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गौतमबुद्धनगर लोकसभा में बीजेपी की हैट्रिक को हाथी या साईकल में कौन देगा चुनौती ? दारोमदार दादरी और नोएडा पर, वोटर करेंगे तय

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विनोद शर्मा

गौतमबुद्धनगर, 24 अप्रैल।

पश्चिम उत्तर प्रदेश की सबसे महत्वपूर्ण सीट गौतम बुद्ध नगर लोकसभा क्षेत्र पर पूरे देश की निगाह है। इस लोकसभा क्षेत्र की सीमा दिल्ली और हरियाणा से जुड़ी हुई है और इसकी सीमा यमुना नदी से लेकर गंगा नदी तक फैली हुई है। लगभग साढे 26 लाख वोटरों में से साढ़े 18 लाख वोटर गौतम बुध नगर की तीन विधानसभा नोएडा, दादरी व जेवर और 8 लाख वोटर  बुलंदशहर जिले की खुर्जा व सिकन्द्राबाद विधानसभा से हैं।

राजनैतिक दलों के संगठन में बूथ प्रबंधन कसौटी पर

2014 की लोकसभा चुनाव से पहले बीएसपी के बूथ प्रबंधन को सबसे बेस्ट माना जाता था लेकिन बीजेपी ने पन्ना प्रमुख की भूमिका तय कर अन्य दलों को एक तरीके से राजनीतिक चुनौती दे दी इस चुनौती में भी नोएडा विधानसभा में मतदाता उसे संख्या में बाहर नहीं आते जिसका राजनीतिक दल अनुमान लगाते हैं मतलब चाहे लोकसभा चुनाव हो या विधानसभा चुनाव नोएडा क्षेत्र का शहरी वाटर 50 से 55% तक ही वोट कर रहा है जबकि दादरी जेवर खुर्जा सिकंदराबाद में यह आंकड़ा 60 से 65 तक पहुंच जाता है 2019 का लोकसभा चुनाव बीजेपी ने 318000 वोटो के अंदर से जीता था इस बार केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बिसाडा की जनसभा में लगभग 5 लाख की जीत का लक्ष्य तय किया है और यह बूथ प्रबंधन के जरिए ही हासिल किया जा सकेगा। क्योंकि बीजेपी ने 2022 में पांचो विधानसभा सीट जीती थी इसलिए बीजेपी का  बूथ प्रबंधन अन्य दलों की अपेक्षा मजबूत है। इस बार के चुनाव में बसपा व कांग्रेस-सपा के बीच बूथ प्रबंधन कैसा होगा यह परीक्षा होगी।

2019 का लोकसभा चुनाव समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ने एक साथ लड़ा था जब रिजल्ट आया तो बीजेपी को 59 पर्सेंट वोट मिले जबकि बीएसपी और सपा को मिलाकर लगभग साढे 35 पर्सेंट वोट मिले कांग्रेस के प्रत्याशी उसे समय सिर्फ 42 हजार 77 वोट ही पा सके थे बाद में बसपा प्रमुख मायावती ने यह कहकर गठबंधन तोड़ दिया कि सपा के कार्यकर्ताओं ने सहयोग नहीं किया इस बार समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन है खास बात यह है कि समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन के इस दौर में कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष डॉ महेंद्र नागर सपा की प्रत्याशी हैं वे 2022 में कांग्रेस छोड़कर सपा में गए थे कांग्रेस के संगठन प्रभारी अविनाश पांडे एक दिन गौतम बुद्ध नगर में आए और उन्होंने समन्वय बैठक की इसके अलावा कांग्रेस का कोई बड़ा नेता डॉ महेंद्र नागर के लिए चुनाव प्रचार करने सपा नेताओं के साथ नहीं आया वहीं समाजवादी पार्टी के नेताओं में अखिलेश यादव ने जरूर एक जनसभा को संबोधित किया वहीं मायावती की पार्टी बसपा ने पूर्व कांग्रेस विधायक राजेंद्र सिंह सोलंकी को मैदान में उतारा और कांग्रेस के पुराने वोटरों के साथ-साथ बसपा के परंपरागत वाटर दलित वी ठाकुरों को एकजुट करने का प्रयास भी किया इसके लिए स्वयं बसपा सुप्रीमो मायावती ने जनसभा को संबोधित किया बल्कि उनके भतीजे आकाश आनंद ने भी जनता के बीच जाकर अपनी बात रखी। बसपा और इंडिया गठबंधन के बूथ प्रबंधन की व्यवस्था को रखने के लिए संगठन के कई लोग आ रहे हैं वही इस बात पर निर्भर करेगा कि यह लोग जनता से संपर्क कर कितने वोट बूथ तक डलवा पाएंगे।

भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी डॉक्टर महेश शर्मा ने गौतम बुद्ध नगर लोकसभा क्षेत्र के गठन के साथ ही बीजेपी के पहले प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा था तब उन्हें मात्र 15000 वोटो से बसपा प्रत्याशी के रूप में सुरेंद्र नागर ने हराया था 2014 के चुनाव में डॉ महेश शर्मा ने सपा प्रत्याशी नरेंद्र भाटी को हराकर पहली बार गौतम नगर सीट पर कब्जा किया 2019 के चुनाव में बसपा के सतबीर नागर को डॉ महेश शर्मा ने चुनाव में मात देकर दूसरी बार सांसद बनने का गौरव प्राप्त किया।

हैट्रिक की तैयारी में डॉक्टर महेश शर्मा

2024 के चुनाव में डॉक्टर महेश शर्मा को गौतम बुद्ध लोकसभा क्षेत्र से बीजेपी ने चौथी बार टिकट दिया है और वह तीसरी बार सांसद बनने की दौड़ में लगे हैं। इसकी वजह यह है कि मेरठ की रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गौतम बुद्ध नगर लोकसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं को संगठन को संबोधित कर चुके हैं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक बार प्रबुद्ध सम्मेलन में ग्रेटर नोएडा और दूसरी बार झज्जर में जनसभा का संबोधित करने के लिए आ चुके प्रधानमंत्री ने चुनाव की घोषणा से पहले सिकंदराबाद के पास गौतम बुध नगर में जनसभा को संबोधित किया था और उस समय नोएडा ग्रेटर नोएडा व यमुना प्राधिकरण के हजारों करोड़ के प्रोजेक्ट को शिलान्यास व लोकार्पण किया था। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की जनसभा सेक्टर 33 में होनी थी आंधी और बारिश के कारण व्यवस्था की हुई और उन्होंने राजस्थान से ही जनता को संबोधित किया था।

इसी तरह केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बिसाहड़ा में जाकर ठाकुर वोटो को एकजुट करने का संदेश दिया खास बात यह है कि गौतम बुद्ध नगर लोकसभा क्षेत्र की पांच विधानसभा सीटों में से नोएडा से पंकज सिंह जेवर से धीरेंद्र सिंह और सिकंदराबाद से लक्ष्मी राज सिंह ठाकुर विधायक हैं पश्चिम उत्तर प्रदेश भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष स्वतंत्र सिसोदिया भी गौतम बुद्ध नगर जिले के हैं खुर्जा की विधायक मीनाक्षी सिंह के पति भी ठाकुर हैं इसके बावजूद गौतम बुद्ध नगर में बसपा प्रत्याशी राजेंद्र सिंह सोलंकी के समर्थन में ठाकुर लाम बंद है यह पश्चिमी उत्तर प्रदेश की कई संगठनों ने मिलकर भाजपा के सामने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए उन्हें वोट न देने तक को लेकर कई पंचायत की है जबकि जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह ने कहा था कि यह नाराजगी कुछ समय की है चुनाव आते-आते सबकी नाराजगी दूर हो जाएगी और वह मोदी योगी को वोट करेंगे बहुजन समाज पार्टी ने रणनीति के तहत गाजियाबाद गौतम बुद्ध नगर और हरियाणा के फरीदाबाद सीट से तीन ठाकुर प्रत्याशियों को टिकट दिया है इससे ठाकुरों के बीच संदेश देने की कोशिश की गई है कि इस बार के चुनाव में बसपा ने ठाकुरों को सम्मान देने का प्रयास किया है बीजेपी की रणनीतिक प्रबंधन से जुड़े लोगों का कहना है कि इस बार भाजपा प्रत्याशी डॉ महेश शर्मा को न केवल 10 लाख से अधिक वोट मिलेंगे बल्कि जीत का अंतर 5 लाख का होगा बीजेपी का प्रयास है की साडे 26 लाख वोटरों में से लगभग 60% से 65% तक मतदान कराया जाए उधर जिला प्रशासन ने भी वोटरों कोघर से मतदान केंद्र तक ले जाने के लिए पूरा विशेष जागरूकता अभियान भी चलाया है यह अभियान स्कूल कॉलेज तक है अगर अभियान सकारात्मक रूप से आगे बढ़ा तो इस बार गौतम नगर जिले में 65% मतदान हो सकता है यही प्रयास नोएडा शहरी क्षेत्र में भी किया जा रहा है ताकि नोएडा के वोटर मतदान केंद्र तक पहुंचे नोएडा शहर में अधिकतम वाटर वोट प्रतिशत 50% तक ही पहुंच पाता है अगर 2022 के विधानसभा चुनाव की बात करें तो नोएडा से पंकज सिंह को 244319, दादरी से तेजपाल नागर को 218068 जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह को 117205 सिकंदराबाद से विधायक लक्ष्मी राज सिंह को 125644 और खुर्जा से विधायक मीनाक्षी सिंह को 137461 वोट मिले थे। यह आंकड़ा 8 लाख 42 हजार 697 के करीब बैठता है। जबकि 2019 में बीजेपी प्रत्याशी डॉ महेश शर्मा को 8 लाख 30 हजार के करीब वोट मिले थे जो लगभग 12 हजार ज्यादा थे।  इस चुनाव में बीजेपी का बूथ प्रबंधन क्या 60 प्रतिशत के आंकड़े को पार करते हुए क्या डॉ महेश शर्मा के खाते में 10 लाख वोट डलवा पाएंगे ? यह समय के गर्भ में है।

लोकसभा के विधानसभा बार आंकड़ों पर अगर गौर करें तो नोएडा और दादरी विधानसभा क्षेत्र मैं ही वोटो की कुल संख्या लगभग 15 लाख के आसपास होगी जबकि बाकी जेवर खुर्जा सिकंदराबाद सीट पर लगभग 12 लाख वोटर होंगे। इनमे भी शहरी व ग्रामीण वोटरों का प्रतिशत क्रमशः 65 व 35 प्रतिशत के करीब है। बढ़ते शहरी क्षेत्र में जातीयता की गणना करना आसान नही है। सभी जातियां अपना अपना आंकड़ा बताती हैं। खास बात यह है कि गौतमबुद्ध नगर लोकसभा क्षेत्र में 2009 से लेकर 2019 तक गुर्जर, ब्राह्मण व राजपूत के बीच ही मुख्य मुकाबला होता रहा है। 2009 में बीएसपी की यूपी में सरकार थी तब कांग्रेस से राजपूत प्रत्याशी रमेश चंद तोमर की वजह से ही बीजेपी हारी थी। तब सुरेन्द्र नागर 15 हजार मतों के अंतर से जीते थे। 2014 कि लोकसभा में कांग्रेस प्रत्याशी रमेश चंद तोमर ने चुनाव के दौरान ही बीजेपी में वापसी कर ली थी। 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी अरविंद सिंह ने चुनाव से कुछ दिन पहले ही चुप्पी साध ली थी। उनके पिता ठाकुर जयवीर सिंह ने तब बीजेपी के समर्थन में केंद्रीय मंत्री राजनाथ के साथ जॉइंट रैली की थी। दिलचस्प तथ्य यह है कि 2009 से लेकर 2019 तक विपक्ष से चुनाव लड़ने वाले अधिकतर राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि बीजेपी में शामिल हो चुके हैं।

(नोएडा खबर डॉट कॉम के लिए खास खबर)

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