बीजेपी नोएडा अध्यक्ष मनोज गुप्ता का मुख्यमंत्री योगी को पत्र, श्रीकांत त्यागी विवाद की सीबीआई जांच कराएं
1 min readनोएडा, 29 सितम्बर। बीजेपी के नोएडा महानगर अध्यक्ष मनोज गुप्ता ने श्रीकांत त्यागी विवाद पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर सीबीआई या किसी स्वतन्त्र एजेंसी से जांच कराने की मांग की है ताकि इस प्रकरण में साजिश करने वाले बेनकाब हो सकें।
मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में बीजेपी महानगर अध्यक्ष ने कहा है कि इस प्रकरण में ग्रैंड ओमैक्स सोसाइटी के सम्मानित नागरिकों द्वारा सोशल मीडिया पर चल रहे विवाद के बारे में हमारे सांसद जी को बताया कि किस तरीके से एक महिला के साथ एक व्यक्ति ने अपमानजनक कृत्य किया है। स्थानीय जनप्रतिनिधि होने के नाते हमारे सांसद जी ने अपना कर्तव्य निभाते हुए अपनी पार्टी के जिलाध्यक्ष एवं महिला मोर्चा की अध्यक्षा और सभी वरिष्ठ पार्टी के नेताओं के साथ ग्रैंड ओमैक्स सोसाइटी पहुंचकर घटना की जानकारी ली। वहां पर सोसाइटी के लोगों के आक्रोश को देखते हुए उपस्थित सभी सोसाईटी निवासियों को माननीय सांसद जी द्वारा आश्वासन दिया गया कि जो भी अपराधी होगा उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्यवाही प्रशासन द्वारा करायी जायेगी और उसको न्यायोचित दण्ड मिलेगा। यह बात कहकर माननीय सांसद जी वापस चले आए। अगले दिन शाम को सोसाईटी के लोंगों द्वारा सांसद जी को कई बार फोन कर सोसाईटी में अवांछित लोगों के अनाधिकृत रूप से घुसने की शिकायत मिली। इस नाजुक स्थिति के बारे में अपना डर प्रकट किया। इस पर माननीय सांसद जी और मैं जिलाध्यक्ष भाजपा एवं एन.ई.ए. के अध्यक्ष विपिन मल्हन ग्रैंड ओमैक्स सोसाईटी पहुंचे तथा जनता के आक्रोश और डर को देखकर कमिशनर साहब को फोन किया जब कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली तो माननीय सांसद जी द्वारा स्थिति की गम्भीरता को देखते हुए अपर मुख्य सचिव (गृह) को कार्यवाही करने हेतु फोन किया । इस सन्दर्भ में माननीय सांसद जी द्वारा एक जनप्रतिनिधि होने का कर्तव्य निभया गया। परन्तु कुछ असामाजिक लोग जो राजनैतिक विरोधियों की साजिश से इस घटना के बाद लगातार गलत तथ्यों के आधार पर हमारी पार्टी व सांसद की छवि खराब करने हेतु सुनयोजित षडयंत्र के तहत प्रतिदिन अनर्गल आरोपों के द्वारा पार्टी एवं सांसद की छवि को आसन्न राजनैतिक परिस्थितियों में नुकासान पहुंचाने के उद्देश्य से यह कृत्य किया जा रहा है। क्योंकि स्थानीय निकाय चुनाव में पार्टी की लोकप्रियता से विरोधी दल बौखलाये हुए हैं। वे इस मामले को तूल देकर हमारी पार्टी व स्थानीय सांसद को सामाजिक रूप से बदनाम करना चाहते हैं। उनकी छवि धूमिल करने का प्रयास कर रहे हैं और कानूनी प्रक्रिया में व्यवधान डालने का प्रयास कर रहे हैं।
जैसे:
1. पूर्व में दर्ज मामले:- इससे हमारे सांसद व पार्टी का कोई लेना देना नहीं है।
2. जिस अपराधी के विरूद्ध कानून अपनी कार्यवाही कर रहा है एसमें हमारी पार्टी या हमारे सांसद का कोई हस्तक्षेप नहीं है।3.
किसी भी अभियुक्त के विरुद्ध गैर जमानती वारन्ट जारी करना व यह समाज के प्रति उसके खतरे को देखते हुए इनाम घोषित करना पुलिस प्रशासन की कार्यवाही का अंग है उसमें कोई राजनैतिक दखलान्दाजी नहीं होती हमारी पार्टी या हमारे सांसद द्वारा न तो किसी अपराधी को ईनामी घोषित करने के लिए को पत्राचार किया गया और न ही हमने पुलिस टीम को कोई ईनामी धनराशि दी। 25000 रूपये का ईनाम भी पुलिस प्रशासन द्वारा घाषित किया गया था तथा गिरफ्तार करने वाली टीम को 3 लाख रूपये का ईनाम भी पुलिस प्रशासन द्वारा ही दिया गया है। जिसमें हमारी पार्टी व हमारे सांसद की कोई भूमिका नहीं है।
गँगस्टर की धारा में मुकदमा दर्ज करना:- लम्बे अपराधिक इतिहास एवं गम्भीर अपराधों की संलिप्तता के आधार पर पुलिस प्रशासन द्वारा गैंगस्टर की कार्यवाही की जाती है। उसमें हमारी पार्टी या हमारे सांसद के राजनैतिक दबाव का कोई प्रश्न ही नहीं उठता। यह पूरी तरह कानून व्यवस्था को बनाये रखने के लिए पुलिस प्रशासन का क्षेत्राधिकार है।
श्रीकान्त त्यागी के परिजनों द्वारा जो दुर्व्यवहार की घटना बताई जा रही है। वो पुलिस की विवेचना से सम्बंधित है। क्योंकि गिरफतारी और विवेचना थाने की पुलिस का काम है। अन्नू त्यागी व पिंगला त्यागी के विरूद्ध यदि पुलिस ने उनके साथ अपनी विवेचना में कोई दुर्व्यव्यवहार किया है। उसमें हमारी पार्टी या हमारे सांसद को कोई भूमिका नहीं है।
सोसाइटी के अन्दर किसी भी प्रकार के अतिक्रमण को लेकर होने वाली कार्यवाही से हमारी पार्टी व हमारे सांसद का कोई लेना देना नहीं है। क्योंकि सोसाईटी के निवासियों द्वारा एक दूसरे की अतिक्रमण सम्बंधी शिकायतें कई वर्षों से प्राधिकरण में चल रही हैं। प्राधिकरण द्वारा ही अतिक्रमण के विरूद्ध कोई कार्यवाही की गई होगी हमारी पार्टी या हमारे सांसद ने ऐसी किसी शिकायत को तूल नहीं दिया न ही कोई हस्तक्षेप कर या किसी के पक्ष में या किसी के विरूद्ध कोई कार्यवाही कराई ।
वर्तमान में सोशल मीडिया पर आवंछनीय तत्वों द्वारा एक विडियो बयान बहन अन्नू त्यागी का वायरल किया जा रहा है जिसमें उन्होंने हमारे सांसद पर अपनी जान के खतरे का आरोप लगाया है। पार्टी इस मामले में यह अवगत कराना चाहती है कि हमारे सांसद महेश शर्मा पिछले 40 वर्षों से नोएडा में रहकर चिकित्सा क्षेत्र में जनकल्याण की भावना को रखते हुए अति लोकप्रिय हैं। कोरोना काल एवं उससे पहले की महामारी की अवस्था में भी उनके द्वारा अभूतपूर्व जन सेवा के उदाहरण प्रस्तुत किये गये हैं। हमारे सांसद का आज तक कोई अपराधिक गठजोड़ नहीं है। उनके जनप्रतिनिधि बनने के पश्चात क्षेत्र में अपराध मुक्त उद्योग और व्यापार चल रहा है। हमारे सांसद की लोकप्रियता को क्षति पहुंचाने के लिए उपरोक्त साजिश की जा रही है। हमारी पार्टी या सांसद किसी भी जाति विशेष अथवा समुदाय के विरूद्ध कोई दुर्भावना नहीं रखते हैं। भाजपा सर्व समाज की पार्टी है। हमारे लिए त्यागी समाज एवं सभी बिरादरी व समुदाय हमेशा आदरणीय तथा मूल्यवान है।
अतः बहन अन्नू त्यागी की इच्छा के अनुसार हम अपनी पार्टी के माध्यम से माननीय मुख्यमंत्री जी से अनुरोध करते हैं कि इस सारे प्रकरण की सी.बी. आई. अथवा किसी अन्य स्वतंत्र जांच एजेन्सी से जांच कराने का आदेश पारित करें। पूर्व में भी अन्नू त्यागी की शिकायत पर थानाध्यक्ष फेस-2 एवं अन्य पुलिसकर्मियों को कार्यवाही करते हुए निलंबित किया गया था तथा सांसद जी के अनुरोध पर अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही की गई थी। हमारी पार्टी या सांसद किसी के प्रति कोई व्यक्तिगत द्वेष या दुर्भावना से सार्वजनिक जीवन में कोई काम नहीं करते हैं। यदि किसी भी सामान्य नागरिक के साथ किसी व्यक्ति अथवा किसी सरकारी मशीनरी कोई उत्पीड़न किया जाता है तो हमारी पार्टी व सांसद उसके नागरिक अधिकारों की सुरक्षा के लिए उसके साथ हैं।
1,881 total views, 2 views today