कोनरवा ने नोएडा में जल संकट पर सीईओ को भेजी चिट्ठी
1 min readनोएडा, 20 जून।
कोनरवा ने नोएडा व ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की मुख्य कार्यपालक अधिकारी रितु माहेश्वरी को पत्र लिखकर शहर मे पेय जल की कमी व भूगर्भ में जल स्तर कम होने को ध्यान मे रखकर वाटर हार्वेस्टिंग व अन्य स्रोतो से जल उपलबध कराने की मांग की है।
कोनरवा के अध्यक्ष पी एस जैन और सह संयोजक बी बी बलेचा ने अपने पत्र में कहा है कि शहर में भूजल का स्तर दिन प्रति दिन कम होता जा रहा है जिस कारण पर्यावरण तथा भूगर्भ का संतुलन बिगड सकता है जिस से भयावह स्थिति उत्पन्न हो सकती है इससे पूर्व हमे इस संदर्भ में उपयुक्त उपाय करने की जरूरत है जिसके लिए निम्न सुझाव हैः-
1. शहर में पानी की व्यवस्था
शहर में ही पीने योग्य पानी की कमी होती जा रही है। विशेषकर नौएड़ा क्षेत्र पानी की कमी से रूबरू हो रहा है बढ़ती आबादी को देखते हुए अगले 5 साल में नौएड़ा तथा आने वाले 8 साल में सम्पूर्ण एन0सी0आर0 में पानी की भारी कमी हो जाऐगी। अतः अभी से इसके श्रोतो का अध्ययन करके योजना बनाई जानी चाहिए।
2. वाटर हार्वेस्टिंग व्यवस्था
संस्था द्वारा काफी समय से यह मांग की जा रही है कि भूमि का जल स्तर दिन प्रति दिन कम हो रहा है। जिसके लिए वाटर की हार्वेस्टिंग की दूरगामी योजना बना कर सुचारू व क्रियान्वित करवाई जानी चाहिए। जिसके लिए संस्था का सुझाव है कि सर्वप्रथम सभी सरकारी प्रतिस्ठानों, प्रशांसनिक कार्यालयो, कारपोरेट औफिस, आई0टी0 औफिस, कम्युनिटि सेन्टर, मेरिज होम, सरकारी बंगले, कॉलेज, स्कूल, विश्वविद्यालय, हाउसिग सोसाईटिज, माल, पार्क, स्टेड़ियम, बस टर्मिनल, रेलवे स्टेशन, एयर पोर्ट आदि में क्षेत्रफल के अनुसार वाटर हार्वेस्टिंग कराये जाने चाहिए जिसको कराना सीधे तोर पर सरकारी व प्रशासनिक अधिकारीयों के हाथ में है। जिस से काफी वाटर हार्वेस्टिंग होगा तथा भूजल का स्तर बढ जायगा। तथा इनका कार्यरत रहने के लिए लगाने वाले ठेकेदार को ही 5 वर्ष का ठेका भी दिया जाना चाहिए जिससे आगामी 5 वर्षो तक सही काम करने के कारण आने वाले समय में भूजल के स्तर में अभूतपूर्व सुधार होगा।
3. भूगर्भ से पानी निकालने कि नीति
भूगर्भ से पानी निकालने कि एक नीति बनाई जानी चाहिए कि किस – किस कार्य के लिए भूजल निकाला जा सकता है और कितना निकाला जा सकता है और किस – किस कार्य को करने से पहले भूजल निकालने के लिए विभाग से परमीशन की जरूरत है और वह व्यक्ति / संस्था भूजल निकालने के बदले भूजल की क्षतिपूर्ती करने के लिए क्या उपाय करने भी जरूरी होगे।
4. वाटर हार्वेस्टिंग के प्रति जागरूकता
वाटर हार्वेसि्ंटग के प्रति सरकार को जागरूकता फैलाने की आवश्यकता है। क्योकि आज भी स्कूल व कॉलेजो में इस के प्रति कोई खास जानकारी नही प्रदान की जाती है। ऐसे में सरकार व प्राधिकरण को चाहिए कि वह स्कूल, कॉलेज, सरकारी कार्यालय, कारपोरेट औफिसज मे प्रचार व अन्य साधनो से वाटर हार्वेस्टिंग के प्रति जागरूकता फैलाये।
5. वर्षा जल संचय
जहॉ जहॉ सम्भव हो सके वर्षा के जल को संचय करने के लिए वर्षा जल संचय केन्द्र बनाना अनिर्वाय होना चाहिए और उनके रखरखाव भी ठीक प्रकार करना चाहिए।
6. सिवेज ट्रिटमेन्ट प्लान्ट
सरकार को ध्यान देना चाहिए की सभी सिवेज ट्रिटमेन्ट प्लान्ट का निकलने वाला पानी का भी यथास्म्भव सही उपयोग हो जिससे भूजल के प्रयोग को कम किया जासकता है।
उन्होंने इस सम्बंध में उपयुक्त कदम उठाने /आदेश देने की मांग दोहराई है ताकि भूजल का स्तर बढाया जा सके तथा अमुल्य धरोहर जल का सदुपयोग हो सके।
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