सनातन धर्म रामलीला कमेटी की रामलीला में अंगद ने रावण के दरबार मे जमाया पैर
1 min readनोएडा, 13 अक्टूबर।
सांसद प्रतिनिधि संजय बाली जी ने बताया कि रत्नाकर ड्रामेटिक आर्ट प्रोडक्शन द्वारा आज सनातन धर्म रामलीला समिति के तत्वाधान में आज सर्वप्रथम दृश्य में राम जी ओर वानर सेना लंका की ओर प्रस्थान करेंगे आगे विशाल समुंदर को देख श्री राम जी शिव जी की पूजा के लिए बैठ जाते है उसके उपरांत समुंदर देव श्री राम को समुंदर पार करने का रास्ता बताते है उसके बाद नल नील और वानरों द्वारा सेतु निर्माण किया जाता है और सम्पूर्ण रामदल समुंदर पार कर लेते है और वही दूसरी ओर रावण को जब यह सूचना मिलती है तो रावण सभा में सभी सभासद से राय पूछते है कि क्या किया जाए तभी विभीषण जी उनका विरोध करते है जिसके बदले में रावण विभीषण को धक्का मार कर लंका से निस्काषित कर देता है विभीषण रामदल पहुँच जाते है राम जी उन्हें अपना लेते है और घोषणा कर देते है की लंका पर विजय के उपरांत लंका का राजा विभीषण को बनाया जाएगा उसके बाद रामादल में विचार विमर्श के बाद अंगद को दूत बना कर लंका भेजा जाता है जहाँ रावण अंगद सम्वाद होता है और आखिर में अंगद अपनी शक्ति का प्रदर्शन करके अपना पैर बीच सभा में जमा देता है और सबको ललकार देता है की उनका कोई भी वीर उनका पैर हिला कर दिखाए सभी प्रयास करते है लेकिन अंगद का पैर नहीं हिलता आखिर में रावण प्रयास करने लगता है तो अंगद अपना पैर खुद हटा लेते हैं और युध का एलान करके रामदल वापिस आजाते है जिसके बाद लक्ष्मण मेघनाथ युध होता है जिसमें लक्ष्मण को शक्ति वान लग जाता है और वे मूर्छित हो जाते है लक्ष्मण को मूर्छित देख राम जी अपना आपा खो देते है और विलाप करने लगते है फिर विभीषण जी सुशैन वैध को बुलवाते है और फिर हनुमान जी संजीवनी लेने जाते है जहाँ कालनेवी को मार कर वो संजीवनी लाने लगते है तभी रास्ते में हनुमान जी की भेंट भरत से होती है और उसके उपरांत हनुमान जी संजीवनी लेकर रामदल पहुँच जाते है उपचार के बाद लक्ष्मण जी जीवित हो जाते है और सभी रामादल खुशी से मगन हो जाते है। यही लीला विश्राम हो जाती है।
इस कार्यक्रम में राकेश कतयाल, गिरीश वत्रा, आर.सी. अग्रवाल, गोपाल अग्रवाल, डा. टी.एन. गोविल, अध्यक्ष टी.एन. चौरसिया, सुशील भारद्वाज, कोषाध्यक्ष अल्पेश गर्ग, डा. वी. के. गुप्ता, कुलदीप गुप्ता, संजय गोयल, ललित ठुकराल, अनुज गुप्ता, कुशलपाल चौधरी, तरूण राज, प्रदीप अग्रवाल, वरूण तिवारी, सत्य नारायण गोयल, योगेन्द्र शर्मा, पवनदीप सिंह, पंकज जिंदल, राजन श्रीवास्तव, चन्द्रपाल सिंह, रमन भोला, प्रमोद रंगा, निखिल गुप्ता, के.पी. सिंह, विकास अग्रवाल, अवधेश चौरसिया, सन्नी अग्रवाल, दीपक मखीजा, एम. के. मित्तल, मनोज गोयल, रविकांत पुरी, के.के. दत्ता, विनय गोयल, पी. के. अग्रवाल, विनोद गोयल, कुलभूषण बाली, आलोक अग्रवाल, आलोक अग्रवाल, बजरंग लाल गुप्ता, पी. एस. बंसल, आदि काफी संख्या में उपस्थित रहे।
गुरुवार की रामलीला में कुंभकरण वध, मेघनाथ वध, सुलोचना सती लीला दिखाई जाएगी।
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