जेवर विधायक धीरेन्द्र सिंह ने जल संकट पर नई पीढ़ी को चेताया
1 min readजेवर विधायक धीरेन्द्र सिंह ने कहा है कि विश्व में 75 प्रतिशत जल है, परंतु पीने का पानी सिर्फ 2.75 प्रतिशत है। हमारे कृत्यों से नदियां 60% सुख गईं है, हमें आने वाली नस्लों के लिए पर्यावरण को बेहतर हालत में छोड़कर जाना है, हमें पर्यावरण को सुरक्षित करना है।
जेवर विधायक बुधवार को ग्रेटर नॉएडा स्थित जी०एल० बजाज इंस्टिट्यूट में आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। इसका आयोजन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा डीबीटी के माध्यम से स्कूली बच्चों के अभिवावकों के खातों में धनराशि ट्रांसफर से जुड़ा कार्यक्रम लोकभवन लखनऊ में हुआ,जिसका सीधा प्रसारण जी०एल० बजाज इंस्टिट्यूट के ऑडिटोरियम में हुआ था। इसे जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी गौतम बुध नगर, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के साथ शिक्षकों एवं काफी संख्या में बच्चों ने देखा।
इस योजना के अंतर्गत अभिभावकों को 1200 रुपये डायरेक्ट खाते में दिए जायेंगे। स्कूलों को गोद लेकर उनकी काया कल्प की जाएगी। कस्तूरबा गांधी महिला आवासीय विद्यालयों का उन्नयन किया जाएगा, जिसमें 125 विद्यालयों को एलोकेट किया है। 191 लाख बच्चों के ड्रेस, बैग, किताबे, जूते, मोजे आदि के लिए 1200 रूपये प्रत्येक अभिभावक के खाते में डीबीटी के माध्यम से बटन दबाकर कुल 2300 करोड़ रुपए भेजे। इससे बच्चों को ड्रॉपआउट होने से रोका जा सकेगा।
प्रदेश के 1772 विद्यालयों को ब्लॉक स्तर पर व्यावसायिक शिक्षा के लिए चुना गया है, जिसमे लर्निंग बाई डूइंग के सिद्धांत पर बच्चों का कौशल विकास किया जायेगा। प्रदेश के 52836 आंगनवाड़ी केंद्रों को वंडर बॉक्स के माध्यम से खेल-खेल में सीखो के जरिए, उन्हें तैयार किया जाएगा, जिससे वो प्राथमिक विद्यालयों में प्रवेश के लिए तैयार हो सकें।
मुख्यमंत्री जी के संबोधन के बाद जी०एल० बजाज इंस्टिट्यूट के ऑडिटोरियम में विधायक जेवर धीरेंद्र सिंह ने अपने संबोधन में माननीय मुख्यमंत्री जी के भाषण के एक अंश को लेकर कहा कि बच्चे एकदम फूल तोड़ लेते है, यदि शिक्षक उनको रोकने की भावना उनके मन में पैदा करें, तो बच्चों में पर्यावरण की रक्षा का भाव पैदा होगा। इस बात को लेकर धीरेंद्र सिंह ने अपने भाषण की शुरुआत की, धीरेंद्र सिंह ने कहा कि हमे फूल, पेड़ आदि की रक्षा करने का माहौल तैयार करना चाहिए। क्योंकि पेड़ों से हमें ऑक्सीजन मिलती हैं। जिसका मतलब है कि हमारे फेफड़े 70 फीसद पेड़ों पर लटके है, इसी कारण फूल नही तोड़ने चाहिए, ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाने चाहिए, जिससे हमे प्रचुर मात्रा में शुद्ध ऑक्सीजन प्राप्त हो सके।
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