केंद्र सरकार ने पेट्रोल डीजल पर एक्साइज ड्यूटी घटाई, पेट्रोल पम्प मालिकों को लगा लाखों का झटका, बोले केंद्र व राज्य करें भरपाई
1 min read-देश भर में हैं 70 हजार पेट्रोल पंप
-यूपी में 6800 पेट्रोल पंपों से होती है सप्लाई
-प्रत्येक पेट्रोल पंप को 4 लाख रूपये से लेकर 18 लाख तक का हुआ नुकसान
-धर्मेंद्र प्रधान ने किया था वादा, कभी भी 50 पैसे से ज्यादा रेट नहीं बढ़ेंगे
-22 राज्यों ने वैट टैक्स में कटौती की जबकि 14 राज्यों ने कोई राहत नहीं दी
(नोएडा खबर डॉट कॉम न्यूज ब्यूरो)
नोएडा, 6 नवंबर
केंद्र सरकार ने दीपावली से पहले देशवासियों को पेट्रोल व डीजल की एक्साइज ड्यूटी की दरें कम करने व राज्य सरकारों के वैट टैक्स कम करने से जनता को मामूली राहत मिली है। इस फैसले से कई राज्यों में पेट्रोल की दाम 100 रुपये प्रति लीटर से कम हो गए हैं इस पर देश में राजनीति भी शुरू हो गई है। इन सबसे अलग देश के पेट्रोल पंप मालिकों को भी करोड़ों रूपये का झटका लगा है। इन पंप मालिकों ने केंद्र सरकार से इसकी भरपाई करने को कहा है। यह झटका पंपों पर रखे स्टॉक को कम दर पर बेचने से होने वाले नुकसान पर लगा है। नोएडा-ग्रेटर नोएडा में अब पेट्रोल 95 रूपये 51 पैसे और डीजल 87 रूपये एक पैसे पर मिल रहा है। उधर यूपी पेट्रोलियम ट्रेडर्स एसोसिएशन ने हर पंप पर हुए चार लाख से 18 लाख रूपये तक के नुकसान की भरपाई करने की मांंग सरकार से की है।
इस मुद्दे पर नोएडा खबर डॉट कॉम से बात करते हुए यूपी पेट्रोलियम ट्रेडर्स एसोसिएशन के महामंत्री धर्मवीर चौधरी ने बताया कि पेट्रोलियम कंपनियां सभी पंपों को एमआरपी पर नहीं बल्कि आरएसपी ( रिटेल सेलिंग प्राइज) पर पेट्रोल व डीजल की सप्लाई करती हैं। केंद्र सरकार ने जैसे ही दस रूपये प्रति लीटर एक्साइज ड्यूटी रेट घटाया , बडे शहरों के पेट्रोल पंप के पास जो स्टॉक है वह फिर सस्ते दाम पर देना पड़ा। बिना बिके पेट्रोल या डीजल का एक्साइज ड्यूटी कंपनियां ले चुकी थी। अब इसकी भरपाई केंंद्र सरकार करे। यहीं नहीं उन्होंने बताया कि देश भर के सभी पेट्रोल पंपों को पेट्रोल पर 3 रूपये 11 पैसे प्रति लीटर और डीजल पर दो रूपये 19 पैसे प्रति लीटर की दर पर कमिशन मिलता है। जो बेहद कम है उसे भी बढ़ाया जाना चाहिए।
उत्तर प्रदेश की चर्चा करते हुए धर्मवीर चौधरी ने बताया कि यूपी में इस समय 25 प्रतिशत वेट चार्ज पेट्रोल पर और एक प्रतिशत सेस मिलाकर 26 प्रतिशत के करीब वैट टैक्स है। इसी तरह डीजल पर 17.83 प्रतिशत वैट टैक्स है। प्रदेश सरकार ने भी केंद्र के साथ वैट टैक्स में कटौती की है। इससे जो नुकसान पंप मालिकों का हुआ है उसकी भरपाई भी की जानी चाहिए। उन्होंने बताया कि जब धर्मेंद्र प्रधान पेट्रोलियम मंत्री थे तब उन्होंने यह फैसला किया था कि पेट्रोलियम कंपनियां कभी भी एक दिन में 50 पैसे से ज्यादा की बढ़ोत्तरी नहीं करेंगी। यह इसलिए कहा था कि दो रूपये या ज्यादा दरें बढ़ाने से पेट्रोल पंपों को नुकसान ज्यादा होता है। इसका ध्यान रखा जाए।
14 राज्यों ने नहीं घटाए वैट टैक्स
देश के 14 राज्य महाराष्ट्र, दिल्ली, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडू, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, केरल, मेघालय, अंडमान निकोबार, झारखंड, उडीसा, छत्तीसगढ़, पंजाब व राजस्थान ने वैट टैक्स में कोई कटौती नहीं की है। यहां 10 रूपये 66 पैसे से लेकर 12 रूपये 78 पैसे तक डीजल के दाम घटे हैं। जबकि 22 राज्यों ने अपने वैट टैक्स में कटौती कर जनता को राहत दी है।
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(नोएडा खबर डॉट कॉम के लिए वरिष्ठ पत्रकार विनोद शर्मा की रिपोर्ट)
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सही बात है