ग्रेटर नोएडा में मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने 10 फर्मों पर 65 लाख की पेनल्टी लगाई
1 min read-वरिष्ठ प्रबंधक, प्रबंधक व चार सहायक प्रबंधकों को प्रतिकूल प्रविष्टि, चार सुपरवाइजर भी हटाए
-130 मीटर रोड क्षतिग्रस्त मिलने पर डीएफसीसी के कॉन्ट्रैक्टर पर पांच लाख रुपये का जुर्माना
–सीईओ ने सिविल, उद्यान व जनस्वास्थ्य के कार्योें में लापरवाही पर अफसरों की भी क्लास ली
-उद्यान विभाग के तीन टेक्निकल सुपरवाइजर, सहायक प्रबंधक, प्रबंधक व सहायक निदेशक को दी चेतावनी
ग्रेटर नोएडा, 17 जुन
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने शनिवार को ग्रेटर नोएडा वेस्ट से लेकर जीबीयू तक का जायजा लिया। सीईओ करीब 4 घंटे तक सड़कों पर घूमीं। इस दौरान कार्यों मेें लापरवाही मिलने पर सिविल व उद्यान कार्यों से जुड़ी 09 फर्मों पर 45 लाख (प्रत्येक पर 5-5 लाख) की पेनल्टी लगाई गई है। तिलपता के पास डीएफसीसी की रेलवे लाइन के निर्माण के लिए 130 मीटर रोड अब भी क्षतिग्रस्त मिलने पर डीएफसीसीआईएल पर 20 लाख रुपये की पेनल्टी लगाई है। वर्क सर्किल सात में सड़कें व सेंट्रल वर्ज मेनटेन न होने पर सीईओ ने वरिष्ठ प्रबंधक, प्रबंधक, साथ ही चार सहायक प्रबंधकों को प्रतिकूल प्रविष्टि देने के निर्देश दिए हैं। गौड़ सिटी के पास ड्रेन में गंदगी मिलने पर संबंधित फर्म पर भी 5 लाख रुपए की पेनल्टी लगाई गई है।
प्राधिकरण के सीईओ रितु माहेश्वरी का शनिवार का दौरा सुबह करीब 11 बजे से पर्थला चौक से शुरू हुआ। पर्थला चौक पर बन रहे सिग्नेचर ब्रिज को देखा। सीईओ ने ब्रिज के दोनों तरफ गमले लगवाने के निर्देश दिए। इसके बाद चार मूर्ति चौक होते हुए तिगड़ी गोलचक्कर तक गईं। यहां सीईओ ने साफ-सफाई व रखरखाव कार्यों को दुरुस्त करने के निर्देश दिए। इसके बाद सीईओ रितु माहेश्वरी गौड़ सिटी वन व टू के बीच की रोड से होते हुए गौड़ सिटी टू तक गईं। सीईओ ने गौड़ सिटी वन व टू के बीच बने रोड के किनारे बने नाले में गंदगी देख भड़क गईं। संबंधित इंजीनियर को कड़ी फटकार लगाई और संबंधित फर्म हैरी कंस्ट्रक्शन पर पांच लाख रुपये की पेनल्टी लगाई गई है। साथ की फर्म को ब्लैक लिस्ट करने का नोटिस भी जारी किया गया है। इसके बाद सीइओ शाहबेरी रोड को देखा। ट्रैफिक की दिक्कत को देखते हुए रोड को चौड़ा करने और साफ-सफाई को दुरुस्त करने के निर्देश दिए। सीईओ ने सभी मार्गों के सेंट्रल वर्ज बदहाल मिलने पर भी कड़ी नाराजगी जताई। इस रोड के किनारे गंदगी मिलने पर जनस्वास्थ्य विभाग को कड़ी फटकार भी लगाई। यहां से सीईओ ने पतवाड़ी के पास छह फीसदी आबादी भूखंडों के विकास कार्यों को देखा। सेक्टर -10 ग्रेनो प्राधिकरण से निर्मित फ्लैटों का जायजा लेने के बाद इनको दुरुस्त कराकर स्कीम शीघ्र लांच करने के निर्देश दिए। आसपास के निवासियों से बातचीत की। सीईओ ने इसके पास में बने स्मृति पार्क को दुरुस्त कराने के निर्देश दिए। 130 मीटर रोड पर डीएफसीसी की रेलवे लाइन के निर्माण के चलते क्षतिग्रस्त रोड और धूल व गंदगी देख सीईओ रितु माहेश्वरी भड़क गईं। ग्रेटर नोएडा वेस्ट से ग्रेटर नोएडा को जोड़ने वाली प्रमुख सड़क 130 मीटर रोड के सेंट्रल वर्ज के रखरखाव कार्यों में लापरवाही पर 4 फर्मों, एपेक्स कांट्रैक्टर, एमएसवी एसोसिएट्स, विराट कंस्ट्रक्शन और शिव एसोसिएट पर पांच-लाख रुपए की पेनल्टी लगाई गई है। वहीं, तिलपता के पास डीएफसीसी रेलवे लाइन के निर्माण के चलते क्षतिग्रस्त रोड को समय से न बनाने और पानी का छिड़काव न होने पर जनमानस को परेशानी होने के कारण डीएफसीसीआईएल पर 20 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया है। इसके अलावा वर्क सर्किल-7 के अंतर्गत सिविल से जुड़े कार्य दुरुस्त न मिलने पर वरिष्ठ प्रबंधक आरए गौतम और प्रबंधक प्रभात शंकर को प्रतिकूल प्रविष्टि देने के निर्देश दिए हैं। अपने विजिट के दौरान सीईओ ईकोटेक -10 में स्थित एडवर्ब कंपनी के पास तक गईं। रोड और सेंट्रल वर्ज की बदहाल स्थिति पर नाराजगी जताई। संबंधित ठेकेदार पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। सीईओ ने फर्म को ब्लैक लिस्ट करने की नोटिस जारी करने के निर्देश दिए हैं।
सीईओ वहां से नटों की मडै़या होते हुए जीबीयू भी गईं। नटों की मडै़या के सामने वाली रोड पर गंदगी व ग्रीनरी न मिलने पर कॉन्ट्रैक्टर पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। सीईओ की विजिट के दौरान 130 मीटर रोड पर गौड़ चौक से तिलपता रोटरी, तिलपता रोटरी से साकीपुर रोटरी तक, सिरसा से ईस्टर्न पेरिफेरल एंट्री प्वाइंट और 45/60 मीटर रोड से नटों की मडै़या तक तक ग्रीनरी मेनटेन न होने पर चार फर्मों, मैसर्स सुशील कुमार, मैसर्स प्लांट्स केयर, मैसर्स मनोज कंस्ट्रक्शन और मैसर्स बृजेश कुमार पर 5-5 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। इसके साथ ही इन चारों एरिया के सुपरवाइजरों, अनुज कुमार, सुमित भाटी, नरेंद्र चौहान और वीरेंद्र यादव को हटा दिया गया है। उद्यान निरीक्षक मुकेश कुमार और सहायक प्रबंधक गौरव बघेल को प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई है। चार टेक्निकल सुपरवाइजर मनीष कुमार, सुशील कुमार व सर्वेष कुमार औ सहायक प्रबंधक अनूपचंद्र शर्मा को अंतिम चेतावनी जारी की गई है। उद्यान विभाग के वरिष्ठ प्रबंधक कपिल सिंह, सहायक निदेशक नथौली सिंह और प्रबंधक विनोद शर्मा को कड़ी चेतावनी जारी की गई है। सीईओ ने इन कार्यों को शीघ्र दुरुस्त कराने के निर्देश दिए हैं। इसके बाद सीईओ ने जीबीयू का भी निरीक्षण किया। वहां के ऑडिटोरियम और लाइट व साउंड को दुरुस्त करने के निर्देश दिए। विजिट के दौरान एसीईओ अमनदीप डुली व एसीईओ आनंद वर्धन, ओएसडी हिमांशु वर्मा व विश्व राजा समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण मौजूद रहे।
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