आरएसएस कोरोना की तीसरी लहर से निपटने की तैयारी में जुटा
1 min readनई दिल्ली, 12 जुलाई। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अब संभावित तीसरी लहर से निपटने की तैयारी में जुट गया है। संघ ने स्थानीय स्वयंसेवकों को सेंटर खोलने के लिए स्कूल, कॉलेज, धर्मशाला, बैंक्वेट हॉल, खाली मकान आदि को चिह्नित
देश के सभी प्रखंडों में आइसोलेशन सेंटर तैयार करेगा RSS, कोरोना की तीसरी लहर को लेकर तैयारी शुरू
कोरोना वायरस की पहली और दूसरी लहर में बढ़-चढ़कर सामाजिक दायित्वों का निर्वहन कर चुका राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) अब संभावित तीसरी लहर से निपटने की तैयारी में जुट गया है। तीसरी लहर को केंद्र में रखकर आरएसएस ने देश के सभी प्रखंडों और महानगरों के सभी वार्डों में आइसोलेशन सेंटर (केंद्र) बनाने का निर्णय लिया है। संबंधित केंद्रों में वैसे संक्रमित लोगों को रखने की व्यवस्था की जाएगी, जो एक या दो कमरे के मकान में रहते हैं और जिनके होम क्वारंटाइन में रहने से परिवार के दूसरे सदस्य भी संक्रमित हो सकते हैं।
संघ ने स्थानीय स्वयंसेवकों को सेंटर खोलने के लिए स्कूल, कॉलेज, धर्मशाला, बैंक्वेट हॉल, खाली मकान आदि को चिह्नित करने का निर्देश दिया गया है। सेंटर के संचालन के लिए स्वयंसेवकों को प्रशिक्षित भी किए जाने की तैयारी है, ताकि वहां रहने वाले लोगों को किसी तरह की परेशानी न हो। इस कार्य में संघ के सभी आनुषांगिक संगठन भी सहयोग करेंगे।
केंद्रों पर सभी व्यवस्था निश्शुल्क
संबंधित केंद्रों पर बेड के साथ-साथ ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, गर्म पानी, काढ़ा, ऑक्सीमीटर, सामान्य दवा और भोजन की व्यवस्था रहेगी। संघ परिवार से जुड़े चिकित्सक संबंधित केंद्रों से ऑनलाइन जुड़े रहेंगे। यहां सभी व्यवस्थाएं निश्शुल्क रहेंगी। ज्यादा गंभीर संक्रमित मरीजों को इन केंद्रों पर रखने की व्यवस्था नहीं रहेगी।
दूसरी लहर में देश के 287 शहरों में खोले गए थे आइसोलेशन सेंटर
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में संघ के स्वयंसेवकों ने जरूरतमंदों की दिन-रात मदद की। संघ के स्वयंसेवकों के सहयोग से पूरे देश में 287 से अधिक शहरों में आइसोलेशन सेंटर और 150 से अधिक स्थानों पर कोविड केयर सेंटर बनाए गए थे। इन केंद्रों पर लगभग 18,000 बेड की व्यवस्था की गई थी। इस काम में पांच हजार से अधिक कार्यकर्ता लगे थे, वहीं 6000 से अधिक स्वयंसेवकों ने देश के 819 सरकारी कोविड केंद्रों पर लोगों की मदद की थी। घरों में भोजन तक पहुंचाने का काम किया था।
टीकाकरण के लिए चलाया जा रहा जागरूकता अभियान
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक एवं आनुषांगिक संगठनों के कार्यकर्ता कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए गांव-गांव में वैक्सीनेशन के लिए लोगों के बीच जागरूकता अभियान चला रहे हैं। सुदूर गांवों में जाकर लोगों को बताया जा रहा है कि टीका लेने का क्या फायदा है। इसके लिए स्थानीय प्रशासन के सहयोग से कैंप भी लगवाए जा रहे हैं। इस काम में वनवासी कल्याण केंद्र, एकल अभियान, सेवा भारती विद्या भारती, विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकर्ता भी लगे हैं।
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