साध्वी कालिंदी भारती ने कहा, भगवान श्रीकृष्ण ने गोवर्धन पूजा के जरिये दिया था प्रकृति को पूजने का संदेश
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-श्रीमद भागवत कथा में गोवर्धन पूजा के आध्यात्मिक पक्ष का वर्णन किया गया
नोएडा, 19 अक्टूबर।
दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा सेक्टर-43, छलेरा, नोएडा, उत्तर प्रदेश में श्रीमद्भागवत कथा में गोवर्धन पूजा प्रसंग का वर्णन करते हुए साध्वी कांलिदी भारती जी ने कहा कि गो शब्द का अर्थ है गाय और वर्धन का तात्पर्य है बढ़ाना अर्थात् गाय का संवर्धन करना। गोवर्धन पूजा से सम्बंधित साध्वी जी ने गौ का रक्षक एवं वर्धन के मर्म को समझाते हुए आध्यात्मिक पक्ष में गोवर्धन गाथा को सबके समक्ष रखा। इसी के अंतर्गत उन्होंने संस्थान के प्रकृति संरक्षण कार्यक्रम ‘संरक्षण’ की चर्चा करते हुए बताया कि आज अनेक आयोजनों द्वारा समाज में प्रकृति संरक्षण के प्रति जागरूकता लाई जा रही है।
उन्होंने कहा कि प्रकृति की रक्षा करना हमें भगवान श्री कृष्ण ने सिखाया उन्होंने गोवर्धन की पूजा की और यह सीख दी कि हमें प्रकृति के साथ कभी छेड़छाड़ नहीं करनी चाहिए आज के संदर्भ में चर्चा करते हुए साध्वी कालिंदी भारती ने कहा की बाहरी प्रदूषण और आंतरिक प्रदूषण को दूर कर हम ईश्वर के नजदीक पहुंच सकते हैं जैसे एक मां अपने बच्चे को दूध पिलाती है उसी तरीके से प्रकृति हमारा संरक्षण करती है जब हम प्रकृति के साथ छेड़छाड़ करते हैं तो वही प्रकृति कुपित होकर सामने आती है और हमें आपदाओं का सामना करना पड़ता है।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में राज्यसभा सांसद श्री नीरज शेखर जी एवं श्री सुरेन्द्र सिहँ नागर जी ने दीप प्रज्वलित कर कथा का शुभारंभ कराया, साथ मे मुख्य यजमान डा.वी.एस.चौहान चैयरमैन प्रकाश हास्पिटल नौएडा,कथा सँयोजक करतार सिहँ चौहान एवं मानसिहँ चौहान, पू. मँत्री श्री मदन चौहान, मीडिया प्रभारी मुकुल वाजपेयी ठा.एन.पी.सिहँ, अध्यक्ष डी.डी.आ र.डब्ल्यू,नौएडा, श्री विनोद शर्मा जी सम्पादक, नौएडाखबर, महेश अवाना, राजकुमार चौधरी,चेतन चौहान,लायन विनय सिसोदिया आदि काफी सँख्या मे भक्तगण उपस्थित रहे।
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