ग्रेटर नोएडा : समरविल स्कूल के छात्रों ने विज्ञान प्रदर्शनी के जरिये जीवन को आसान करने वाले उत्कृष्ट मॉडल किये पेश
1 min readग्रेटर नोएडा, 2 दिसम्बर।
ग्रेटर नोएडा के समरविल स्कूल में विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन हुआ। इस मौके पर स्कूल के अलग-अलग क्लब के करीब 200 बच्चों ने बढ़चढ़कर भाग लिया। प्रदर्शनी के दौरान इको क्लब, स्टेम क्लब, मैथ्स क्लब, स्कल्पचर, कूकिंग क्लब और एसयूपीडब्ल्यू क्लब के तहत बच्चों ने छह महीने के दौरान सीखी कला का प्रदर्शन किया। प्रदर्शनी में कई बच्चों ने भविष्य की कई सकारात्मक, उपयोगी और जनहित के कई मॉडल को प्रदर्शित किया।
प्रदर्शनी में मौजूद ‘आठवीं-बी’ के छात्र गौरांग गूंज, बिस्मन सिंह और दक्ष ने होम सिक्योरिटी के एक ऐसे मॉडल को प्रदर्शित किया है जिसमें लेजर लाइट के जरिए पूरे घर की सुरक्षा को चाक-चौबंद किया जा सकता है। इस बारे में प्रदर्शनी में शामिल गौरांग और बिस्मन ने मॉडल के बारे में बताया कि जैसे ही घर के आसपास कोई अजनबी या गैरवाजिब गतिविधियां होंगी तो लेजर सिस्टम के जरिए सिक्योरिटी अलार्म खुद ही बज जाएगा। गूंज ने बताया कि कम खर्चे में पावरफुल लेजर के जरिए समाज को सुरक्षा का नया हथियार आसानी से मिल सकता है। वहीं बिस्मन ने बताया कि ये सिस्टम घर या पार्किंग सुरक्षा के लिए काफी अहम हो सकता है।
प्रदर्शनी में 8वीं के एक छात्र दर्शित ने रेलवे ट्रैक पर दुर्घटना की संभावनाओं को कम करने का मॉडल प्रदर्शित किया। इस मॉडल के जरिए ट्रैक पर अगर कोई व्यक्ति, जानवर या पत्थर भी रखा जाएगा तो वहां लगे लाइट जलने लगेंगे और बजर भी तेज आवाज में बज उठेगा। इससे रेल ड्राईवर या संबंधित रेलवे कर्मचारी को पहले ही सूचना मिल जाएगी और समय रहते जरूरी कार्रवाई संभव है।
प्रदर्शनी में सातवीं के छात्र शिखर ने हाइड्रोलिक लिफ्ट के मॉडल को दिखाया। इस मॉडल के जरिए लिफ्ट चलाने में बिजली की जगह पानी या दूसरे लिक्विड का उपयोग किया जा सकता है। जहां बिजली के भारी-भरकम खर्च से बचा जा सकता है। कई छात्रों ने सेंसर के जरिए आधुनिक सिंचाई साधन को प्रदर्शित किया तो किसी ने कूड़े से बिजली बनाने के मॉडल को प्रदर्शित किया।
प्रदर्शनी के दौरान मौजूद समरविल के शिक्षकों ने बताया कि बच्चे देश के भविष्य हैं इस लिहाज से बच्चों की प्रतिभा को निखारना उनका एक मात्र धर्म है। शिक्षकों ने बताया कि बच्चों की रूचि के हिसाब से बच्चों के प्रोजेक्ट में उन्होंने भी अपनी जान फूंकी है। बच्चों को पर्यावरण का ध्यान रखते हुए मॉडल को विकसित करने की प्रेरणा दी गई है वहीं विज्ञान प्रदर्शनी के जरिए जीवन को आसान बनाने की पहल की गई है। शिक्षकों ने बताया कि हर बच्चे के मॉडल के पीछे उनकी लगन के साथ उनकी रूचि भी है जो उन्हें आगे चलकर समाजहित में बहुत कुछ नया करने के लिए उनमें नई ऊर्जा का संचार करेगी।
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