नोएडा: आचार्य मनीष कौशिक की श्रीमद्भागवत कथा का दूसरा दिन, मन को नियंत्रित रखें
1 min readनोएडा, 30 सितम्बर।
पितृपक्ष के पावन अवसर पर श्रीमद भागवत कथा में श्री वृंदावन धाम से पधारे भागवत भ्रमर आचार्य श्री मनीष कौशिक जी महाराज ने बताया कि जीवन मे दुखो से छुटकारा प्राप्त करने का एक मात्र उपाय है ब्रह्म साक्षात्कार, मन को सावधानी पूर्वक अनुशासित कर शास्त्रों का अध्ययन चिंतन ईश्वर दर्शन की ओर लेकर जाता है!
यह विचार आचार्य मनीष कौशिक महाराज ने क्लब 27 में सेक्टर 27 आर डब्ल्यू ए द्वारा आयोजित भागवत कथा के दूसरे दिन व्यक्त किये उन्होंने कहा पांडव भगवान के प्रिय थे फिर उन्हें वनवास हुआ अपमानित हुये ऐसा देखा गया लेकिन ये सब लौकिक दृष्टि से वस्तुतः जैसे खेल के स्वरूप का जानकार जनता है कि सब नाटक है ब्रह्मज्ञ महापुरूष भी जगत को ऐसे ही देखता है
परीक्षित जी को श्राप की कथा में सत्संग का महत्व बताते हुए कहा कि परीक्षित को शुकदेवजी के संग ने जीवन मुक्त बना दिया सज्जन का संत का संग सदा आनंद को देने वाला होता है।
इस अवसर पर सर्वश्री राजीव गर्ग, मदन लाल शर्मा, मूलचन्द अवाना, बलराज गोयल, सुशील शर्मा, एस सी गुप्ता, आलोक कुमार, कपिल जैन, सरोज चौरसिया, सीमा सिंघल, सविता गर्ग,हेमा चौहान, अंजू शर्मा आदि कई निवासी उपस्थित रहे।
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