची हो गई है जिसके कारण जरा सी बारिस होने पर सड़कों का पानी इकाईयों के अन्दर चला जाता है जिससे इकाईयों रखी मशीनों के साथ-साथ कच्चा तथा तैयार माल खराब हो जाता है ।

एनईए अध्यक्ष विपिन मलहन ने मांग की है कि जब भी औद्यौगिक सैक्टरों में सड़कों की मरम्मत / रिसर्फेसिंग की जाती है तो पहले उसकी पूरी परत को खोदा जाए तत्पश्चात ही तारकोल की परत चढ़ाई ताकि सड़क का लेवल सही बना रहे ।

9- नौएडा में उद्योगों में काम आने वाले रॉ मैटेरियल की कोई मार्केट न होने के कारण सैक्टर-9 तथा सैक्टर 10 में कुछ उद्यमियों द्वारा जिनके भूखंड 56 वर्ग मीटर से 200 वर्ग मीटर तक क्षेत्रफल के है उनमें उद्यमियों द्वारा अपनी सुविधानुसार इंडस्ट्रियल रॉ मार्केट की स्थापना कर ली है । अतः उद्यमियों से सर्विस इन्डस्ट्रीज का शुल्क लेकर, सर्विस रॉ मैटेरियल मार्केट चलाने की अनुमति प्रदान की जाए ताकि उद्यमी अपना व्यापार सुचारू रूप से चला सके ।

10- औद्योगिक सैक्टरों में इकाईयों में विद्युत सप्लाई पोल के माध्यम से दी जाती है। जरा सी भी आँधी-तूफान या बारिश आने पर पेड़ो की टहनियाँ / पेड़ टूटकर विद्युत तारों में गिर जाती है । विद्युत सप्लाई बाधित होने से उत्पादन प्रभावित होता है । अतः औद्यौगिक सैक्टरों में भूमिगत केवल बिछाई जाए ।

11- निवेश मित्र पोर्टल पर औद्यौगिक विभाग से संबधित पेपर अपलोड होने के बाद भी विभाग द्वारा दुबारा पेपर माँगे जाते हैं जब कि विभाग को पेपर पहले ही मिल चुके होते हैं। अतः पेपर अपलोड होने के पश्चात दुबारा पेपर न मागें जाए ।

12- निवेश मित्र पोर्टल से संबधित कोई भी पेपर अपलोड करने की सुविधा विभाग में नही है जिसके कारण उद्यमियों को बिचौलियों की शरण में जाना पड़ता है। उपरोक्त समस्याओं के सुनने के पश्चात अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी महोदय ने कहा कि संबधित विभागों के अधिकारीगण के साथ चर्चा कर समस्याओं का समाधान कर दिया जाएगा ।

बैठक में एनईए अध्यक्ष श्री विपिन कुमार मल्हन, महासचिव श्री बी0के0सेठ, वरि० उपाध्यक्ष श्री राकेश कोहली, श्री धर्मवीर शर्मा, कोषाध्यक्ष श्री शरद चन्द्र जैन, उपाध्यक्ष श्री मोहन सिंह, मौ० इरशाद, श्री सुधीर श्रीवास्तव, श्री आर0एम0 जिंदल, सचिव श्री आलोक गुप्ता, श्री राहुल नैययर, श्री राजन खुराना, श्री मयंक गुप्ता, श्री विरेन्द्र नरूला, सह सचिव श्री गुरिंदर बंसल सम्मिलत थे ।

 5,829 total views,  2 views today

More Stories

Leave a Reply

Your email address will not be published.

साहित्य-संस्कृति

चर्चित खबरें

You may have missed

Copyright © Noidakhabar.com | All Rights Reserved. | Design by Brain Code Infotech.