झांसी के “स्वर धरोहर महोत्सव” में 19 जून को गूंजेगी नोएडा के कवि साहित्य कुमार चंचल की आवाज
1 min read– ऐतिहासिक झांसी किला (रानी लक्ष्मी बाई किला) में काव्य पाठ के लिए हुआ कवि पंडित साहित्य कुमार चंचल का चयन
-संस्कृति मंत्रालय- भारत सरकार द्वारा आयोजित होगा “स्वर धरोहर महोत्सव” ( ऐतिहासिक विशाल कवि सम्मेलन )
नई दिल्ली, 15 जून।
विश्व विख्यात झांसी के ऐतिहासिक किले (रानी लक्ष्मीबाई किला) में संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा “स्वर धरोहर महोत्सव” के अंतर्गत आगामी 19 जून को आयोजित अखिल भारतीय कवि सम्मेलन में देश के विशालतम मंच पर काव्य पाठ करने हेतु नोएडा, गौतम बुध नगर निवासी व भारत सरकार से सम्मानित कवि व लेखक पंडित साहित्य कुमार चंचल का चयन उनका साहित्य के प्रति समर्पण, सामाजिक चेतना पर आधारित लेखन, साहित्य साधना और विगत लंबे समय की तपस्या को देखते हुए किया गया है।
वैसे तो पूर्व में सन 2000 से अब तक भारत सरकार द्वारा आयोजित कई अखिल भारतीय कवि सम्मेलनों में राष्ट्र के नामचीन व महान हस्ताक्षरों – अंतरराष्ट्रीय शायर पदमश्री गुलजार देहलवी जी, पदमश्री अशोक चक्रधर जी, हास्य सम्राट पदमश्री सुरेंद्र शर्मा जी, अंतर्राष्ट्रीय वरिष्ठ गीतकार परम श्रद्धेय गुरुवर डॉ० कुंवर बेचैन जी, विश्वविख्यात शायरा अंजुम रहबर जी, आदरणीय मधु मोहिनी उपाध्याय जी व आदरणीय सरिता शर्मा जी आदि आदि महान रचनाकारों के साथ कई बार मंच साझा करने का पंडित साहित्य कुमार चंचल को सौभाग्य प्राप्त हो चुका है। हिंदी दिवस पर भारत सरकार द्वारा सम्मानित होने का गौरव भी उन्हें प्राप्त है, लेकिन ऐतिहासिक किले के सम्मानित मंच पर काव्य पाठ करना अद्वितीय एवं अद्भुत है।
गौरतलब है कि संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा साहित्यिक दृष्टि से हाल ही में 30 अप्रैल को इंडिया गेट दिल्ली में और 2 व 3 जून को हैदराबाद (तेलंगाना) के ऐतिहासिक गोलकुंडा किले में भी ऐतिहासिक कवि सम्मेलन आयोजित किए गए हैं, जिनमें देश के महान कवियों और शायरों ने अपनी शानदार एवं मनमोहक प्रस्तुति से मंच की गरिमा बढ़ाई है। इसी क्रम में 19 जून की शाम को आयोजित ऐतिहासिक कार्यक्रम के इस विशाल भव्य मंच पर भी एक से बढ़कर एक बेहतरीन साहित्य मनीषी, कवि व शायर हजारों सुधी श्रोताओं के बीच शिरकत कर रहे हैं। संस्कृति मंत्रालय- भारत सरकार के इस विशेष कार्यक्रम में जनचेतना के लेखक व कवि की पहचान रखने वाले बुलंद आवाज के धनी पंडित साहित्य कुमार चंचल अपनी राष्ट्रीय एवं सामाजिक चेतना की रचनाओं से झांसी के किले की प्राचीर से अपना कवि धर्म निभाएंगे।
संस्कृति मंत्रालय द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम के विशाल मंच पर श्री चंचल का काव्य पाठ एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। श्री चंचल ने इस उपलब्धि को मां शारदे के चरणों में अर्पित करने की बात कही है।
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