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विश्व यकृत दिवस: नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी ने एमिटी के छात्रों को शपथ दिलाई

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नोएडा/नई दिल्ली,  19 अप्रैल।

दिल्ली स्थित यकृत एवं पित्त विज्ञान संस्थान में आज विश्व यकृत दिवस पर युवावस्था में लिवर को शराब के सेवन से बचाने और इसके दुष्परिणामों के प्रति जागरूक करने के लिए द्वितीय भारत लिवर स्वास्थय सम्मेलन का आयोजन डा एपीजे अब्दुल ऑडीटोरियम, आईएलबीएस में किया गया।

इस सम्मेलन का शुभारंभ नोबल पुरस्कार विजेता श्री कैलाश सत्यार्थी, एमिटी शिक्षण समूह के संस्थापक अध्यक्ष डा अशोक कुमार चौहान, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के वाइस चेयरमैन डा दीपक कुमार श्रीवास्तव, भारत एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क के चेयरमैन श्री उपेन्द्र राय और दिल्ली स्थित यकृत एवं पित्त विज्ञान संस्थान के निदेशक डा एस के सरीन द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम में एमिटी विश्वविद्यालय उत्तरप्रदेश सहित दिल्ली एनसीआर के विभिन्न एमिटी इंटरनेशनल स्कूल सहित अन्य स्कूलों के छात्रों ने भी हिस्सा लिया। इस अवसर पर एमिटी स्कूल के छात्रों ने लिवर पर शराब के सेवन के दुष्प्रभावों को दर्शाते हुए पोस्टर भी प्रदर्शित किये।

इस लिवर स्वास्थय सम्मेलन के अवसर पर यकृत एवं पित्त विज्ञान संस्थान द्वारा ‘‘प्ले सेंफ’’ अभियान को प्रारंभ किया गया जिसका उददेश्य समाजिक और पारिवारिक जागरूकता को बढ़ाकर यकृत या लिवर को शराब के दुरूउपयोग से बचाना है।

सम्मेलन में छात्रों को जागरूक करते हुए नोबल पुरस्कार विजेता श्री कैलाश सत्यार्थी ने कहा कि अस्पताल में लिवर के जितने भी मरीज आते है उसमें से आधे शराब के कारण रोगी होते है यह जानकारी चिंतनीय है। हमें संवेदनशील बनने और सहानुभूति दिखाने के साथ साथ एक मुहिम चलानी होगी जिसमें लोगों को जागरूक करना होगा और समस्या को दूर करने के लिए समस्या की जड़ में जाकर कार्य करना होगा। लोग शराब के नशे में अपने शरीर, आत्मा और भविष्य को तबाह कर रहे है। सरकारी आकड़ों के हिसाब से हर घंटे में पांच बच्चो का यौन शोषण होता है और अधिकतर केसों में ऐसा करने वाले शराब के नशे में होते है। श्री सत्यार्थी ने कई केसों को उदाहरण देकर बताया किे बढ़ रही शराबखोरी हमारा नैतिक पतन कर रही है। उन्होनें कहा कि मै बाल अधिकारों के लिए कार्य करता आया हंू और इस मुद्दे पर आपके साथ खड़ा हूं। उन्होनें छात्रों से कहा कि हर छात्र कम से कम 10 लोगों तक बात पहुंचाये और एमिटी शिक्षण समूह के संस्थापक अध्यक्ष डा अशोक कुमार चौहान के माध्यम से लाखों लोग जागरूक होगें। सोशियल मिडिया का उपयोग करें और चिकित्सकों सहित विभिन्न धर्म के धर्मगुरूओं को एक मंच पर बुलाकर कार्य में बढ़ रही शराबखोरी पर अंकुश लगाने का प्रयास करें। उन्होनंे सभी से इस यज्ञ में आहूति देने का आह्वान किया।

एमिटी शिक्षण समूह के संस्थापक अध्यक्ष डा अशोक कुमार चौहान ने कहा कि आज इस नेक कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोग देश विकास में सहभागी बन रहे है। एमिटी अपने तमाम उच्च शिक्षण संस्थानों, विश्वविद्यालयों और स्कूलों के माध्यम से लोगों को जागरूक करने का कार्य किया जायेगा और इस अभियान में पूर्ण सहभागिता दी जायेगी। डा चौहान ने कहा कि किसी भी अच्छे कार्य के लिए आगे आओं तो पुण्य की प्राप्ती होती है।

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के वाइस चेयरमैन डा दीपक कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा युवाओ ंको जागरूक करने के लिए यकृत एवं पित्त विज्ञान संस्थान द्वारा चर्चा के उपरांत सभी विश्वविद्यालय को एडवाइजरी जारी की जायेगी। डा श्रीवास्तव ने कहा कि हर वर्ष भारत में लगभग 1 लाख लोगों लिवर के खराब होने के कारण मृत्यु हो जाती है। यहां आये युवा इस अभियान के ब्रांड एंबेस्डर है जो लोगों को जागरूक करेगें।

भारत एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क के चेयरमैन श्री उपेन्द्र रॉय ने युवाओं से कहा कि शराब या किसी भी नशे के सवेन से बचें और अपना ध्यान कैरियर निर्माण करने में लगाये। जीवन में लक्ष्य निर्धारित करें और उसको प्राप्त करने के लिए मेहनत करें।

दिल्ली स्थित यकृत एवं पित्त विज्ञान संस्थान के निदेशक डा एस के सरीन ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि इस सम्मेलन का उददेश्य लिवर को वायरस, वसा और शराब जैसे हानिकारक कारको से बचाने के लिए लोगो ंको जागरूक करना है। 25 से 39 साल के मध्य के 1.1 बिलियन लोग शराब का सेवन करते है और 25 से 35 आयु के लोगों का सर्वाधिक लिवर ट्रासंप्लांट शराब के कारण करना पड़ता है। लगभग 48 प्रतिशत लोग हमारे यहां शराब के सेवन से उत्पन्न होने वाली लिवर की समस्या के कारण आते है। समाज में लोगों विशेषकर युवाओं को शराब के सेवन से हो रही समस्याओं और रोगों कें प्रति जागरूक करना आवश्यक है और इस जागरूकता मिशन को बिना सभी के सहयोग के पूर्ण नही कर सकते। हर दिन विश्व यकृत दिवस है इसलिए लिवर का ध्यान रखे।

इस अवसर पर नोबल पुरस्कार विजेता श्री कैलाश सत्यार्थी ने छात्रों सहित सभी को युवाओं में शराब के दुष्प्रभाव के प्रति जागरूकता फैलाने, शराब से जुड़ी यकृत संबधित रोगों से बचाने, परिवार व समाज में शीघ्र जांच और इलाज के लिए जागरूकता फैलाने, प्रभावी नीति निर्माण में सहयोग करने और यह संदेश 10 लोगों तक पहुंचाने व श्रृखंला निर्माण करने की शपथ दिलाई।

इस लिवर स्वास्थय सम्मेलन के अंर्तगत ‘‘ भारत के युवाओ को शराब से जुड़े यकृत रोगों से बचाना: एक समाजिक नियामक निवारण दृष्टिकोण’’ विषय पर परिचर्चा सत्र का आयोजन किया गया जिसका संचालन द न्यू इंडियन एक्सप्रेस के एडिटोरियल डायरेक्टर श्री प्रभू चावला द्वारा किया गया और इस परिचर्चा सत्र में एमिटी शिक्षण समूह के संस्थापक अध्यक्ष डा अशोक कुमार चौहान, उद्यमी श्री के एल जैन, हेरिटेज स्कूल की प्रधानाचार्या श्रीमती सुनीता स्वराज, भारत एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क के चेयरमैन श्री उपेन्द्र राय और यकृत एवं पित्त विज्ञान संस्थान के निदेशक डा एस के सरीन ने अपने विचार रखे।

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