किसान आंदोलन : ग्रेटर नोएडा में गिरफ्तारी के बावजूद जीरो पॉइंट पर धरने की तैयारी में संयुक्त किसान मोर्चा, पुलिस पर वादाखिलाफी का आरोप
1 min readग्रेटर नोएडा, 5 दिसम्बर।
ग्रेटर नोएडा के जीरो पॉइंट पर बुधवार को देर रात संयुक्त किसान मोर्चा के धरना रत किसानों को गिरफ्तार कर लिया गया और बृहस्पतिवार की सुबह जीरो पॉइंट से दलित प्रेरणा स्थल की तरफ जाते समय 34 किसान नेताओं को गिरफ्तार कर लिया गया। इन सब के बावजूद संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं ने अपनी रणनीति के तहत ब्रहस्पतिवार को अपने सभी कार्यकर्ताओं को जीरो पॉइंट पहुंचने को कहा है। मोर्चा नेता डॉ रूपेश वर्मा ने नोएडा खबर डॉट कॉम को बताया कि किसान संगठनों के साथ पुलिस प्रशासन ने वादा खिलाफी की है। यह दमनकारी नीति किसान बर्दाश्त नही करेंगे।
डॉ रूपेश वर्मा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ट्वीट पर की गई टिप्पणी का जवाब देते हुए कहा कि अराजकता की स्थिति पुलिस और अफसरों ने की है। पुलिस ने शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन कर रहे किसानों को 4 दिसंबर की रात में गिरफ्तार कर जेल। भेजा। गौतम बुध नगर की पुलिस ने दमन उत्पीड़न करते हुए अपने ही वादे से मुकरते हुए 4 दिसंबर की रात में धरना प्रदर्शन कर रहे सुखबीर खलीफा एवं सोरन प्रधान सहित 15-20 किसानों को जेल भेज दिया। किसान सभा के जिला महासचिव जगबीर नंबरदार जिला उपाध्यक्ष गवरी मुखिया को अन्य 10 लोगों के साथ रात में ही घर से पकड़ कर जेल भेज दिया। संयुक्त मोर्चा के कार्यकर्ताओं पर पुलिस का कहर रात भर जारी रहा उदल आर्य के घर के गेट को तोड़ते हुए उनकी पत्नी को भी थाने में ले जाकर बिठा दिया।
अखिल भारतीय किसान सभा के जिला अध्यक्ष डॉ रुपेश वर्मा ने बयान जारी करते हुए कहा कि किसान दमन और उत्पीड़न से पीछे हटने वाले नहीं है। गौतम बुध नगर के किसान अपने नागरिक अधिकारों के प्रति जागरूक हैं शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन नागरिकों का हक है परंतु योगी सरकार ने किसानों के शांतिपूर्ण आंदोलन का दमन करने की कोशिश करते हुए साबित कर दिया है कि योगी सरकार पूरी तरह पूंजी पति परस्त एवं किसान विरोधी है। जिन किसानों की जमीन पर नोएडा ग्रेटर नोएडा यमुना सिटी और इंटरनेशनल एयरपोर्ट बन रहे हैं उन्हें उनका हक पिछले 50 सालों से नहीं मिला है उनके विकसित आबादी प्लाट अभी तक नहीं मिले हैं प्राधिकरण के अफसर भ्रष्टाचार कर किसान के हिस्से की जमीन को भी खा गए हैं। हाई कोर्ट सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी 10 परसेंट के प्लाट नहीं दिए गए हैं जिले में 3.50 लाख से अधिक किसान 10% के प्लाट की मांग से प्रभावित हैं इसके बावजूद सरकार किसानों के दमन और उत्पीड़न पर लगी हुई है।
3 दिसंबर को दलित प्रेरणा स्थल पर शांतिपूर्ण हवन कर रहे किसानों को पुलिस ने जबरन गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। किसी भी कीमत पर किसान अपने मुद्दों से पीछे हटने वाले नहीं है। उन्होंने कहा कि ब्रहस्पतिवार को किसान हजारों की संख्या में फिर से जीरो पॉइंट पर इकट्ठा होंगे और योगी सरकार की तानाशाही का जवाब बाबा साहब अंबेडकर के संविधान में दिए गए शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन के माध्यम से देंगे।
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