केंद्रीय मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने एमिटी विश्वविद्यालय के शोध कार्यों को सराहा
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नोएडा, 25 अप्रैल।
एमिटी विश्वविद्यालय ने भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा दिल्ली के डा अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित ‘‘विश्वविद्यालय अनुसंधान उत्सव’’ में हिस्सा लिया और डीएसटी पर्स और डीएसटी फिस्ट सहित डीएसटी एसटीयूटीई कार्यक्रमों में एमिटी की सफलता की कहानियां और एमिटी के विभिन्न वैज्ञानिकों के शोध व नवाचार को अपने स्टॉल पर प्रदर्शित किया। इस प्रदर्शनी का शुभारंभ केन्द्रीय राज्य मंत्री विज्ञान एंव प्रौद्योगिकी और केन्द्रीय राज्य मंत्री पृथ्वी विज्ञान डा जितेंद्र सिंह और डीएसटी के सचिव डा एस चंद्रशेखर द्वारा किया गया। इस अवसर पर डा जितेंद्र सिंह ने एमिटी विश्वविद्यालय के स्टॉल का दौरा कर एमिटी साइंस टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशन फांउडेशन के अध्यक्ष डा डब्लू सेल्वामूर्ती और अन्य वैज्ञानिकों से मुलाकात की और एमिटी विश्वविद्यालय द्वारा संचालित किये जा रहे शोध कार्यो की सराहना की।
इस ‘‘विश्वविद्यालय अनुसंधान उत्सव’’ में एमिटी विश्वविद्यालय द्वारा विभिन्न शोध उत्पाद या प्रोटोटाइप प्रदर्शित किये गये जिसमें रूटॉनिक, सीकेडी का पता लगाने वाला डायग्नॉस्टिक प्रोटोटाइप, कोलोस्ट्रम पावडर, नैनोकंपोजिट्स, एचएनबी9 जैव कीटनाशक, एचएनबी9 युक्ति और एचएनबी9 कंसोर्टिया आदि शामिल थे। एमिटी विश्वविद्यालय के स्टॉल का दौरा कर एमिटी साइंस टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशन फांउडेशन के अध्यक्ष डा डब्लू सेल्वामूर्ती और अन्य एमिटी के वरिष्ठ वैज्ञानिकों ने केन्द्रीय राज्य मंत्री विज्ञान एंव प्रौद्योगिकी और केन्द्रीय राज्य मंत्री पृथ्वी विज्ञान डा जितेंद्र सिंह का स्वागत करते हुए एमिटी शोध कार्याे की विस्तृत जानकारी दी। डा सिंह ने शोध उत्पादों और प्राटोटाइप की सराहना करते हुए वैज्ञानिकों को प्रोत्साहित किया।
केन्द्रीय राज्य मंत्री विज्ञान एंव प्रौद्योगिकी और केन्द्रीय राज्य मंत्री पृथ्वी विज्ञान डा जितेंद्र सिंह ने कहा कि विविध चुनौतियों का सामना करने और विश्वविद्यालयो ंऔर अन्य संबंधित शैक्षणिक संस्थानो में विज्ञान और प्रौद्योगिकी अवसंरचना समर्थन प्रणाली को मजबूत करने के लिए डीएसटी बुनियादी ढांचे से संबंधित योजनाओं का संचालन कर रहा है। हमारा प्रयास है कि हमारे देश के युवाओं के पास विज्ञान और तकनीकी के सभी क्षेत्रों में अनुसंधान करने के लिए गुणवत्तापूर्ण अनुसंधान एवं विकास अवसंरचना तक पहुंच हो। सरकार देश में अनुसंधान बुनियादी ढांचे के निर्माण पर निवेश करने के लिए प्रतिबद्ध है।
इस अवसर पर एसईआरबी के सचिव डा अखिलेश गुप्ता, डीएसटी के आर एंड डी इन्फ्रास्ट्रचर डिविजन की प्रमुख डा प्रतिष्ठा पांडे, एमिटी फांउडेशन फॉर साइंस टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशन एलांयस के डिप्टी डायरेक्टर जनरल डा ए चक्रवर्ती, डिप्टी डायरेक्टर जनरल डा नीरज शर्मा और वरिष्ठ उपाध्यक्ष डा ए के सिंह, एमिटी विश्वविद्यालय राजस्थान के प्रोफेसर डा एस एल कोठारी आदि उपस्थित थें।
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