एमिटी विश्वविद्यालय के छात्र साहिल चौधरी ने एसएसबी में हासिल किया टॉप रेंक, बने लेफ्टिनेंट
1 min readनोएडा, 21 सितम्बर।
एमिटी विश्वविद्यालय के छात्र सदैव विभिन्न प्रतियोगिता में विजयी होकर या परिक्षाओं में पास होकर अपनी प्रतिभा को साबित करते है इसी क्रम में एमिटी विश्वविद्यालय के एमिटी स्कूल ऑफ इंजिनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के बी टेक ( इर्न्फोमेशन टेक्नोलॉजी 2018 – 22) के छात्र साहिल चौधरी ने सर्विस सेलेक्शन बोर्ड (एसएसबी) – (एक संस्थान जो भारतीय सशस्त्र बलों के लिए उम्मीदवारो का मूल्यांकन और चयन करता है) में ऑल इंडिया प्रथम रैक ( आई टी ब्रांच) प्राप्त किया है। उन्हे भारतीय सेना में लेफ्टीनेंट का पद (क्लास 1, ग्रेड 1 गेजेडेट अधिकारी ) प्रदान किया गया है। छात्र साहिल चौधरी उपलब्धता पर एमिटी विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर डा बलविंदर शुक्ला ने बधाई देते हुए उज्जवल भविष्य की कामना की।
विदित हो कि छात्र साहिल चौधरी एसएससी टेक्नीकल एंट्री के जरिये एसएसबी साक्षात्कार के लिए उपस्थित हुए थे और इलाहाबाद बोर्ड से एसएसबी क्लियर करके अंत में चयन प्रक्रिया का अंतिम चरण और मेडिकल परिक्षण पास करके ऑल इंडिया प्रथम रैक ( आई टी ब्रांच) में हासिल किया है। एसएसबी मेें कठोर पांच दिवसीय चयन प्रक्रिया शामिल है जिसके तहत 15 अधिकारियों को शॅार्टलिस्ट किया जाता है जिसका चयन दर 2 से 3 प्रतिशत है।
एमिटी विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर डा बलविंदर शुक्ला ने प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि यह हम सभी एमिटी परिवार के लिए गर्व का विषय है क्योकी हम भविष्य में नेतृत्व करने वालो को तैयार करने में विश्वास रखते है। एमिटी का उददेश्य छात्रों का सर्वागीण विकास करके उन्हे राष्ट्र निर्माण में सहायक बनाना है और सेना में शामील होकर देश सेवा करने से बेहतर तरीका क्या हो सकता है जो हमारे छात्र ने संभव करके दिखाया है।
एमिटी विश्वविद्यालय के एमिटी स्कूल ऑफ इंजिनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के बी टेक ( इर्न्फोमेशन टेक्नोलॉजी 2018 – 22) के छात्र साहिल चौधरी ने अपने अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि मै बचपन से ही सैन्य अधिकारी बनना चाहता था क्योकी मेरे पिता आर्मी में थे और देश की सेवा करना मेंरे दिल के बहुत करीब है। एमिटी द्वारा प्रदान किये गये अवसरों, मंचों और मार्गदर्शनों ने मुझे कौशल और क्षमताओं को विकसित करने में मदद की। विश्वविद्यालय द्वारा प्रदान किये गये सर्वागीण विकास ने मुझे चयन प्रक्रिया के विभिन्न चरणों में सहायता की जिसके लिए मै अपने शिक्षकों और एमिटी विश्वविद्यालय प्रबंधन का आभारी हूं। उन्होनें कहा कि हांलाकी मुझे भारतीय वायु सेना द्वारा एक फ्लांइग ऑफिसर के रूप में भी चुना गया है किंतु थलसेना में रहना ही मेरी प्राथमिकता रही है और मै देश सेवा करने के लिए प्रतिबद्ध हूं।
इस अवसर पर एमिटी स्कूल ऑफ इंजिनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के संयुक्त निदेशक डा अभय बंसल और डा मनोज पांडेय ने भी प्रसन्नता व्यक्त की।
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