आम आदमी पार्टी ने सुपरटेक मामले की जांच को लेकर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को पत्र सौंपा
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ग्रेटर नोएडा, 30 मार्च।
ग्रेटर नोएडा के सुपरटेक बिल्डर द्वारा 25,000 घर खरीदारों सहित ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के करोड़ो के घोटाले में संलिप्त अधिकारियों व जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई के साथ घर खरीदारों के हक दिलाने के संबंध में आम आदमी पार्टी ने मुख्यमंत्री के नाम का मुख्य कार्यपालक अधिकारी के नाम का ऐसीईओ अमनदीप डूली को एक पत्र सौंपा गया ।
आप ने पत्र में कहा है कि सुपरटेक का मालिक आर के अरोड़ा व उसके डायरेक्टर बहुत ही अपराधिक और बेईमान प्रवृत्ति का बिल्डर है। यह बात माननीय सुप्रीम कोर्ट ने भी अपने फैसले में कही है और इसके काले कारनामों पर कड़ी कार्यवाही करने हेतु नोएडा मे बने 2 अवैध बने टावरों को गिराने का भी आदेश दिया है। इसके अपराधों की गाथा आज से नहीं बल्कि दशको पुरानी है जिसे सभी तत्कालीन व वर्तमान अधिकारीयों व नेताओं को भली भांति मालूम होने के बावजूद कार्रवाई नहीं की गई ।
इसी क्रम में सुपरटेक बिल्डर से घर खरीदारों को बचाने के लिए तथा प्राधिकरण का पैसा बकाया वसूली के लिए फ़्लैट्स बायर्स द्वारा पिछले 7 वर्षों से लगातार प्रयास किए गए । प्राधिकरण के अधिकारियों सहित सभी जिम्मेदार लोगों से समय-समय पर लिखित व मौखिक गुहार भी लगाते रहे परंतु सांठगांठ व भ्रष्टाचार की जड़ें इतनी गहरी थी कि किसी ने भी सुपरटेक पर कार्रवाई नहीं की। इस बात को निम्न सबूतो से आसानी से समझा जा सकता है –
1- दिनांक 07-01- 2015 को बिल्डर के कुत्सित धोखेबाज मानसिकता व अवैध निर्माण से व्याप्त अराजकता को देखते हुए नियमों के अनुसार कार्यवाही करने के लिए तत्कालीन सरकार और मुख्य कार्यपालक अधिकारी, ग्रेटर नोएडा से प्रार्थना पत्र द्वारा आग्रह किया कि बिल्डर को ब्लैक लिस्ट करते हुए इसको आवंटित सभी प्रॉपर्टी को प्राधिकरण अपने कब्जे में लेकर घर खरीदारों को घर दिलाएं तथा प्राधिकरण अपना बकाया भी वसूले परंतु अधिकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की गई। आगे भी कई पत्र लगातार लिखे गए परंतु कोई कार्रवाई जिम्मेदार अधिकारियों ने नहीं की।
2- इसी तरह मुख्य कार्यपालक अधिकारी ग्रेटर नोएडा को संबोधित करते हुए लगातार दिनांक 21-10-2019, 1-10-2019 16-9-2019 हो पत्र लिखकर बिल्डर से प्राधिकरण के बकाया पैसों की वसूली के लिए आग्रह करते हुए अनुरोध किया था कि बिल्डर जिस तरह से अवैध निर्माण व धोखेबाजी का काम कर रहा है उससे आने वाले दिनों में बहुत सारे घर खरीदारों को घर नहीं देगा साथ-साथ बहुत सारा पैसा लेकर भागेगा या साजिश के तहत अपने को दिवालिया घोषित कर फरार हो सकता है इसलिए इस पर कार्रवाई करते हुए पैसो की वसूली कर ली जाए।
3-प्रार्थी ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारीयों द्वारा कार्रवाई न करने पर मुख्यमंत्री पोर्टल पर मैंने दो बार शिकायत दर्ज कराई । शिकायत संख्या 40014119020203 व 40014119020374 । परंतु जिम्मेदार अधिकारीयों द्वारा कार्रवाई के बजाय हीला हवाली व लीपापोती करके शिकायत का निस्तारण कर दिया गया । माननीय महोदय सुपरटेक बिल्डर पर अधिकारियों द्वारा कार्रवाई न करना और उसे स्थानीय जन प्रतिनिधियों विधानसभा सदस्य व लोकसभा सदस्य द्वारा विधानसभा और लोकसभा को बिल्डर की कारगुजारीओं को अवगत न कराना भी बड़ा संदेह पैदा करता है। कहीं यह भी तो इनके साथ संदीप तो नहीं है।
आप ने लिखा है कि सुपरटेक के प्रकरण को शीर्ष वरीयता देते हुए इसके द्वारा किए गए अवैध निर्माण व सरकारी पैसा न देने और इसको पोषित करने व बचाने में शामिल उन सभी अधिकारियों और जिम्मेदार नेताओं की भूमिका पर एक उच्च स्तरीय कमेटी गठित कर जांच कराते हुए दोषियों को सख्त से सख्त सजा दी जाए। पीड़ित उन सभी घर खरीदारों को घर दिलाने के लिए हर वह कदम उठाए जिससे पीड़ित खरीदारों को उनका आशियाना मिल सके तथा शासन की तरफ से आर्थिक पैकेज दिए जाएं।
इस अवसर पर जिलाध्यक्ष भूपेन्द्र जादौन, प्रो ऐ के सिंह,अनिल चेची पूनम सिंह,दिलदार अंसारी, राहुल सेठ,राकेश अवाना, संकेत भाटी,मुकेश प्रधान, सरताज अंसारी, विकास राठौड़,अखंड प्रताप सिंह,आशुतोष मिश्रा उदय मलिक ,संदीप चौधरी आदि मौजूद रहे।
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