सीईओ नोएडा के साथ फोनरवा कार्यकारिणी की बैठक, साफ पानी से लेकर अतिक्रमण तक के मुद्दे उठाए
1 min readनोएडा, 25 मई।
फोनरवा कार्यकारिणी कमेटी के सदस्यों की नोएडा प्राधिकरण की मुख्य कार्यपालक अधिकारी श्रीमती रितु महेश्वरी के साथ बुद्धवार को महत्वपूर्ण मीटिंग हुई। इसमें उनको नोएडा के निवासियों की समस्याओं से अवगत करवाया और उससे संबंधित ज्ञापन भी दिया। इस अवसर पर प्रिंसिपल महाप्रबंधक राजीव त्यागी, पी के कौशिक महाप्रबंधक, इंदुप्रकाश सिंह ओएसडी, आर पी सिंह डीजीएम तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
फोनरवा के अध्यक्ष योगेंद्र शर्मा ने बताया कि नोएडा के कई सेक्टरों में लोगों को गंदे पानी की सप्लाई हो रही है और न ही पर्याप्त पानी मिल रहा है। नोएडा के निवासियों को साफ और पर्याप्त पीने का पानी मिले इसकी मांग फ़ोनरवा काफी लंबे समय से करता आ रहा है परंतु अभी तक इसमें संतोषजनक कार्रवाई नहीं हुई है । हमारी मांग है कि गंगाजल की आपूर्ति बढ़ाई जाए जिससे पानी की गुणवत्ता बढ़ सके और अधिक मात्रा में सप्लाई की जा सके।
सीईओ ने कहा की नोएडा के निवासियों को साफ और पर्याप्त मात्रा में पानी मिले इस बारे में नोएडा अथॉरिटी आवश्यक कार्रवाई कर रहा है।इस पर कार्य चल रहा है। यह कार्य दिसम्बर2022 तक खत्म हो जाएगा इससे नए सेक्टरों में भी गंगा जल की आपूर्ति शुरू हो जाएगी। काफी पुराने टयूबवेल रिपेयरिंग हो गए हैं बाकी सभी को रिपेयर कर लिया जायेगा। उन्होंने कहा कि विभिन्न सेक्टरों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम भी लगाए जा रहे हैं।
महासचिव केके जैन ने कहा कि शहर में अवैध अतिक्रमण से दुकानदारों, अवैध विक्रेताओं, फेरीवालों, ठेला-गडि़यों आदि के साथ सड़कों/फुटपाथों पर कब्जा करने और यात्रियों और पैदल चलने वालों के लिए समस्या पैदा करने वाले क्षेत्रों में बाजार के मैदानों में अराजकता पैदा करना जारी है। आरडब्ल्यूए/निवासियों द्वारा दर्ज की गई शिकायतों के आधार पर, नोएडा प्राधिकरण ने कार्रवाई की लेकिन इन अतिक्रमणों को स्थायी रूप से हटाने में विफल रहा।
यह देखा गया है कि इन अवैध विक्रेताओं को ड्राइव के बारे में पहले ही पता चल गया था और नोएडा प्राधिकरण की टीम के क्षेत्र में पहुंचने से पहले उनमें से अधिकांश ने अपने खोखे और सामान हटा दिए थे। इसलिए सेक्टरों/बाजारों में अवैध वेंडरों, फेरीवालों और ठेला-गडि़यों के अतिक्रमण से निजात दिलाने के लिए नियमित अभियान चलाने की जरूरत है। उन्होंने संबंधित अधिकारियो को आदेश दिया कि इस पर कड़ी कार्यवाही की जाए और अतिक्रमण से निजात दिलाने के लिए नियमित अभियान चलाया जाए।
श्रीमती रितु माहेश्वरी ने कहा कि हमारे पास विभिन्न सेक्टरों के निवासियों की शिकायत आती है कि आरडब्ल्यूए द्वारा सेक्टर में गेट बंद करने से परेशानी होती हैं उन्होंने कहा कि सेक्टरों से जुड़े मुख्य सड़क पर लगे आरडब्ल्यूए द्वारा गेट खोले जाएं।प्राधिकरण 02.04.2022 से 28.05.2022 तक आरडब्ल्यूए के सहयोग से एक सफाई अभियान कार्यक्रम बनाने के लिए नोएडा प्राधिकरण के आभारी हैं। FONRWA और RWA के समन्वय से, नोएडा प्राधिकरण की एक टीम ने लगभग 51 RWA का दौरा कर उनकी समस्याओं का समाधान किया और निवासियों के बीच स्वच्छता के बारे में जागरूकता पैदा करने में सफल रहे। हम आपसे अनुरोध करते हैं कि कृपया इस कार्यक्रम की अवधि बढ़ा दें ताकि अधिकतम आरडब्ल्यूए को कवर किया जा सके। मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने इस मांग को स्वीकार करते हुए कहा कि इस कार्यक्रम को आगे बढ़ाया जायेगा। उन्होने यह भी आदेश दिया कि महीने में प्रिंसिपल महाप्रबंधक/महाप्रबंधक फोनरवा के साथ बैठक करेंगे।
प्राधिकरण द्वारा विधिवत निष्पादित और पंजीकृत पट्टा समझौते के खंड 7 (3) के तहत आरडब्ल्यूए की सदस्यता के चूककर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई के संबंध में दिनांक 06.08.2020 के आदेश को जारी किया गया था। आरडब्ल्यूए के सदस्यों ने डिफॉल्टरों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करने के लिए नोएडा प्राधिकरण को पत्र सौंपे हैं। लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई शुरू नहीं की गई है। इस विषय पर उन्होंने कहा कि सब्सक्रिप्शन के भुगतान के डिफॉल्टर को रोकने की दृष्टि से उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कुछ निवासियों के खिलाफ आरसी भी जारी की जा रही है। आरडब्ल्यूए का सब्सक्रिप्शन नहीं देने वाले प्लॉट मालिकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई का प्रस्ताव शासन को भेज दिया गया है उत्तर प्रदेश स्वीकृति के लिए लेकिन ऐसे डिफॉल्टर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई का आदेश अभी भी लंबित है। उसके लिए सरकार को रिमाइंडर भेजा जाएगा।
फोनरवा द्वारा यह मांग की गई थी कि कुछ सेक्टरों में कम्युनिटी सेंटर और मार्केट नहीं है इस संबंध में बताया गया कि कुछ सेक्टरों में मार्केट और कम्युनिटी सेंटर बनाने की कार्रवाई चल रही है और बाकी बताएं गए सेक्टरों पर विचार किया जाएगा।
नोएडा प्राधिकरण ने नोएडा के विभिन्न क्षेत्रों में एचआईजी / एमआईजी / एलआईजी- और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) फ्लैटों का निर्माण किया। इन फ्लैटों को निवासियों को 90 साल की लीज पर दिया गया है। उनके फ्लैटों में फ्लैटों, सीढ़ियों, बालकनियों और आम क्षेत्रों की दीवारों पर प्लास्टर गिरने / ग्रिट वॉश की घटनाएं बार-बार हो रही हैं। इस सम्बन्ध में सीईओ ने कहा कि नोएडा प्राधिकरण की मरम्मत कार्य की कोई पॉलिसी नहीं है। अतः आरडब्ल्यूए/निवासियों को स्वयं ही मरम्मत कराना होगा।
कुछ क्षेत्रों में ओपन जिम का प्रावधान अभी भी लंबित है। सेक्टर के कई पार्कों में बेंच व झूले टूटे हैं और कुछ पार्कों में तो झूले व बेंच तक नहीं दिए गए हैं। नोएडा के पार्कों में बेंच और विभिन्न प्रकार के झूले जैसे स्लाइड, मकड़ी के जाले, झूला आदि उपलब्ध कराने का अनुरोध करते हैं। उन्होंने आदेश दिया कि जिन सेक्टरों में ओपन जिम नही है वहा पर ओपन जिम बनाए जायेंगे और पार्कों में झूले, बैंच तथा डस्टबिन उपलब्ध कराए जाएंगे। तथा टूटे हुए झूलों को ठीक किया जाए।
नोएडा के विभिन्न क्षेत्रों में बड़ी संख्या में एस्टोनिया के पेड़ फैले हुए हैं, जो निवासियों के लिए एक बड़ा स्वास्थ्य जोखिम पैदा कर रहे हैं। ये पेड़ मौसमी बुखार, साइनसाइटिस, अस्थमा और आंखों से संबंधित संक्रमण पैदा कर रहे हैं। कई निवासी, विशेष रूप से जिन्हें दमा है या जिन्हें सांस लेने में कोई समस्या है, वे पीड़ित हैं। एस्टोनिया के पेड़ों के फूलों से लदी शाखाओं को काटने और हटाने के लिए आवश्यक निर्देश जारी करें, और नए क्षेत्रों में ऐसे पेड़ नहीं लगाए जा सकें। इसके अलावा, कृपया क्षतिग्रस्त एस्टोनिया के पेड़ों के स्थान पर नए वृक्षारोपण की व्यवस्था की जा सकती है।उन्होंने संबंधित अधिकारियो को आदेश दिया कि शहर में ऐसे पेड़ों के लिए सर्वे किया जाय और जिन पेड़ों से अधिक समस्या है उनको बदलने की कार्यवाही की जाए।
नोएडा में आवारा कुत्तों की समस्या बहुत गंभीर होती जा रही है और इसलिए, युद्ध स्तर पर इससे निपटने की तत्काल आवश्यकता है। नोएडा प्राधिकरण के मौजूदा शेल्टर में सीमित स्थान है। मौजूदा शेल्टर का आकार बढ़ाने या नए शेल्टर के निर्माण की जरूरत है ताकि ज्यादा से ज्यादा कुत्तों को इलाज के लिए रखा जा सके।
मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने कहा कि हम आरडब्ल्यूए के सहयोग से शेल्टर के लिए स्थान और उसको बनाने के लिए तैयार हैं परंतु उसकी देखभाल आरडब्ल्यू द्वारा की जाएगी उन्होंने कहा कि नोएडा प्राधिकरण द्वारा पालतू कुत्तों का रजिस्ट्रेशन का कार्य किया जा रहा है परंतु लोग अपने पालतू कुत्तों का रजिस्ट्रेशन नहीं करवा रहे हैं उन्होंने कहा कि हम जल्दी ही आवारा कुत्तों के vaccine के लिए एजेंसी नियुक्त कर रहे हैं।
कई आवासीय क्षेत्रों में गेस्ट हाउस, कार्यालय, छात्रावास, गोदाम, प्ले स्कूल आदि जैसी व्यावसायिक गतिविधियाँ संचालित की जा रही हैं, जिससे आसपास के क्षेत्र में रहने वाले निवासियों को समस्या हो रही है।
आरडब्ल्यूए ने नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों के पास शिकायत दर्ज कराई। लेकिन उनके द्वारा कोई संतोषजनक कार्रवाई नहीं की गई है। इस संबंध में मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने प्रिंसिपल मुख्य महाप्रबंधक श्री राजीव त्यागी जी को आदेश दिया कि आवासीय क्षेत्रों में व्यावसायिक गतिविधियाँ का सर्वे किया जाए और उनको नोटिस जारी किया जाए।
नोएडा प्राधिकरण ने नोएडा के विभिन्न सेक्टरों में ठेकेदारों के माध्यम से विकास कार्य किए. कार्य का दायरा और परियोजना से संबंधित अन्य जानकारी संबंधित आरडब्ल्यूए और न ही निवासियों को प्रदान की जाती है। पूरा ब्योरा नहीं होने के कारण आरडब्ल्यूए को यह पता नहीं चल पाता है कि ठेकेदार को क्या काम सौंपा गया था और उन्होंने कितना काम किया है। सीईओ ने कहा कि जल्दी ही नोएडा प्राधिकरण की वेबसाइट पर आरडब्ल्यूए का लिंक दिया जायेगा जिसमें नोएडा प्राधिकरण द्वारा विभिन्न सेक्टरों में होने वाले कार्य का विवरण दिया जायेगा।
अध्यक्ष योगेंद्र शर्मा, महासचिव के के जैन, कोषाध्यक्ष अशोक कुमार मिश्रा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजीव गर्ग, पवन यादव, योगेश शर्मा, प्रदीप बोहरा, अनिल चौहान, अशोक शर्मा, जयपाल सिंह, अंजना भागी, प्रदीप मिश्रा, पवन गोयल, टी सी गौड़, सुशील यादव, भूषण शर्मा, ऐ के सहगल आदि उपस्थित रहे।
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