शिव नाडर यूनिवर्सिटी में हुई घटना से उपजे सवाल, कैसे और क्यों हुई चूक ?
1 min readगौतमबुद्धनगर, 21 मई।
शिव नादर यूनिवर्सिटी में 3 दिन पहले हुई एक घटना ने गौतम बुध नगर जिले की आधा दर्जन यूनिवर्सिटी में सुरक्षा को लेकर एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं क्या यूनिवर्सिटी परिसर की नियमित रूप से स्थानीय पुलिस द्वारा जांच नहीं की जा रही या यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट द्वारा ऐसी घटनाओं को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है
यूनिवर्सिटी में छात्राओं की शिकायतों को लेकर कमिटी के होना अनिवार्य है।
गौतम बुद्ध नगर पुलिस कमिश्नर द्वारा मिशन नारी शक्ति अभियान चलाए जा रहा है इसके तहत dcp महिला सुरक्षा हर कॉलेज मैं जाकर छात्रों के बीच अभियान चला रही है वे बाकायदा प्रशिक्षण दे रही हैं कि यदि आपको कोई भी शिकायत हो तो अपने पेरेंट्स और कॉलेज में शिक्षकों के साथ शेयर जरूर करें ऐसे समय में गौतम बुद्ध नगर जिले के अंतर्गत एक छात्र द्वारा छात्रा की गोली मारकर हत्या करना और छात्र द्वारा अपने कमरे में जाकर खुदकुशी करना दोनों ही मामले गंभीर हैं इस तथ्य की पड़ताल होनी चाहिए क्या इस यूनिवर्सिटी में कोई ऐसी समिति थी जो महिलाओं की शिकायतों को सुनती थी उनका समाधान करती थी तो क्या स्नेहा की शिकायत पर उस समिति ने कोई लिखित में सुनवाई की क्या समिति में कोई महिला थी। क्या समिति द्वारा लड़की के परिजनों को इसकी सूचना दी गई। क्या अनुज के परिजनों को उसकी हरकत के लिए सूचित किया गया। अगर नही तो यह कॉलेज परिसरों में महिला सुरक्षा के लिए यक्ष प्रश्न नही है।
कैंपस की सुरक्षा
आपको याद होगा कुछ दिन पहले नोएडा सेक्टर 62 के जेएसएस कॉलेज में भी लड़कियों के हॉस्टल में कैमरे लगाने का मामला सामने आया था और उसकी बाकायदा पुलिस तक लिखित शिकायत पहुंची थी। क्या हरेक कॉलेज में ऐसी कोई हेल्प डेस्क है जिसमे मैनजेमेंट व स्थानीय पुलिस से जुड़े अधिकारी हों। कॉलेज परिसर में कैसे हथियार पहुंच गया। एंट्री पॉइंट मजबूत नही है तभी ऐसी घटना हुई है। नोएडा व ग्रेटर नोएडा में जेएसएस, जेपी, एमिटी, शारदा, गौतमबुद्ध व शिवनाडर यूनिवर्सिटी हैं। इनके अलावा 100 के करीब हाई टेक कॉलेज हैं इनमे लाखों बच्चे पढ़ते हैं दनकौर के पास भी एक यूनिवर्सिटी के छात्र की हत्या हुई थी। इन सभी पर लगाम तभी लगेगी जब पुलिस कमिश्नर स्तर से सख्ती होगी।
स्नेहा के साथ हुई दुखद घटना की पुनरावृत्ति ना हो, इसके लिए यूनिवर्सिटी और पुलिस कमिश्नरेट के बीच एक महत्वपूर्व बैठक की जरूरत है। इसमे छात्रों से भी सुझाव लिए जाने की जरूरत है।
(वरिष्ठ पत्रकार विनोद शर्मा की विशेष रिपोर्ट )
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