नोएडा: मुन्ना कुमार शर्मा अखिल भारत हिन्दू महासभा के फिर राष्ट्रीय अध्यक्ष बने
1 min readराजगीर (बिहार), 4 सितंबर।
बिहार के ऐतिहासिक और धार्मिक नगर राजगीर के पूर्वी भारत जैन धर्मशाला में मंगलवार को अखिल भारत हिन्दू महासभा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति की बैठक आयोजित की गई,जिसमें दिल्ली,उत्तरप्रदेश,उत्तराखंड,हरियाणा,बिहार,झारखंड,ओडिशा,गुजरात,तमिलनाडु,केरल,राजस्थान,मध्यप्रदेश,पंजाब सहित कई प्रदेशों से आये राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति के सदस्यों और प्रतिनिधियों ने सर्वसम्मति से वर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मुन्ना कुमार शर्मा को पुनः अगले कार्यकाल (2024-2027) के लिये अखिल भारत हिन्दू महासभा का राष्ट्रीय अध्यक्ष निर्वाचित किया।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि नवंबर 2024 के दूसरे सप्ताह में उत्तराखंड की धार्मिक और ऐतिहासिक नगरी हरिद्वार में अखिल भारत हिन्दू महासभा का राष्ट्रीय (विशेष) अधिवेशन आयोजित किया जायेगा।
श्री मुन्ना कुमार शर्मा ने पुनः राष्ट्रीय अध्यक्ष निर्वाचित होने पर सभी सदस्यों,प्रतिनिधियों और हिन्दू महासभा के सभी प्रदेशों के पदाधिकारियों और सदस्यों के प्रति आभार व्यक्त किया एवं उनका धन्यवाद किया।उन्होंने कहा कि आप सभी ने मुझे बड़ी जिम्मेदारी फिर से दी है।मैं जिम्मेदारी का पालन पूरी ईमानदारी से करूंगा और आपकी अपेक्षाओं को पूरा करूंगा।उन्होंने कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि हम सब अपने महान नेताओं के आदर्शों को अपनाते हुए अखंड हिन्दू राष्ट्र के निर्माण करने के उनके सपनों को पूरा करेंगे।उन्होंने देशवासियों का आह्वान किया कि हमें भारत को पुनः विश्वगुरु बनाना है।
राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति को संबोधित करते हुए नवनिर्वाचित राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मुन्ना कुमार शर्मा जी ने चेतावनी दी है कि यदि बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हो रहे हमले नहीं रुके तो अखिल भारत हिन्दू महासभा भारत के लाखों हिंदुओं के साथ बांग्लादेश कूच करेगी।उन्होंने कहा कि हम हिंदुओं का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं करेंगे।
श्री शर्मा ने घोषणा की है कि हिन्दू हितों की रक्षा के लिये अखिल भारत हिन्दू महासभा राज्य के विधानसभाओं और आगामी लोकसभा चुनावों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेगी और अधिक-से-अधिक संख्या में अपने प्रत्याशी खड़े करेगी।
उन्होंने कहा कि हमें अपनी संस्कृति, सीमा तथा हिन्दुओं की रक्षा हेतु ‘राजनीति का हिन्दूकरण’ करना आवश्यक है।देश की सीमाओं की रक्षा करना राज्यकर्ताओं का दायित्व होता है।अभी भी गोहत्या रूकी नहीं है। मंदिर तोड़े जा रहे हैं।
हिन्दुओं की अल्प होती जा रही संख्या,लव जिहाद जैसी अनेक समस्याएं हैं।नरसिंह राव सरकार द्वारा बनाए गए ‘मंदिर कानून’ को रद्द कर गिराए गए अथवा मुसलमानों द्वारा हड़प लिए गए 3 लाख मंदिरों का पुनर्निर्माण करना है।सरकार को इन सभी कानून बनाने के लिए बाध्य बनाना चाहिए।उन्होंने केंद्र सरकार से देश में एक समान नागरिक कानून बनाने,मजबूत जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाने,वक़्फ एक्ट को समाप्त करने की मांग की।
राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति की बैठक में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष स्वामी सहजानंद जी महाराज,डॉ.जनार्दन उपाध्याय,श्री राघव मिश्रा,श्री युधिष्ठिर त्यागी,राष्ट्रीय महामंत्री श्री सुनील कुमार,राष्ट्रीय कार्यालय मंत्री श्री वीरेश त्यागी,विश्वनाथ शर्मा,प्रोफेसर बमबम सिंह,राकेश रंजन,सत्येंद्र त्यागी,मनोज त्यागी,गौरव मेहरोत्रा,अनिल त्यागी,अमरजीत उपाध्याय,सर्वजित उपाध्याय,मोहन कारेमोरे,दिल्ली प्रदेशाध्यक्ष अशोक कुमार, उत्तरप्रदेश के प्रदेशाध्यक्ष संजीव राणा,प्रदेश महामंत्री रितुराज सिंह,तमिलनाडु के प्रदेशाध्यक्ष अरुमुगम स्वामी,प्रदेश महामंत्री उदय कुमार,अमित कुमार सहित सैकड़ों प्रतिनिधि उपस्थित थे।
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