नोएडा : पूर्व आईएएस अफसर पी के मिश्रा की आत्मकथा “सार्थक जीवन की खोज” में खुले कई राजनीतिक रहस्य
1 min readनोएडा, 12 अगस्त।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्य सचिव व संघ लोक सेवा आयोग की पूर्व सदस्य प्रशांत कुमार मिश्रा की आत्मकथा सार्थक जीवन की खोज का लोकार्पण समारोह कार्यक्रम नोएडा के सेक्टर 31 स्थित आईएमए हाउस में रविवार की शाम किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व राज्यपाल व संघ लोक सेवा आयोग के पूर्व सदस्य लेफ्टिनेंट जनरल निर्भय शर्मा रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता स्वामी धर्मबंधु ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में पूर्व डीजीपी विक्रम सिंह व पूर्व आईएएस एस एन झा मौजूद थे। सभी ने पी के मिश्रा की पुस्तक में उल्लिखित प्रसंगों की चर्चा की।
उल्लेखनीय है कि प्रशांत कुमार मिश्र वर्ष 1995 में नोएडा प्राधिकरण के सीईओ और उसके बाद मेरठ मंडल के कमिश्नर भी रहे थे। उन्होंने मायावती सरकार में मुख्य सचिव के रूप में काम किया। उसी दौरान उन्होंने मायावती सरकार की कार्यशैली से खफा होकर मुख्य सचिव के पद से वीआरएस ले लिया था। तब उनकी पूरे देश मे खूब चर्चा हुई थी। उनकी ईमानदारी के चर्चे जब तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह के पास पहुंचे तब उन्हें संघ लोक सेवा आयोग का सदस्य बनाया गया।
उनकी इस किताब में यूपी के प्रशासनिक कामकाज के साथ ही उनकी नोएडा सीईओ के रूप में किये गए कार्यों के साथ राजनीतिक हस्तक्षेप का भी जिक्र किया गया है। इस कार्यक्रम में पूर्व राज्यपाल प्रभात कुमार, पूर्व डीजीपी प्रकाश सिंह, पूर्व रक्षा सचिव डॉ योगेंद्र नारायण, पूर्व मुख्य सचिव राजीव कुमार, उत्तर प्रदेश राज्य लोक सेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष डॉ प्रभात कुमार, पूर्व वित्त सचिव गिरीश चतुर्वेदी, पूर्व आईएएस गणेश शंकर त्रिपाठी, फोनरवा अध्यक्ष योगेंद्र शर्मा, समाजसेवी त्रिलोक शर्मा, हरीश त्रिपाठी, महेंद्र अवाना, महेश चौहान, श्रीराम चरित मानस सत्संग राष्ट्रीय समित्ति के अध्यक्ष पंडित दिनेश चंद शर्मा व महासचिव भगवान दास पटेरिया, आदि मौजूद थे। पुस्तक का प्रकाशन श्रीराम चरित मानस सत्संग समिति ने किया है। कार्यक्रम का संचालन पी के मिश्रा जी की दोनों पुत्रियों ने किया।
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