राज्यसभा सांसद कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने पीएमओ से जुड़े मुद्दों की जांच की मांग की
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नई दिल्ली, 16 जून।
राज्य सभा सांसद एवं सदस्य, केन्द्रीय कांग्रेस वर्किंग कमेटी प्रमोद तिवारी ने कहा है कि कल भारतीय लोकतंत्र के लिये सबसे शर्मनाक दिन था जब मुख्य विरोधी दल भारतीय राष्ट्रीय कांगे्रस के मुख्यालय 24 अकबर रोड, नई दिल्ली में जाकर दिल्ली पुलिस ने, जो केन्द्र सरकार के आधीन है, उसने वहां कांग्रेस के नेताओं को मारा था- पीटा था और अपमानित किया था ।
आजादी की बाद की यह सबसे शर्मनाक घटना है जिस तरह बर्बरतापूर्वक कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को मारा- पीटा गया और अपमानित किया गया वह वास्तविक मुद्दों से ध्यान हटाने के लिये भारतीय जनता पार्टी सरकार द्वारा बदले की भावना की गयी शर्मनाक व निन्दनीय कार्यवाही है ।
श्री तिवारी ने कहा है कि इन आरोपों का पूरी तरह से खण्डन करता हूँ कि माननीय श्री राहुल गांधी जी सहयोग नहीं कर रहे हैं, वे तो स्वयं जा रहे हैं । बिना कोई आरोप मेरा आग्रह है कि एक पार्लिमेण्ट्री कमेटी का गठन कर लिया जाय, जिसमें सभी दलों के मा. सांसद हों, नीचे दिये गये मुद्दों पर एवं ई.डी. के प्रकरण की भी निष्पक्ष जांच कराने के लिये क्या केन्द्र सरकार माननीय सर्वोच्च न्यायालय जाकर इन सभी मुद्दों पर जांच कराने का अनुरोध करेगी:-
1. हाल ही में श्रीलंका में इलेक्ट्रिकल बोर्ड के चेयरमैन ने संसदीय समिति के सामने यह खुलासा किया है कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने अडानी को पाॅवर प्लाण्ट का कांट्रैक्ट देने के लिये कहा था, और उस ’’क्लाज’’ के बावत जिसमें प्रतिस्पर्धात्मक बोली किनारे कर दी गयी थी ।
2. माननीय प्रधानमंत्री जी काबुल से आते समय रास्ते में लाहौर (पाकिस्तान) उतरे/ रुके थे और पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमंत्री श्री नवाज शरीफ जी से गले मिले थे, उनके घर गये थे । पत्रकार बरखा दत्त जी ने अपनी पुस्तक जी ने यह खुलासा किया हे कि यह मीटिंग श्री संजय जिन्दल जी ने कराई थी ।
3. फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति श्री फ्रैक्विस होलैण्ड जी ने श्री अनिल अंबानी को चुना था उन्होंने उसी पार्टनर को चुना जिसको भारत सरकार ने लिया था । स्मरणीय है कि यह डील माननीय प्रधानमंत्री जी वे मिस्ट होलैण्ड के बीचं सीधे हुई थी इसमें रक्षा मन्त्री को भी शामिल नही किया गया था ।
4. स्विटरलैण्ड में चोकसी भाई, प्रधानमंत्री से मिले थे, यह वही चोकसी भाई है जिन्हें माननीय प्रधानमंत्री जी ने भाई और मित्र कहा था और बाद में 20 हजार करोड़ रुपये लेकर फरार हो गये थे ।
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