नोएडा-दिल्ली-लखनऊ तक गूंजी किसानों की आवाज, विधानसभा में जेवर विधायक बोले, केंद्र के तीन मंत्री करेंगे बात
1 min readनई दिल्ली/ नोएडा/लखनऊ, 8 फरवरी।
गौतम बुद्ध नगर जिले के तीनों प्राधिकरण में किसानों की मांगों को लेकर गुरुवार को सड़कों पर निकला सैलाब आखिरकार रंग लाया। नोएडा में हड़कंप मच गया। सड़के जाम हो गई। ट्रैफिक रुक गया, बॉर्डर पर काफिला अड़ा रहा केंद्र सरकार तक आवाज पहुंची तो तीन केंद्रीय मंत्रियों को किसानों से बातचीत करने के लिए अधिकृत किया गया है वहीं लखनऊ में चल रही विधानसभा में जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह ने किसानों की बात रखी। इससे पहले महामाया फ्लाईओवर के पास संयुक्त किसान मोर्चा ने अपना डेरा जमाया और हजारों की संख्या में किसान पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था को धता बताते हुए फ्लाईओवर के पास पहुंच गए। सुखबीर खलीफा ने आंदोलन का नेतृत्व किया।
तीन केंद्रीय मंत्री करेंगे किसानो से बात
नोएडा में चल रहे किसानों के प्रदर्शन से केंद्र सरकार हिल गई है. प्रदर्शन की वजह से दिल्ली से वाया नोएडा होते हुए आगरा जाने वाला एक्सप्रेस वे कई घंटों से ठप पड़ा है और पूरे नोएडा में महाजाम की स्थिति है. हालात से निपटने के लिए अब केंद्र सरकार ने 3 केंद्रीय मंत्रियों पीयूष गोयल, अर्जुन मुंडा और नित्यानन्द राय को किसानों से बातचीत के लिए भेजने का फैसला किया है.।
किसानों की आवाज जेवर विधायक धीरेन्द्र सिंह ने उत्तर प्रदेश विधानसभा में उठाई
दिसंबर 2023 से लगातार नोएडा और ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण के किसानों ने स्थानीय विकास प्राधिकरण द्वारा अपनी अधिग्रहित भूमि के बदले मुआवजा और विकसित भूखंड देने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। उसी को लेकर आज दिनांक 08 फरवरी 2024 को किसानों ने हल्ला बोल और अपने प्रदर्शन को तेज करते हुए, किसान किसानों ने नोएडा स्थित महामाया फ्लाईओवर पर महापंचायत शुरू की और दिल्ली स्थित संसद की तरफ कूच करने लगे। इन सभी को देखते हुए आज जेवर के विधायक धीरेंद्र सिंह ने उत्तर प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र में आंदोलनरत किसानों की आवाज को उठाया।
जेवर विधायक धीरेन्द्र सिंह ने विधानसभा में अपने संबोधन में कहा कि जनप्रतिनिधि होने के नाते हमारी जिम्मेदारी है कि हम जनता और किसानों की मांग को सरकार तक पहुंचाएं। आज जनपद गौतमबुद्धनगर, जोकि उत्तर प्रदेश के ग्रोथ का इंजन बनने की तरफ तेजी से अग्रसर है। प्रदेश के विकास के लिए जमीन देने वाले किसानों की समस्याओं के निराकरण के लिए राज्य स्तर पर मंत्री और विधायकों के एक समूह का गठन करने से किसानों की समस्याओं से निजात दिलाया जा सकता है।
इस आंदोलन में भारतीय किसान परिषद, अखिल भारतीय किसान सभा के जिलाध्यक्ष डॉ रूपेश वर्मा और जय जवान जय किसान के अध्यक्ष सुनील फौजी जैसे संगठन से जुड़े हजारों युवा, बुजुर्ग व महिलाएं शामिल रहे। इन सभी को जगह जगह पर पुलिस के अवरोधों का सामना करना पड़ा।
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