श्रीराम लखन धार्मिक लीला में परशुराम लक्ष्मण संवाद और राम विवाह की लीला का मंचन
1 min read-श्रीराम द्वारा धनुष तोड़ना एवं सीताराम विवाह और लक्ष्मण परशुराम संवाद लीला का मंचन आयोजित
-पूजा अर्चना के बाद राज्यमंत्री नवाब सिंह नागर ने किया रामलीला का शुभारंभ
-जो भगवान की लीला और गुणों को याद रखता है उस पर हमेशा भगवान की कृपा बनी रहती है: नवाब सिंह नागर
नोएडा, 29 सितम्बर।
सेक्टर 46 के रामलीला ग्राउंड में चल रही श्रीराम लखन धार्मिक लीला में चोथा दिन श्रीराम द्वारा धनुष तोड़ना एवं सीता राम विवाह की रामलीला मंचन के साथ लक्ष्मण परशुराम संवाद की लीला का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद राज्य मंत्री नवाब सिंह नागर ने कहां की राम की लीला का जितना लीला व शास्त्रों में उपयोग किया जाए उतना ही व्यक्ति का कल्याण होगा।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को भगवान राम के गुणों को अपने दिल में बैठाना चाहिए, जो भगवान की लीला और उनके गुणों को याद रखता है। उस पर भगवान की कृपा हमेशा बनी रहती है।
उन्होंने मौजूद रामलीला देखने वालों को संबोधित करते हुए कहा कि आज के समय में लोग भागदौड़ भरी जिंदगी के चलते केवल मोबाइल का शौक अधिक रखते हैं।
अधिकांश लोग रामलीला में जाना तो पसंद करते हैं, लेकिन समय नहीं मिलने के चलते नहीं पहुंच पाते।ईनमें युवा पीढ़ी सबसे अधिक है।
वह रामलीला देखने की बजाय मोबाइल, सिनेमा हॉल आदि देखना पसंद करती है ।
लेकिन इन सब से संस्कृति और सभ्यता जैसे भाव पैदा नहीं किए जा सकते।
रामलीला से प्रत्येक व्यक्ति को कुछ ना कुछ जागरूकता वाले भाव पैदा करने में सहायक रहती हैं।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में फोनरवा अध्यक्ष योगेंद्र शर्मा, रविकांत मिश्रा ,सुरेंद्र नहाटा, नोएडा महानगर कांग्रेस के अध्यक्ष रामकुमार तवर, भाजपा किसान मोर्चा के नोएडा के जिलाध्यक्ष ओमवीर अवाना एवं नरेंद्र चोपड़ा ने भी सेक्टर 46 में चल रही रामलीला की सराहना की।
रामलीलाआयोजन समिति के अध्यक्ष विपिन अग्रवाल ने आए हुए सभी अतिथियों का स्वागत किया। और उन्हें भगवान राम की मूर्ति भेंट की।
चौथे दिन की रामलीला में पंडित कृष्णा स्वामी ने रामलीला में धनुष तोड़ना एवं सीता स्वयंवर और लक्ष्मण परशुराम संवाद की रामलीला को विस्तार पूर्वक दिखाया।
रामलीला में जनक राज की सभा में जनक राज द्वारा धनुष यज्ञ की घोषणा की जाती है ।
जिसमें देश के राजा महाराजा को आमंत्रित किया जाता है।
और धनुष तोड़ने के लिए वहां पहुंचे सभी राजा महाराजा एकत्र होते हैं। तभी बिना बुलावे के वहां लंका के राजा रावण भी पहुंच जाते हैं।
वे जैसे ही धनुष उठाने के लिए धनुष पर हाथ लगाते हैं, सभी तभी आकाशवाणी होती है।
हे रावण शिव धनुष को प्रणाम कर वहां से वापस चले जाओ तभी रावण आकाशवाणी को सुनकर धनुष को प्रणाम कर वापस चला जाता है। इसके बाद सभी राजा मिलकर धनुष उठाने की कोशिश करते हैं।
लेकिन सभी विफल रहते हैं।
इसके बाद राजा जनक क्रोधित होते हैं ।
तभी उनका लक्ष्मण से विवाद होता है।
इसके बाद विश्वामित्र की आज्ञा से भगवान राम धनुष उठाते हैं।
और धनुष तोड़ देते हैं ।
इसके बाद जयमाला को लेकर भी भगवान परशुराम और लक्ष्मण में वाद विवाद होता है ।
अंत में राम को विष्णु अवतार मानकर प्रणाम कर सभी वहां से चले जाते हैं ।
और सीता स्वयंवर के साथ चौथे दिन की रामलीला का समापन हो जाता है।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से मनोज अग्रवाल, पूनम सिंह, राजेंद्र जैन, संजय गोयल, विपिन अग्रवाल, आलोक गुप्ता ,विकास बंसल ,अनुज गुप्ता ,मनीष अग्रवाल, सुभाष शर्मा ,संदीप अग्रवाल, बलराज गोयल, अशोक गोयल ,डॉक्टर एसपी जैन ,सुरेश गुप्ता, सुनील गुप्ता, कुलदीप शर्मा, हरिओम गुप्ता, मोनू शर्मा, अशोक शर्मा, राजीव बंसल, रामनिवास बंसल, केके जैन, सुरेंद्र प्रधान ,राजेंद्र शर्मा आदि मौजूद थे।
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