डीएम गौतमबुद्ध नगर बोले, आरटीई के तहत दाखिले में लापरवाही करने पर नपेंगे स्कूल
1 min read– डीएम मनीष कुमार वर्मा की अध्यक्षता में निपुण भारत मिशन एवं मध्यान्ह भोजन योजना के प्रभावी अनुश्रवण के लिए गठित जिला स्तरीय टास्क फोर्स समिति की मासिक समीक्षा बैठक संपन्न
-निपुण भारत मिशन के लक्ष्य को शत-प्रतिशत पूर्ण करने की कार्यवाही करें शिक्षा विभाग के अधिकारी गण
-प्राथमिक विद्यालयों में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति बढ़ाने को लेकर किए जाएं विशेष प्रयास
-प्राथमिक विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र छात्राओं के शत-प्रतिशत आधार वेरीफाई का कार्य कराया जाए पूर्ण
-प्राथमिक विद्यालयों का कायाकल्प कार्य गुणवत्ता एवं समयबद्धता के साथ कराया जाए पूर्ण
गौतमबुद्ध नगर, 26 अप्रैल।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप सरकारी विद्यालय के परिसरों का कायाकल्प एवं शिक्षा की गुणवत्ता बनाए रखने के उद्देश्य से बुधवार को डीएम मनीष कुमार वर्मा की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में निपुण भारत मिशन एवं मध्यान्ह भोजन योजना के प्रभावी अनुश्रवण के लिए गठित जिला स्तरीय टास्क फोर्स समिति की मासिक समीक्षा बैठक संपन्न हुई।
डीएम ने निपुण भारत मिशन के कार्यों की समीक्षा करते हुए शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि उनके द्वारा अन्य सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए जनपद के समस्त कम्पोजिट विद्यालयों का कायाकल्प का कार्य पूर्ण गुणवत्ता एवं समयबद्धता के साथ पूर्ण कराने की कार्रवाई सुनिश्चित की जाए एवं शिक्षा विभाग के अधिकारियों के द्वारा जिन विद्यालयों में कायाकल्प का कार्य चल रहा है निरंतर उनकी मॉनिटरिंग की जाए ताकि गुणवत्ता परक रूप से कार्य पूर्ण कराया जा सके।
डीएम ने समीक्षा करते हुए शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि उनके द्वारा यू डायस पर शत प्रतिशत छात्र-छात्राओं का डाटा फीड एवं शत प्रतिशत छात्र छात्राओं का आधार वेरीफाई कराए जाने का कार्य पूर्ण कराए जाने की कार्रवाई सुनिश्चित की जाए एवं अधिकारियों के द्वारा ऐसे स्कूलों का निरीक्षण किया जाए, जिनका आधार वेरिफिकेशन का कार्य बहुत ही धीमी गति के साथ चल रहा है, ऐसे स्कूलों के विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई करना सुनिश्चित करें। डीएम ने बैठक की समीक्षा करते हुए बैठक में उपस्थित शिक्षा विभाग के अधिकारियों एवं शिक्षकों को यह भी निर्देश दिये कि उनके द्वारा अपने कार्यों में रुचि लेते हुए शिक्षा गुणवत्ता पर विशेष फोकस रखा जाए ताकि सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं की उपस्थिति में वृद्धि की जा सके। उन्होंने कहा कि प्रत्येक विद्यालय में कम से कम 60% छात्र-छात्राओं की उपस्थिति होनी चाहिए। डीएम ने आरटीई के तहत कराए जा रहे दाखिले के संबंध में समीक्षा करते हुए कहा कि शिक्षा विभाग के अधिकारियों के द्वारा आरटीई में सम्मिलित स्कूलों में 25 प्रतिशत आरटीई योजना के तहत दाखिले कराया जाना सुनिश्चित किया जाएं और यदि कोई भी स्कूल आरटीई के तहत दाखिला लेने में लापरवाही करता है तो संबंधित स्कूल के विरुद्ध नियमानुसार कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाए। डीएम ने स्कूल चलो अभियान को लेकर शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि उनके द्वारा अध्यापकों के माध्यम से घर-घर जाकर अभिभावकों को प्रेरित किया जाए कि उनके द्वारा अपने बच्चों को पढ़ाई से वंचित न रखा जाए एवं उनका दाखिला प्राथमिक विद्यालयों में कराएं। उन्होंने कहा कि प्राथमिक विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र छात्राओं को डीबीटी के माध्यम से यूनिफॉर्म, जूता व मोजा खरीदने के लिए जो धन राशि हस्तांतरित की जाती है अध्यापक गण निरंतर मॉनिटरिंग करें कि उनके द्वारा यूनिफॉर्म, जूता, मोजा खरीदा गया है या नहीं, अगर नहीं खरीदा है तो उनके अभिभावकों से संपर्क करते हुए ऐसे छात्र-छात्राओं को यूनिफॉर्म, जूता, मोजा खरीदवाने की कार्रवाई करें, ताकि विद्यालय में पढ़ने वाले सभी छात्र-छात्राएं निर्धारित यूनिफार्म, जूता, मोजा पहनकर ही विद्यालय में आयें। इस महत्वपूर्ण बैठक में डायट के प्राचार्य राजसिंह यादव, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ऐश्वर्या लक्ष्मी, जिला पंचायत राज अधिकारी कुंवर सिंह, जिला पूर्ति अधिकारी चमन शर्मा, जिला कार्यक्रम अधिकारी पूनम तिवारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी शैलेंद्र बहादुर सिंह, नोएडा एवं ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारी गण तथा शिक्षा विभाग के अन्य अधिकारी एवं शिक्षकों के द्वारा प्रतिभाग किया गया।
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