नोएडा खबर

खबर सच के साथ

उपलब्धि : नोएडा की एचसीएल को सीएसआर श्रेणी में राष्ट्रीय जल पुरस्कार, 17 जून को उपराष्ट्रपति करेंगे सम्मानित

1 min read

-जल शक्ति मंत्रालय ने 11 श्रेणियों में 41 विजेताओं की घोषणा की

-सर्वश्रेष्ठ राज्य का पुरस्कार मध्य प्रदेश को दिया जाएगा जबकि सर्वश्रेष्ठ जिले का पुरस्कार ओडिशा के गंजम जिले को प्रदान किया जाएगा

नई दिल्ली, 15 जून।

उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ 17 जून, 2023 को जल शक्ति मंत्रालय के जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण विभाग (डीओडबल्यूआर, आरडी एंड जीआर) द्वारा नई दिल्ली में विज्ञान भवन के प्लेनरी हॉल में आयोजित एक पुरस्कार वितरण समारोह में चौथे राष्ट्रीय जल पुरस्कार प्रदान करेंगे। इसमें नोएडा की एचसीएल कंपनी को सीएसआर श्रेणी के तहत राष्ट्रीय जल पुरस्कार के लिए चुना गया है।

जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण विभाग ने 11 श्रेणियों को शामिल करते हुए चौथे राष्ट्रीय जल पुरस्कार, 2022 के लिए संयुक्त विजेताओं सहित कुल 41 विजेताओं की घोषणा की है। प्रत्येक पुरस्कार विजेता को एक प्रशस्ति पत्र और एक ट्रॉफी के साथ-साथ कुछ श्रेणियों में नकद पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।

सर्वश्रेष्ठ राज्य का प्रथम पुरस्कार मध्य प्रदेश राज्य को प्रदान किया जाएगा; सर्वश्रेष्ठ जिले का पुरस्कार ओडिशा के गंजम जिले को दिया जाएगा; तेलंगाना में भद्राद्री कोठागुडेम जिले के जगन्नाधपुरम ग्राम पंचायत को सर्वश्रेष्ठ ग्राम पंचायत से सम्मानित किया जाएगा; सर्वश्रेष्ठ शहरी स्थानीय निकाय का पुरस्कार चंडीगढ़ नगर निगम, चंडीगढ़ को दिया जाएगा; सर्वश्रेष्ठ मीडिया का पुरस्कार हरियाणा के एडवांस वाटर डाइजेस्ट प्राइवेट लिमिटेड गुरुग्राम को दिया जाएगा; जमीयतपुरा प्राइमरी स्कूल, मेहसाणा, गुजरात को सर्वश्रेष्ठ स्कूल का पुरस्कार दिया जाएगा; कैंपस उपयोग के लिए सर्वश्रेष्ठ संस्थान श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड, रियासी, जम्मू-कश्मीर को प्रदान किया जाएगा; सर्वश्रेष्ठ उद्योग का पुरस्कार बरौनी ताप विद्युत केंद्र, बेगूसराय, बिहार को मिलेगा; सर्वश्रेष्ठ स्वयं सहायता समूह (एनजीओ) का पुरस्कार अर्पण सेवा संस्थान, उदयपुर, राजस्थान को मिलेगा; सर्वश्रेष्ठ जल उपयोगकर्ता संघ का पुरस्कार संजीवनी पियाट सहकारी मंडली लिमिटेड, नर्मदा, गुजरात को दिया जाएगा और कॉर्पोरेट सामाजिक दायित्व (सीएसआर) गतिविधियों के लिए सर्वश्रेष्ठ उद्योग का पुरस्कार हिंदुस्तान कम्प्यूटर्स लिमिटेड (एचसीएल) टेक्नोलॉजीज लिमिटेड, नोएडा, उत्तर प्रदेश को प्रदान किया जाएगा।

राष्ट्रीय जल पुरस्कार, सरकार के ‘जल समृद्ध भारत’ या ‘वाटर प्रोसपरस इंडिया’ के दृष्टिकोण को साकार करने के लिए चल रहे राष्ट्रव्यापी अभियान के हिस्से के रूप में, विभिन्न व्यक्तियों और संगठनों द्वारा किए गए अच्छे कार्यों और प्रयासों को प्रोत्साहित करने पर ध्यान केंद्रित करते हैं। यह लोगों में पानी के महत्व के बारे में जागरूकता पैदा करने और उन्हें सर्वोत्तम जल उपयोग प्रथाओं को अपनाने के लिए प्रेरित करने का प्रयास करता है। यह आयोजन सभी लोगों और संगठनों को एक मजबूत साझेदारी बनाने और जल संसाधन संरक्षण और प्रबंधन गतिविधियों में सार्वजनिक भागीदारी को और मजबूत करने का अवसर प्रदान करता है।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में जल शक्ति मंत्रालय ने राष्ट्रीय स्तर पर जल प्रबंधन और जल संरक्षण के बारे में जागरूकता बढ़ाने  के लिए एक व्यापक अभियान शुरू किया। देश में जल संसाधन प्रबंधन के प्रति समग्र दृष्टिकोण अपनाने की दिशा में विभिन्न हितधारकों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से एक एकीकृत राष्ट्रीय जल पुरस्कार स्थापित करना आवश्यक समझा गया। इसके अनुसार, पहला राष्ट्रीय जल पुरस्कार 2018 में जल शक्ति मंत्रालय के जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण विभाग (डीओडबल्यूआर, आरडी एंड जीआर) द्वारा शुरू किया गया था। वर्ष 2019 और 2020 के लिए दूसरे और तीसरे राष्ट्रीय जल पुरस्कार प्रदान किए गए। वर्ष 2021 में कोविड-19 महामारी के कारण पुरस्कार नहीं दिए गए थे।

वर्ष 2022 में गृह मंत्रालय के राष्ट्रीय पुरस्कार पोर्टल पर 30 जुलाई, 2022 को चौथे राष्ट्रीय जल पुरस्कार की शुरुआत की गई। अंतिम तिथि 31 अक्टूबर 2022 तक कुल 868 आवेदन प्राप्त हुए थे। इसके बाद आवेदनों की जांच और मूल्यांकन किया गया था। केंद्रीय जल आयोग और केंद्रीय भूजल बोर्ड द्वारा छंटनी किए गए आवेदनों की वास्तविक जांच की गई, जिसके बाद सभी 11 श्रेणियों को शामिल करने वाले संयुक्त विजेताओं सहित 41 विजेताओं को पुरस्कार प्रदान करने के लिए चुना गया है।

 4,987 total views,  2 views today

More Stories

Leave a Reply

Your email address will not be published.

साहित्य-संस्कृति

चर्चित खबरें

You may have missed

Copyright © Noidakhabar.com | All Rights Reserved. | Design by Brain Code Infotech.