ग्रेटर नोएडा : कुणाल मर्डर केस में लापरवाही की जांच के आदेश, थाना प्रभारी लाइन हाजिर, एसीपी से भी जवाब तलब
1 min readग्रेटर नोएडा, 6 मई।
गौतम बुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट में थाना बीटा 2 क्षेत्र के अंतर्गत 15 वर्षीय कुणाल शर्मा की अपहरण के बाद हत्या के मामले में लापरवाही बरतने पर पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह नेकड़े तेवर अपनाए हैं। इस मामले में उन्होंने थाना बीटा 2 के प्रभारी निरीक्षक को लाइन हाजिर कर दिया है और क्षेत्र के सम्बंधित एसीपी से भी स्पष्टीकरण मांगा गया है। इस संबंध में एसीपी पुलिस लाइंस द्वारा मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि एक मई को कासना के निकट शिवा ढाबा से कुणाल शर्मा का एक महिला समेत कुछ लोगों ने अपहरण कर लिया था। उस समय कुणाल के पिता कृष्ण शर्मा ने थाना बीटा 2 में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। तब से लेकर अब तक पुलिस इस मामले में कोई सुराग नही लगा पाई। कुणाल के पिता ने इस घटना में शामिल होने की आशंका में कई लोगों के नाम पुलिस को बताए थे। 5 मई रविवार को जब कुणाल का शव बुलंदशहर में एक नहर से पुलिस ने जनता की मदद से बरामद किया तब परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा। कुणाल के पिता ने बाकायदा आरोप लगाया कि पुलिस ने कार्रवाई करने की बजाय उनके परिजनों को खूब पीटा। इससे एक बच्चे की हालत खराब हो गई। जबकि घटना की वीडियो सीसीटीवी में दर्ज है। उसमें साफ दिख रहा है कि ऑर्डर लेने के नाम पर पहले एक महिला रेस्टॉरेंट में आती है फिर उसे सामने खड़ी गाड़ी की तरफ ले जाती है। वहां उसे गाड़ी में जबरन डालकर कुछ लोग ले जा रहे है। इतनी सूचना के बाद भी पुलिस ने कोई सुराग नही लगाया। रविवार को शव मिलने के बाद जब पुलिस पर गम्भीर आरोपों की बौछार हुई और राजनीतिक क्षेत्रों में इस घटना की निंदा की गई। सपा ने अपने टवीटर हैंडल पर इस घटना में योगी सरकार पर निशाना साधा। जेवर विधायक धीरेन्द्र सिंह ने इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है।
उधर सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजकुमार भाटी ने सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया में कहा है कि कैमरे के सामने अपहरण हुआ। अपहरणकर्ताओं की वीडियो रिकार्ड हो गई। परिजनों ने पहले घन्टे में ही पुलिस को उनके नाम-पते बता दिए। इसके बावजूद पुलिस अपहृत को नहीं बचा सकी और कृष्ण कुमार शर्मा के पन्द्रह वर्षीय इकलौते बेटे की हत्या हो गई। यह दुखद घटना गौतमबुद्धनगर पुलिस के लिए शर्म का विषय है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को भी आत्मचिंतन करना चाहिए कि उनके कुशासन में पुलिस का इतना बुरा हाल कैसे हो गया है। कहीं यह मुख्यमंत्री द्वारा पुलिस की झूठी तारीफ करते रहने और राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ दुरुपयोग करने का परिणाम तो नहीं है? प्रदेश में अपराध लगातार बढ़ रहे हैं और मुख्यमंत्री अहंकार पूर्वक दावा करते रहते हैं कि उन्होंने यूपी को अपराध मुक्त कर दिया है।
इसके बाद पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह खुद थाना बीटा 2 पहुंची। उन्होंने पूरे मामले की जानकारी हासिल की। इस दौरान अतिरिक्त पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था शिव हरि मीणा ने बयान जारी कर कहा कि घटना से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण तथ्य पुलिस के हाथ लगे हैं। इसके बावजूद पुलिस कमिश्नर ने जनता के आक्रोश को कम करने के लिए थाना प्रभारी निरीक्षक बीटा 2 को लाइन हाजिर करते हुए सहायक पुलिस आयुक्त पुलिस लाइंस द्वारा विभागीय जॉच हेतु आदेशित किया गया है एवं सहायक पुलिस आयुक्त प्रथम ग्रेटर नोएडा का प्रकरण के सम्बन्ध में स्पष्टीकरण तलब किया गया है। इस घटना के साथ ही बिलास पुर में व्यापारी के पुत्र वैभव सिंघल की अपहरण के बाद हुई हत्या के बाद शव के नहर में मिलने और दादरी से एक व्यापारी के बेटे यश के अपहरण के बाद हुई हत्या की घटना को भी फिर से सुर्खियों में ला दिया। इस घटना के बाद गौतमबुद्धनगर विकास समिति की अध्यक्ष रश्मि पांडेय ने एक किशोर के लापता होने के बाद भी पुलिस के सुराग ना लगा पाने की घटना का उल्लेख करते हुए एक्स पर ट्वीट किया है। ऐसे कई मामले हैं जिनमे परिजन अपनों की तलाश कर रहे हैं।
(नोएडा खबर डॉट कॉम के लिए विशेष समाचार)
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