ग्रेटर नोएडा में चुनावी आहट, सीईओ ने अफसरों को दिए मार्च के पहले सप्ताह तक जनहित के टैंडर फाइनल करने के निर्देश
1 min read-अधिसूचित एरिया में जिस वर्क सर्किल में अवैध निर्माण हुआ, उसके एसएम पर होगी कार्रवाई
–सीईओ या एसीईओ की अनुमति के बिना जल, सीवर व बिजली के बड़े कनेक्शनों पर लगाई रोक
–गरीबों, महिलाओं व दिव्यांगों के कार्य प्राथमिकता पर करें, खराब व्यवहार की शिकायत पर होगी कार्रवाई
ग्रेटर नोएडा, 8 फरवरी।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार ने अपने अधीनस्थ अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जनहित से जुड़े सभी कार्यों के टेंडर आगामी मार्च माह के प्रथम सप्ताह तक फाइनल कर लें। टेंडर के लिए 14 दिन की अल्प अवधि देकर कार्य करने वाली फर्म का चयन कर लें, ताकि चुनाव अधिसूचना लगने के बाद जनहित का कोई भी कार्य प्रभावित न हो।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार ने बृहस्पतिवार को सभी वरिष्ठ अधिकारियों के साथ लंबी बैठक की, जिसमें एसीईओ सौम्य श्रीवास्तव, एसीईओ श्रीलक्ष्मी वी.एस. और एसीइओ सुनील कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया। सीईओ ने कहा कि ग्रामीण विकास के कार्याें से जुड़े सभी टेंडरों को प्राथमिकता पर लेकर 14 दिनों की अल्प अवधि में पूरा कर लें। शहर के विकास व रखरखाव कार्यों के टेंडर भी मार्च के पहले सप्ताह में ही फाइनल कर लें।
सीईओ ने चेतावनी दी कि अगर किसी जरूरी कार्य के टेंडर नहीं फाइनल हुए तो वर्क सर्किल प्रभारी पर कार्रवाई की जाएगी। सीईओ ने प्राधिकरण आने वाले सभी नागरिकों के साथ अच्छा व्यवहार करने की सीख दी। खासतौर पर महिलाओं, दिव्यांगों व गरीबों के कार्यों को प्राथमिकता पर करने को कहा। सीईओ ने साफ किया कि जो काम नियमानुसार हो सकते हैं उनको तय समयावधि में पूरा करें और न हो पाने वाले कार्यों के बारे में सम्मानजनक तरीके से शिकायतकर्ता को बता दें।
सीईओ एनजी रवि कुमार ने सड़कों की गुणवत्ता से जुड़ी शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए कहा कि सभी वर्क सर्किल प्रभारी अपने एरिया में हो रहे कार्यों की गुणवत्ता पर कड़ी नजर रखें। शिकायत पर जांच होगी और खामी मिलने पर संबंधित फर्म के साथ ही उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों को भी इन कार्यों की गुणवत्ता पर नजर रखने और समय से पूरा कराने के निर्देश दिए। सीईओ एनजी रवि कुमार ने ग्रेटर नोएडा में अतिक्रमण की समस्या पर सभी वर्क सर्किल प्रभारियों को कड़ी फटकार लगाते हुए कहा कि अगर कहीं पर अतिक्रमण हुआ तो उसकी गूगल इमेज से निर्माण की अवधि का पता लगाकर संबंधित वर्क सर्किल प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए वरिष्ठ प्रबंधक को चार्जशीट व अन्य संबंधित स्टाफ के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। गलत तरीके से जल, सीवर व बिजली कनेक्शन जारी किए जाने की शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए सीईओ ने कहा कि अब कोई भी बड़ा कनेक्शन सीईओ या एसीईओ की अनुमति के बिना जारी नहीं किए जाएंगे। इसके लिए सीईओ ने एनपीसीएल के प्रबंध निदेशक से वार्ता भी की है। इस बैठक के दौरान महाप्रबंधक वित्त विनोद कुमार, ओएसडी संतोष कुमार, ओएसडी रजनीकांत पांडेय, ओएसडी विशु राजा, ओएसडी नवीन कुमार सिंह सहित अन्य अधिकारीगण मौजूद रहे।
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