कांग्रेस के टिकट पर नोएडा, दादरी और जेवर विधानसभा से कौन है दावेदार, जानिए खास रिपोर्ट में
1 min read-अक्टूबर में ही जारी हो सकती है कांग्रेस की पहली सूची
-कई नेताओं ने लखनऊ कार्यालय में किया है आवेदन
-ज्यादातर ने जिलाध्यक्ष व महानगर अध्यक्ष के जरिये किया आवेदन
-पार्टी इस बार स्थानीय को देगी टिकट, बाहरी को अब तवज्जो नहीं
नोएडा, 9 अक्टूबर।
गौतमबुद्ध नगर जिला मायावती का पैतृक जिला है। इस समय जिले की तीनों सीट नोएडा, दादरी व जेवर पर बीजेपी के विधायक हैं। बसपा फिर से 2017 जैसी बाजी मारने की कोशिश में है। सपा अपनी पार्टी की जड फिर से जमाने की कोशिश में है। इन सबके बीच कांग्रेस ने पहली बार स्थानीय कार्यकर्ताओं के बूते चुनाव लडने की तैयारी की है। पार्टी संगठन से जुडे लोगों की मानें तो पार्टी हाईकमान ने साफ कर दिया है कि इस बार बाहरी प्रत्याशी नहीं होगा। जो प्रत्याशी होगा वह उन लोगों में से ही होगा जिन्होंने आवेदन किया है। नोएडा खबर डॉट कॉम के पास अभी तक जो रिकार्ड है उसके अनुसार नोएडा से 19, दादरी से 6 और जेवर से 8 आवेदन किए गए हैं। दस अक्टूबर आवेदन की आखिरी तारीख है। प्रियंका गांधी की दस अक्टूबर को वाराणसी में पहली चुनावी रैली है हो सकता है उसमें आवेदन की तारीख आगे बढाने की घोषणा हो जाए। पार्टी संगठन का दावा है कि अक्टूबर में कांग्रेस पहली सूची जारी कर सकती है।
गौतमबुद्ध नगर जिला मायावती का पैतृक जिला है। इस समय जिले की तीनों सीट नोएडा, दादरी व जेवर पर बीजेपी के विधायक हैं। बसपा फिर से 2017 जैसी बाजी मारने की कोशिश में है। सपा अपनी पार्टी की जड फिर से जमाने की कोशिश में है। इन सबके बीच कांग्रेस ने पहली बार स्थानीय कार्यकर्ताओं के बूते चुनाव लडने की तैयारी की है। पार्टी संगठन से जुडे लोगों की मानें तो पार्टी हाईकमान ने साफ कर दिया है कि इस बार बाहरी प्रत्याशी नहीं होगा। जो प्रत्याशी होगा वह उन लोगों में से ही होगा जिन्होंने आवेदन किया है। नोएडा खबर डॉट कॉम के पास अभी तक जो रिकार्ड है उसके अनुसार नोएडा से 19, दादरी से 6 और जेवर से 8 आवेदन किए गए हैं। दस अक्टूबर आवेदन की आखिरी तारीख है। प्रियंका गांधी की दस अक्टूबर को वाराणसी में पहली चुनावी रैली है हो सकता है उसमें आवेदन की तारीख आगे बढाने की घोषणा हो जाए। पार्टी संगठन का दावा है कि अक्टूबर में कांग्रेस पहली सूची जारी कर सकती है।
गौतमबुद्ध नगर जिले में इस समय मनोज चौधरी जिलाध्यक्ष व शाहबुद्धीन नोएडा महानगर के अध्यक्ष हैं। पार्टी ने चुनाव लडने वालों को जिलाध्यक्ष के कार्यालय में आवेदन करने को कहा है। आवेदन के साथ ही आवेदक 11 हजार रूपये की राशि पार्टी के खाते में जमा कराएंगे। मिली जानकारी के अनुसार दादरी विधानसभा से अभी तक पूर्व जिलाध्यक्ष महेंद्र सिंह नागर ( मिलक लच्छी), देवेंद्र भाटी ( तिलपता), समीर भाटी पूर्व विधायक (दादरी), दीपक भाटी (बिसरख), वीरेंद्र सिंह गुड्डू ( गामा सेक्टर, ग्रेटर नोएडा) व अशोक पंडित ( दादरी) ने चुनाव लडने की इच्छा जाहिर की है.। उधर जेवर विधानसभा में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लडने वालों में मौजूदा जिलाध्यक्ष मनोज चौधरी ( तुगलपुर), विक्रम नागर ( अमरपुर), अजीत दौला ( दौला), योगेश तालान ( गोपाल गढ़ जेवर), ईश्वर भाटी ( देवटा), सतीश शर्मा ( किशोरपुर, जेवर) राजेंद्र अवाना ( हरौला) व कपिल भाटी (अस्तौली) ने आवेदन किया है।
नोएडा विधानसभा से अभी तक 19 नेताओं ने चुनाव में दावेदारी की है। इनमें दिनेश अवाना, गौतम अवाना, पुरुषोेत्तम नागर, सतेंदर शर्मा, राजकुमार भारती, योगेंद्र भाटी, रामचंद्र गुप्ता, अभिषेक जैन, बिरेंद्र मुखिया, प्रमोद शर्मा, रामकुमार तंवर, अशोक शर्मा, तरूण भारद्वाज, मुकेश यादव, लियाकत चौधरी, जावेद खान आदि के नाम हैं। पार्टी के संभावित प्रत्याशियों ने होर्डिंग, आटो व दीवारों पर अपने-अपने नामों का प्रचार भी करना शुरू कर दिया है। इनमें पंखुडी पाठक, अनिल यादव नाम भी शामिल हैं। कई नेताओं ने सीधे पार्टी कार्यालय में आवेदन किया है।जातीय संतुलन के हिसाब से देखा जाए तो नोएडा औऱ जेवर में इस समय बीजेपी के दो ठाकुर चेहरे हैं जबकि दादरी से गुर्जर विधायक है। कांग्रेस के लिए सबसे बड़ी चुनौती यह है कि वर्ष 1980 में दादरी से कांग्रेस के टिकट पर विजय पाल सिंह आखिरी बार विधायक बने थे। इसी तरह जेवर विधानसभा से रतन स्वरूप वर्ष 1985 से 1989 तक कांग्रेस के विधायक रहे थे। वर्ष 2012 में नोएडा विधानसभा का गठन होने के बाद से लेकर अब तक बीजेपी का ही दबदबा रहा है। कांग्रेस से चुनाव लडने वाले तो बहुत हैं मगर जेवर सीट पर धीरेंद्र सिंह ने 2012 में कांग्रेस के टिकट पर दमदारी से चुनाव लडा और दूसरे नंबर पर रहे। वर्ष 2017 में धीरेंद्र सिंह कांग्रेस छोडकर बीजेपी में शामिल हो गए। दादरी की तरह कांग्रेस ने 2017 में पूर्व विधायक समीर भाटी ने चुनाव लडा मगर 39 हजार 975 वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहे। अब 2022 के चुनाव के लिए कांग्रेस नेताओं को लग रहा है कि प्रियंका गांधी के नेतृत्व में यूपी पार्टी फिर मजबूत हो रही है। स्थानीय को टिकट का वादा पक्का रहा तो हो सकता है पार्टी से कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का भरोसा जुड जाए।
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(नोएडा खबर डॉट कॉम न्यूज ब्यूरो से विनोद शर्मा की रिपोर्ट )
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