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नोएडा : एमिटी विश्वविद्यालय में पूर्व नासा रॉकेट वैज्ञानिक आयशा बोवे का व्याख्यान

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नोएडा, 9 सितंबर।

एमिटी विश्वविद्यालय में सोमवार को पूर्व नासा रॉकेट वैज्ञानिक आयशा बोवे ने ‘‘नेतृत्व, अनुसंधान एवं विकास, नवाचार और तकनीकी स्टार्टअप मेंटरशिप’’ पर व्याख्यान दिया।

एमिटी विश्वविद्यालय के एमिटी इनोवेशन एंड डिज़ाइन सेंटर द्वारा एक वार्ता सत्र का आयोजन किया गया जिसमें पूर्व नासा रॉकेट वैज्ञानिक और वर्तमान में स्टेमबोर्ड की संस्थापक और सीईओ सुश्री आयशा बोवे द्वारा “नेतृत्व, अनुसंधान एवं विकास, नवाचार और टेक स्टार्टअप मेंटरशिप” विषय पर व्याख्यान दिया गयाा। इस अवसर पर उन्होनें महत्वपूर्ण और उभरती हुई तकनीकें, नेतृत्व, डेटा विश्लेषिकी, अनुसंधान और विकास, नवाचार, स्टेम शिक्षा और टेक स्टार्टअप मेंटरशिप का अध्ययन कर रहे छात्रो को जानकारी प्रदान की। सुश्री बोवे का स्वागत एमिटी साइस टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशन फांउडेशन के अध्यक्ष डा डब्लू सेल्वामूर्ती द्वारा किया गया।

पूर्व नासा रॉकेट वैज्ञानिक और एसटीईएम बोर्ड की संस्थापक सुश्री आयशा बोवे ने “नेतृत्व, अनुसंधान एवं विकास, नवाचार और टेक स्टार्टअप मेंटरशिप” पर जानकारी देते हुए कहा कि आज प्रौद्योगिकी, नवाचार और उद्यमिता के क्षेत्र में छात्रों के लिए असीमित अवसर हैं। हम में से हर किसी के पास कुछ अनोखे विचार हैं जिन्हें विकसित किया जा सकता है, और किसी को किसी समस्या के बारे में सोचना शुरू करना चाहिए और फिर उसका समाधान खोजना चाहिए। किसी को कुछ ऐसा बनाना चाहिए जिसकी लोगों को ज़रूरत हो और जो उन्हें पसंद हो ताकि आपको उत्पाद के विपणन पर बहुत ज़्यादा मेहनत न करनी पड़े, क्योंकि ऐसे उत्पाद की हमेशा उच्च मांग रहेगी। अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए जुनून ज़रूरी है, इसलिए ईमानदारी से कड़ी मेहनत करें। असफलता के बारे में न सोचें और सफल होने के लिए अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करें। प्रतिस्पर्धा से निपटने के तरीके पर एक प्रश्न का उत्तर देते हुए, सुश्री आयशा बोवे ने आगे कहा कि जब प्रतिस्पर्धा से निपटने की बात आती है तो निष्पादन ही सब कुछ होता है, किसी को रणनीति विकसित और तैयार करनी होती है और फिर उन्हें एक अनोखे तरीके से निष्पादित करना होता है, जिसके बारे में आपका प्रतिस्पर्धी कभी सोच भी नहीं सकता। निर्णय लेने की क्षमता विकसित करना भी महत्वपूर्ण है, और लोगों के एक बड़े समूह के बजाय भरोसेमंद लोगों के एक छोटे समूह के साथ काम करना बेहतर है।

एमिटी साइस टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशन फांउडेशन के अध्यक्ष डा डब्लू सेल्वामूर्ती ने कहा कि एमिटी को सुश्री आयशा बोवे की वार्ता सत्र की मेज़बानी करने का सौभाग्य मिला है, जो प्रौद्योगिकी, नवाचार और उद्यमिता की विशेषज्ञ हैं। उनके विचार और अंतर्दृष्टि हमारे छात्रों के लिए अत्यधिक लाभकारी होंगे। छात्रों को बड़े सपने देखने और किसी भी कीमत पर अपने सपनों को पूरा करने का साहस करना चाहिए। अंतरिक्ष क्षेत्र प्रति वर्ष 15-20 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है और इस क्षेत्र में अवसरों की कोई कमी नहीं है। इसलिए, इस क्षेत्र में रुचि रखने वाले छात्रों को एक लक्ष्य रखना चाहिए और उस पर निरंतर काम करते रहना चाहिए।

विदित हो कि सुश्री आयशा बोवे एसटीईएम बोर्ड की संस्थापक और सीईओ हैं, जो एक प्रमाण आर्थिक रूप से वंचित महिला-स्वामित्व वाला लघु व्यवसाय है जो इंजीनियरिंग और विकास, आईटी सेवाओं, कार्यक्रम और परियोजना प्रबंधन और डेटा प्रबंधन और विश्लेषिकी में विशेषज्ञता रखता है।

इस अवसर पर ट्रांसशेसनल रिसर्च एंड एंटरप्रिन्यौरशिप के डीन डा बी के मूर्ती, एमिटी इनोवेशन एंड डिजाइन सेंटर की निदेशक डा सुजाता पांडेय, एमिटी स्कूल ऑफ इंजिनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के निदेशक डा मनोज पांडेय उपस्थित थे।

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