ग्रेटर नोएडा में 18 जुलाई को किसान आंदोलन से खुलेगा “पक्का मोर्चा” राज्यसभा सांसद सुरेन्द्र नागर कसौटी पर
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ग्रेटर नोएडा, 15 जुलाई।
किसान सभा की महिला विंग ने प्रचार की जोरदार कमान संभालते हुए बादलपुर इटेड़ा पतवारी चौगानपुर में शनिवार को घर घर जाकर 18 जुलाई के आंदोलन के लिए जनसंपर्क किया। सरधना से सपा विधायक अतुल प्रधान ने 18 जुलाई को किसान आंदोलन में पूरे दलबल के साथ आने का ऐलान किया।
अखिल भारतीय किसान सभा प्राधिकरण और सरकार की वादाखिलाफी के खिलाफ और किसानों के 10% आबादी प्लाट, नए कानून को लागू करने, रोजगार, आबादी, भूमिहीनों के 40 वर्ग मीटर के प्लॉट एवं अन्य मुद्दों को लेकर 18 जुलाई से आंदोलन का पक्का मोर्चा लगाने की तैयारी में जुटी हुई है किसान सभा के प्रवक्ता डॉ रुपेश वर्मा ने कहा कि नौजवानों महिलाओं की दो-दो टीमें ग्रेटर नोएडा ईस्ट ओर वेस्ट में, किसान सभा की पुरुष किसानों की 2 टीमें ईस्ट और वेस्ट में एवं गांव स्तर पर किसान सभा की कमेटियां प्रभात फेरी निकालकर 18 जुलाई के आंदोलन के लिए किसानों भूमिहीनों महिलाओं और नौजवानों का आह्वान कर रही हैं। इसी सिलसिले में आज किसान सभा की नेता तिलक देवी, गीता, रमेश, बाला देवी, बबीता, जगन, राजेश्वरी, धर्मवती, चमन, वेदपाली, काजल के नेतृत्व में महिलाओं ने बादलपुर चौगानपुर इटेड़ा और पतवारी में घर-घर जाकर जनसंपर्क किया और 18 जुलाई के आंदोलन में बड़ी संख्या में भूमिहीनों, महिलाओं, नौजवानों और किसानों से पहुंचने की अपील की।
महिलाओं की नेता गीता भाटी ने कहा कि हमने सांसद सुरेंद्र नागर पर विश्वास कर 24 जून को आंदोलन के बाबत लिखित समझौता किया था जिसके अंतर्गत हाई पॉवर कमेटी का नोटिफिकेशन होकर 30 जून तक गठन किया जाना था और कमेटी को 15 जुलाई तक किसानों के 10% मुद्दे सहित अन्य मुद्दों पर फैसला लेना था परंतु प्राधिकरण और सरकार ने वादाखिलाफी करते हुए हाई पावर कमेटी के गठन से इनकार किया है जिसके कारण पूरे क्षेत्र में आक्रोश फैल गया है। किसान सभा ने इसलिए 18 जुलाई से पक्का मोर्चा लगाकर आंदोलन की तैयारी शुरू कर दी है।
प्राधिकरण के पास 18 जुलाई तक मौका है कि वह अपने किए वादे को पूरा करें अन्यथा प्राधिकरण और सरकार को किसानों के गुस्से का सामना करना पड़ेगा जिसकी राजनैतिक कीमत सरकार को 2024 के लोकसभा चुनाव में चुकानी पड़ सकती है युवा नेता मोहित भाटी ने कहा पूरे क्षेत्र के नौजवान एकजुट होकर आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं किसान सभा के नौजवानों की गांवों में कमेटियां गठित की गई हैं जो जबरदस्त ढंग से तैयारी करते हुए 18 जुलाई में हजारों की संख्या में नौजवानों को ले जाने का काम करेंगी किसान सभा के नेता प्रकाश प्रधान जी ने कहा कि लड़ाई की शुरुआत आरपार के मकसद से की गई थी 24 जून को किसान सभा ने सरकार को अपना वादा पूरा करने का मौका दिया जिसमें सरकार फेल हो गई किसान सभा ने अपना आंदोलन स्थगित किया था किसान सभा को पूरी आशंका थी कि सरकार वादाखिलाफी कर सकती है प्राधिकरण ऐसे भी झूठ बोलने और वादाखिलाफी करने के लिए कुख्यात रहा है इसलिए किसान सभा 1 दिन भी चुप नहीं बैठी है और पूरी तैयारी के साथ 18 जुलाई को आंदोलन में उतर रही है किसान सभा के जिला अध्यक्ष नरेंद्र भाटी ने कहा कि लड़ाई आर-पार की है वक्त चाहे जो लगे लेकिन आंदोलन को जीत कर ही दम लेंगे।
किसान सभा के नेता पप्पू प्रधान मायेचा ने ऐलान किया कि मायेचा गांव से सैकड़ों की संख्या में महिला पुरुष नौजवान भूमिहीन निकलकर 18 जुलाई को प्राधिकरण का घेराव करेंगे सरधना विधायक अतुल प्रधान ने ऐलान किया है कि हम ग्रेटर नोएडा के किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर आंदोलन के पहले चरण में भी शामिल रहे हैं 18 जुलाई से शामिल रहेंगे किसान सभा पक्का मोर्चा लगाने जा रही है आंदोलन के बारे में राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव जी को पहले से ही अवगत करा दिया गया है पक्का मोर्चा लगते ही राष्ट्रीय अध्यक्ष जी से समय लेकर समाजवादी पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ किसानों के मुद्दों पर पूरी ताकत के साथ आंदोलन में उतरेगी किसान सभा के संयोजक वीर सिंह नागर ने बताया किसान सभा ने पूरी योजना के साथ सभी संगठनों विपक्षी पार्टियों को शामिल करते हुए पक्का मोर्चा लगाने की योजना बनाई है सभी किसान संगठन पार्टियां किसान सभा के आंदोलन में तन मन धन से साथ हैं प्राधिकरण सरकार के पास किसानों की मांगों को पूरा करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।
किसान सभा के नेता महाराज सिंह प्रधान ने कहा कि क्षेत्र में बीजेपी को अपनी समस्याओं का हल करने के मकसद से भारी मतों से जिताया था परंतु भाजपा ने किसानों के मुद्दों की न केवल उपेक्षा की है बल्कि किसानों के साथ वादाखिलाफी भी की है सत्ताधारी पार्टी के लोग कह रहे हैं कि आंदोलन में विपक्षी पार्टियां आ रही हैं और राजनीति कर रही हैं यदि उन्हें वाकई किसानों की फिक्र है तो उन्हें किसानों के मुद्दों को तुरंत हल करना चाहिए किसान पार्टियों को नहीं बुला रहे बल्कि भाजपा द्वारा किसान विरोधी निर्णय लेने किसानों की उपेक्षा करने किसानों से झूठ बोलने किसानों से वादाखिलाफी करने के कारण खुद भाजपा विपक्ष को मौका दे रही है कि विपक्ष इसमें आए और भाजपा को घेरने का काम करें अब भाजपा को तय करना है कि उसे विपक्ष को राजनीति करने का मौका देना है या नहीं भाजपा वाकई यदि किसान हितैषी है तो उसे तुरंत किसानों के मुद्दों को हल करना चाहिए।
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