नोएडा सीईओ रितु माहेश्वरी ने की सिविल कार्यों की समीक्षा
1 min readनोएडा, 27 सितम्बर।
नोएडा की मुख्य कार्यपालक अधिकारी श्रीमती रितु माहेश्वरी ने सोमवार को प्राधिकरण में वर्क सर्किल 6, 9 एवं 10 के कार्यों की विस्तृत जानकारी के लिए इंजीनियरों की बैठक बुलाई, जिसमें इन सभी वर्क सर्किलों के सिविल कार्यों की प्रगति, टेण्डर प्रक्रिया में चल रहे कार्यों समीक्षा की गई। मुख्य कार्यपालक अधिकारी द्वारा समस्त निविदा प्रक्रिया में चल रहे समस्त कार्यों को निस्तारित करते हुए शीघ्र अतिशीघ्र प्रारम्भ कराये जाने के निर्देश दिये गये। बैठक में प्राधिकरण के मुख्य महाप्रबन्धक एवं उक्त वर्क सर्किलों के वरिष्ठ प्रबन्धक उपस्थित थे।
मीटिंग के दौरान जानकारी दी गई कि वर्क सर्किल-6 के अन्तर्गत वित्तीय वर्ष 2021-22 में अब तक कुल स्वीकृत 39 कार्यों में से 29 नये विकास कार्य है तथा 10 अनुरक्षण कार्य है। प्रगतिरत 30 कार्यों के अतिरिक्त 3 कार्यों के Acceptance Letter जारी हो चुके हैं तथा एक कार्य की प्राईस बिड खोली जा चुकी है तथा 5 कार्य एन आई टी स्वीकृति प्रक्रिया में है।
सैक्टर-71-72, 51-52 के चौराहे पर निर्माणाधीन अण्डरपास का कार्य लगभग पूर्ण अवगत कराया गया। मात्र फिनिशिंग कार्य अवशेष है, जिसके सम्बन्ध में अवशेष कार्यों को निर्धारित समयान्तर्गत पूर्ण कराते हुए संचालित कराने हेतु सम्बन्धित को निर्देशित किया गया तथा साथ ही उक्त अण्डरपास में लाईटिंग एवं वॉल पेन्टिंग कराने हेतु भी निर्देशित किया गया।
एम.पी-3 मार्ग पर पर्थला चौक पर निर्माणाधीन फ्लाईओवर के कार्य की प्रगति अत्यन्त धीमी पाई गई, जिसमें तेजी लाने हेतु सम्बन्धित को निर्देशित किया गया। उक्त परियोजना की प्रगति 24 प्रतिशत अवगत कराई गई।
इन कार्यों के अलावा वर्क सर्किल-6 के अन्तर्गत बिसरख पुल से जोड़ने वाली सड़क के कार्य का अनुबन्ध शीघ्र गठित कर प्रारम्भ करने तथा निर्धारित समयान्तर्गत कार्य पूर्ण करने हेतु निर्देशित किया गया, ताकि दिसम्बर 2021 तक लोगों को उक्त मार्ग का लाभ मिल सके।
वर्क सर्किल-9 के वरिष्ठ प्रबन्धक द्वारा अवगत कराया गया कि इस वित्तीय वर्ष में अब तक कुल स्वीकृत 21 कार्यों में से 6 कार्य नये विकास कार्य है तथा 15 अनुरक्षण कार्य है। प्रगतिरत 19 कार्यों के अतिरिक्त 2 कार्य आगणन स्वीकृति प्रक्रिया में है।
वर्क सर्किल-9 के अन्तर्गत नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे पर 2.36 किमी0 पर निर्माणाधीन अण्डरपास के कार्य में तीव्रता लाने हेतु निर्देशित किया गया। उक्त परियोजना का लोकार्पण किया जाना सम्भावित है, जिसके दृष्टिगत उक्त कार्य को युद्धस्तर पर सम्पादित कराते हुए समयान्तर्गत पूर्ण कराने के निर्देश दिये गये। परियोजना की प्रगति 60 प्रतिशत अवगत कराई गई।
नोएडा कन्वेन्शन एण्ड हैबिटेट सेन्टर के निर्माण कार्य की गति निर्धारित लक्ष्य की अपेक्षा अत्यन्त धीमी पाई गई, जिसको बढ़ाये जाने हेतु निर्देशित किया गया। इसके अतिरिक्त वर्क सर्किल-9 के क्षेत्रान्तर्गत स्थित ग्रामों में दिशा सूचक बोर्ड लगाने के कार्य को शीघ्र निष्पादित करते हुए अनुबन्ध गठित कर निर्धारित समयान्तर्गत पूर्ण करने हेतु निर्देशित किया गया।
वर्क सर्किल-10 के इस वित्तीय वर्ष में अब तक कुल स्वीकृत 24 कार्यों में से 7 कार्य नये विकास कार्य है तथा 17 अनुरक्षण कार्य है। 24 में से 19 कार्य प्रगति है, इसके अतिरिक्त 1कार्य के Acceptance Letter जारी हो चुके है तथा 3कार्य की प्राईस बिड खोली जा चुकी है तथा 1 कार्य निविदा आमंत्रण प्रक्रिया में है।
वर्क सर्किल-10 के अन्तर्गत नौएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे पर निर्माणाधीन एडवान्ट अण्डरपास एवं कोण्डली अण्डरपास के सम्बन्ध में मुख्य कार्यपालक अधिकारी महोदया द्वारा निर्देशित किया गया कि कार्य को तीव्र गति से गुणवत्तापूर्वक सम्पादित कराते हुए प्रत्येक दशा में निर्धारित समयान्तर्गत पूर्ण कर लिया जाये, जिससे कि दोनो अण्डरपासों का लोकार्पण माह दिसम्बर में किया जा सके। एडवान्ट अण्डरपास एवं कोण्डली अण्डरपास की प्रगति क्रमशः 73 प्रतिशत एवं 83 प्रतिशत अवगत कराई गई।
नौएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे की रिसर्फेसिंग कार्य के सम्बन्ध में मुख्य कार्यपालक अधिकारी महोदया द्वारा निर्देशित किया गया कि रात्रि के समय कार्य सम्पादन के दौरान सुरक्षा के दृष्टिगत अधिक से अधिक मात्रा में Retro Reflective Board लगाकर कार्य सम्पादन कराया जाये, ताकि किसी भी प्रकार की दुर्घटना घटित न हो।
सैक्टर-151ए में निर्माणाधीन अन्तराष्ट्रीय गोल्फ के कार्य के सम्बन्ध में मुख्य कार्यपालक अधिकारी महोदया द्वारा निर्देशित किया गया कि कार्य को तीव्र गति से सम्पादित कराते हुए निर्धारित समयावधि में पूर्ण किया जाये।
मुख्य कार्यपालक अधिकारी महोदया द्वारा निर्देशित किया गया कि जिन कार्यों Acceptance जारी हो चुके हैं तथा प्राईस बिड खुल चुकी है, उनको निस्तारित कर शीघ्र अनुबन्ध गठित कर कार्य प्रारम्भ कराया जाये तथा जिन कार्यों की एन.आई.टी. स्वीकृत हो चुके हैं. उनकी निविदायें प्रकाशित शीघ्र की जायें।
साथ ही प्रगतिरत कार्यों को गुणवत्तापरक एवं तीव्र गति से पूर्ण कराने हेतु निर्देशित किया गया, ताकि विकास कार्यों का लाभ जनमानस को प्राप्त हो सके।
8,943 total views, 2 views today