उत्तर प्रदेश कृषि अनुसंधान परिषद का 33 वां स्थापना दिवस 14 जून को, मुख्यमंत्री योगी होंगे मुख्य अतिथि
1 min read
लखनऊ, 13 जून।
उ.प्र. कृषि अनुसंधान परिषद (उपकार) द्वारा अपने 33वें स्थापना दिवस के अवसर पर 14 जून, 2022 को सुबह 09:45 बजे से सतत कृषि के लिये अभिनव दृष्टिकोण विषय पर एक राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान (आई.आई.एस.आर.) रायबरेली रोड, लखनऊ के ऑडिटोरियम में किया जा रहा है। इस राष्ट्रीय संगोष्ठी के मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ होगें। संगोष्ठी के उद्घाटन सत्र में विशिष्ट अतिथि के रूप में श्री सूर्य प्रताप शाही, मंत्री, कृषि, कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान, श्री बलदेव सिंह औलख, राज्य मंत्री, कृषि, कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान, कैप्टन विकास गुप्ता, अध्यक्ष, उ.प्र. कृषि अनुसंधान परिषद, लखनऊ, श्री मनोज कुमार सिंह, कृषि उत्पादन आयुक्त उप्र तथा डा. देवेश चतुर्वेदी, अपर मुख्य सचिव, कृषि कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान उ.प्र द्वारा प्रतिभाग किया जायेगा।
संगोष्ठी के प्लेनरी सत्र में डा. एके सिंह, उपमहानिदेशक, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली द्वारा भारतीय कृषि की चुनौतिया तथा संभावनाये विषय पर व्याख्यान दिया जायेगा। संगोष्ठी के तकनीकी सत्र के मुख्य वक्ता डा. यू. एस. सिंह, परामर्शी, इन्टरनेशनल राइस रिसर्च इंन्टीट्यूट, डा. ए.डी. पाठक, निदेशक, भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान, लखनऊ, डा. एस. के शुक्ला, प्रधान वैज्ञानिक केन्द्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान, लखनऊ, डा. उमेश सिंह, विभागाध्यक्ष, सी. आई. आर.सी., मेरठ श्री पी.एस. ओझा, प्रदेश समन्वयक एफपीओ सेल, डा. अवनी कुमार सिंह, प्रधान वैज्ञानिक, भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, नई दिल्ली, डा. राजीव कुमार सिंह, प्रधान वैज्ञानिक, भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, नई दिल्ली तथा डा वी.पी. शाही विभागाध्यक्ष शुआट्स, प्रयागराज होगे। संगोष्ठी में पदमश्री से सम्मानित प्रदेश के कृषक तथा निवेश आपूर्ति करने वाली फर्मों का भी एक सत्र आयोजित किया जायेगा। संगोष्ठी में देश / प्रदेश के ख्याति प्राप्त वैज्ञानिकों, प्रदेश के कृषि विश्वविद्यालयों के कुलपतियों तथा प्रदेश के कृषि व संबंधित विभागों के निदेशकों कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिकों, विश्वविद्यालय के शिक्षकों तथा प्रदेश के प्रगतिशील कृषकों द्वारा भाग लेकर प्रदेश में सतत् कृषि के लिये अभिनव दृष्टिकोण पर गहन विचार विमर्श उपरान्त रणनीति तैयार की जायेगी। प्रदेश के 22 किसानों को नए प्रयोग के लिए सम्मानित किया जाएगा।
1,555 total views, 2 views today