प्रदूषण रोकने को नोएडा से उठने लगी जनता की आवाज, लॉकडाउन की बजाय विकल्प तलाशें सरकार
1 min read-प्रदूषण से बचने के लिए लोक डाउन के अलावा अन्य सख्त उपायों पर विचार करे सरकार
सुशील कुमार जैन
-लॉकडाउन के बजाय सरकार प्रदूषण से बचने के उपाय करे
-सेक्टर 34 की आरडब्ल्यूए फेडरेशन के अध्यक्ष धर्मेंद्र शर्मा ने जिलाधिकारी को पत्र लिखा
नोएडा, 13 नवम्बर।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा बढ़ते प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए लॉकडाउन जैसे उपाय करने और सख्ती बरतने पर सुप्रीम कोर्ट की राय से नागरिकों ने भी सरकार प्रशासन को जरूरी उपाय करने का आग्रह करता है किया है इन लोगों का कहना है लॉक डाउन की बजाए प्रदूषण रोकने के स्थाई उपाय किए जाने चाहिए ताकि हर वर्ष ऐसी समस्या ना हो इस मुद्दे पर noidakhabar.com के पास लोगों की प्रतिक्रिया आई हैं।
सुशील कुमार जैन अध्यक्ष 18 मार्केट एसोसिएशन ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय द्वारा आज 2 दिन के लोक डाउन दिए गए सुझाव पर सरकार को अपना मत देना है। इस संबंध में यह कहना है कि हर समस्या का इलाज यदि लॉक डाउनलोड खोजा जाएगा तो उभरती हुई अर्थव्यवस्था फिर से नीचे जाने लगेगी और लोगों को जीवन यापन में निश्चित ही परेशानी खड़ी होगी। क्योंकि बार-बार के लोक डाउन से सबसे ज्यादा बुराअसर बाजार पर पड़ता है। बाजार बंद हो जाने से व्यापारी को अपना घर चलाना मुश्किल हो जाता है। साथ साथ अधिकतर लोग ऑनलाइन मार्केटिंग द्वारा अपनी आवश्यकता की पूर्ति करने लगते है।
यह सार्वभौमिक सत्य है कि प्रदूषण का स्तर निश्चित ही बहुत ही खतरनाक है। इस संबंध में यह भी कहना है की यदि सरकार सालों साल प्रदूषण से बचाव के संबंधी उपाय रोजाना करें और ऐसे उपाय बनाए जाए जिससे कि हर साल की इस परेशानी से बचाव भी हो सके। इस तरह की परिस्थितियों से बचा भी जा सके क्योंकि हम देखते हैं कि ज्यादातर आदेश जब हमारा प्रदूषण का स्तर इतना ज्यादा खराब हो जाता है कि सांस लेना मुश्किल हो जाता है तब ही लिए जाने के लिये ही होते हैं।
सुशील कुमार जैन ने कहा कि बाजारों को भी व्यापार द्वारा ही सांस मिलता है। यदि बार-बार के लॉकडाउन आएंगे तो बाजारों में व्यापारियों को जीवन यापन करना बहुत मुश्किल हो जाएगा। इस बार दशहरे से लेकर दिवाली तक 2 साल बाद बाजार में ग्राहक देखा गया है। ऑनलाइन मार्केट से अलग होकर ऑफलाइन रिटेल यानी बाजार में पहुंचकर खरीदारी करने के लिए उमड़ पड़ा है।
क्योंकि कल से शादियों का सीजन 1 महीने के लिए चालू होगा तो बाजार में खरीदारी भी लोग अपने घर में होने वाली शादियों के लिए करने के लिए आएंगे। अभी लॉक डाउन लगाए जाएंगे तो निश्चित ही व्यापारियों ने जो अपने प्रतिष्ठानों में माल भरा है वह नहीं बिक पाएगा। इसलिए हमारी सलाह है की लॉकडाउन के अलावा अन्य विकल्पों पर विचार किया जाए। और सरकार को व्यापारी एवं बाजार के द्वारा सरकार को प्राप्त होने वाले राजस्व पर ध्यान देना चाहिए।
इस संबंध में बेहतर उपाय यह रहेंगे कि सरकारी एवं व्यक्तिगत ऑफ़िस को अपने कर्मचारियों को घर से काम करने की योजना पर अमल करना चाहिए। कार्यालय में लोगों को सिर्फ तभी बुलाना चाहिए जबकि बिना कार्यालय बुलाए कोई काम ना हो सके। जैसा कि लॉकडाउन के अंतर्गत पहले भी सभी लोगों ने घर पर काम किया है। वैसे ही कुछ उपाय किए जाने चाहिए और भी बहुत से उपाय हो सकते हैं, जिसमें यातायात हेतु सिर्फ पब्लिक यातायात द्वारा ही सफर किया जाए । बाकी सभी गाड़ियों को प्रतिबंधित किया जा सकता है। इसके अलावा सरकार और भी कई तरह के उपाय शीघ्र अति शीघ्र करें। जिसमें कि प्रदूषण से बचने के उपाय जैसे स्मोक टावर का इंस्टॉलेशन अधिक से अधिक जगहों पर किया जाए । साथ ही पानी के छिड़काव द्वारा सड़कों की सफाई पेड़ों की सफाई पर ध्यान देना चाहिए। यह सभी जानते हैं कि अगर यह सारे उपाय दिन प्रतिदिन के हिसाब से किए जाएं तो प्रदूषण इतना कभी ना बड़े ।अधिक प्रदूषण से बचने के उपायों पर शक्ति जरूर होनी चाहिए । इसमें कोई दो राय नहीं है किंतु बाजारों को खुला रखा है अगर ऐसे उपाय हो तो अति उत्तम होगा।
धर्मेंद्र शर्मा, अध्यक्ष, फेडरेशन ऑफ आरडब्ल्यूए, सेक्टर 34 नोएडा ने जिलाधिकारी को लिखा पत्र
धर्मेंद्र शर्मा ने जिलाधिकारी को लिखा है कि आप स्वयं अवगत हैं कि नोएडा वर्तमान में पूरे देश में सबसे प्रदूषित शहरों में से एक है आपके एवं नोएडा प्राधिकरण द्वारा काफी सकारात्मक प्रयास किए जा रहे हैं लेकिन उसके पश्चात भी वर्तमान में नोएडा में स्वास्थ्य आपातकाल के हालात बने हुए हैं जिससे सांस लेना दूभर हो रहा है और नोएडा के निवासियों के फेफड़ों, हृदय और मस्तिष्क को गंभीर नुकसान पहुंच रहा है। इसी क्रम में वायु प्रदूषण नियंत्रण हेतु निम्न सुझाव अनुरोध सहित प्रेषित हैं
1:- नोएडा के जिन संस्थानों में वर्क फ्रॉम होम से कार्य होना संभव है वहां पर वर्क फ्रॉम होम व्यवस्था लागू करने के आदेश पारित किये जायें
2:-नोएडा शहर में वायु प्रदूषण को रोकने हेतु करते कृत्रिम वर्षा किए जाने पर विचार किया जाए
3:-नोएडा में कुछ समय के लिए ऑड-इवन ( सम विषम) व्यवस्था को लागू किया जाए।
4:- अधिक प्रदूषण करने वाले कारखानों में कुछ समय हेतु रोक लगाई जाए।
5:-नोएडा में स्थित कंपनियों को अपने स्टाफ कर्मचारी आदि को घर से आने जाने हेतु सीएनजी बस लगाने हेतु निर्देशित किया जाए जिसके परिणाम भविष्य में दिखाई देंगे।
6:- नोएडा में काफी अधिक संख्या में जुगाड़ वाहन (पुराने अवैध स्कूटर मोटरसाइकिल आदि के इंजन से बनाए गए वाहनों) पर तत्काल रोक लगाई जाए
7:-नोएडा में सीएनजी के अतिरिक्त चल रहे मालवाहक वाहन ऑटो आदि पर भी कुछ समय के लिए पाबंदी लगाई जाए
8:- नोएडा निवासियों को वायु प्रदूषण नियंत्रण हेतु जागरूक किया जाए।
उन्होंने कहा कि शहर में बढ़ते वायु प्रदूषण के कारण हम सांस लेना तो नहीं छोड़ सकते परंतु उपरोक्त व्यवस्था द्वारा वायु को सांस लेने लायक बनाने हेतु प्रयास तो कर ही सकते हैं
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