नोएडा : एमिटी विश्वविद्यालय में छह दिवसीय दीक्षांत समारोह शुरू, वितरित होंगी 17 हजार डिग्री, पहले दिन 232 छात्रों को मिला बलजीत शास्त्री अवार्ड
1 min readनोएडा, 8 दिसम्बर।
छात्रों के लिए डिग्री प्राप्त करना एक सुखद क्षण होता है जब उन्हे स्वंय द्वारा की गई मेहनत का परिणाम प्राप्त होता है इसी प्रसन्नता का साक्षी बनाते हुए एमिटी विश्वविद्यालय द्वारा छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों के साथ शुक्रवार को एमिटी विश्वविद्यालय परिसर में छह दिवसीय ( 08 ,09, 11, 12, 13 और 16 दिसंबर ) भव्य दीक्षांत समारोह का शुभारंभ किया गया।
इस दीक्षांत समारोह में एमिटी शिक्षण समूह के संस्थापक अध्यक्ष डा अशोक कुमार चौहान, एमिटी विद्यालय समूह की चेयरपरसन डा अमिता चौहान, एमिटी विश्वविद्यालय उत्तरप्रदेश के चांसलर डा अतुल चौहान, एमिटी विश्वविद्यालय हरियाणा के चांसलर डा असीम चौहान और एमिटी विश्वविद्यालय उत्तरप्रदेश की वाइस चांसलर डा बलविंदर शुक्ला द्वारा डिग्री प्रदान की गई। विदित हो कि इस छह दिवसीय में कुल 17,000 प्रबंधन, इंजिनियिरिंग एंव टेक्नोलॉजी, एलाइड सांइसेस, कृषि, रिहेबिलिटेशन सांइसेस, कानून, पत्रकारिता, जनसंचार, फाइन आर्टस, परफार्मिंग आर्ट आदि के छात्रों को डिग्री प्रदान की जायेगी।
इस अवसर पर वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद की महानिदेशक डा एन कलइसेल्वी को, इंद्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पीटल के कार्डियो थोरेसिक एवं वैस्कुलर सर्जन डा भाभा नंदा दास, सेंटर फॉर साइट के चेयरमैन डा महिपाल एस सचदेव को डाक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया। इसके अतिरिक्त इंद्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पीटल के एंडोवैस्कुलर एंव वैस्कुलर सर्जन और वरिष्ठ कंसलटेंट डा राकेश महाजन और डा खंडुरी स्किन एंव डेंटल क्लिनिक के एमडी डा संजीव खंडूरी को प्रोफेसरशिप की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया।
वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद की महानिदेशक डा एन कलइसेल्वी ने कहा कि मानद डॉक्टरेट उपाधि प्राप्त करके मै अत्यधिक सम्मानित और गौरवांवित महसूस कर रही हंु। एमिटी और अलमाइटी में केवल तीन अक्षरों का अंतर है और एमिटी, ईश्वर के कार्य को कर रही है। डा अशोक कुमार चौहान एक आदर्श और जीवंत उदाहरण है क्योकि वे ना के वल छात्रों को सफल बनने के लिए प्रेरित करते है बल्कि उनकी असफलता की जिम्मेदारी भी लेते है। आज हम एक ऐसे युग में है जहां आम आदमी, उद्योगपति, विद्वान और युवा सहित सभी विज्ञान और प्रौद्योगिकी के महत्व को समझते है। जल्द ही भारत विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में विश्व का नेतृत्व करेगा। देश आप जैसे युवा और उर्जावान मस्तिष्कों से परिपूर्ण है जो हर क्षेत्र मे इसे अग्रणी बनायेगें। एमिटी सिर्फ एक संस्था नही बल्कि यह एक आंदोलन है और पानी की छोटी छोटी बंूद ही सागर बनाती है। उन्होनें कहा कि यह भारत की सदी है और हमें कमर कसके विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्ष़्ोत्र में आगे बढ़ना चाहिए। उन्होनें छात्रों को सलाह देते हुए कहा चाहे आप कितनी भी बड़ी उंचाईयों पर पहुंचे आपको स्वंय को केवल एक ही मंत्र बताना चाहिए कि ‘‘ मेरा सर्वश्रेष्ठ अभी आना बाकी है’’।
एमिटी शिक्षण समूह के संस्थापक अध्यक्ष डा अशोक कुमार ने अतिथियों और छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि आप सभी छात्रों के पास असाधारण ज्ञान और दूरदर्शिता के साथ सर्वशक्तिमान का आर्शीवाद है। एमिटी न केवल उच्च स्तर की शिक्षा प्रदान करती है बल्कि अपने छात्रों में मूल्यों और संस्कारों को भी आत्मसात करती है और बाकी लोगों से अलग बनाती है। जीवन में लक्ष्य निर्धारित करें और पूरे मनोयोग से उस लक्ष्य को पूरा करने की कोशिश भी करें। आज सारा विश्व भारत की ओर नेतृत्व के लिए देख रहा है और हमारे युवा ही भारत को आत्मनिर्भर बनाने के साथ विकास की ओर अग्रसर करेगें।
इंद्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पीटल के कार्डियो थोरेसिक एवं वैस्कुलर सर्जन डा भाभा नंदा दास ने कहा कि मे इस सम्मान के लिए एमिटी विश्वविद्यालय सहित मित्रों और परिवार का उनके निरंतर समर्थन एवं प्रोत्साहन के लिए आभारी हूँ। एमिटी विश्वविद्यालय द्वारा दिया गया सम्मान, सहयोग और सामूहिक प्रयासों की शक्ति का प्रमाण है। इस सम्मान के साथ आने वाली जिम्मेदारी को याद रखते हुए अपने ज्ञान और कौशल का उपयोग समाज के हित के लिए करूंगा।
सेंटर फॉर साइट के चेयरमैन डा महिपाल एस सचदेव ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि एमिटी विश्वविद्यालय परिसर का अनुशासन, आभा और जीवंतता मंत्रमुग्ध कर देने वाली है। यह एक ऐसी जगह है जहां कोई भी व्यक्ति आगे बढ़ सकता है और बड़े सपने देख सकता है। भारत के पास विशाल युवा शक्ति है जो इसे विश्व का सर्वश्रेष्ठ राष्ट्र बनाएगी और एमिटी द्वारा प्रदान की जाने वाली शिक्षा इसमें सहयोग कर रही है। एमिटी द्वारा की जाने वाली शोध पहल बेहद प्रभावशाली है और मुझे एमिटी के छात्रों के साथ सहयोग करने, मार्गदर्शन करने में प्रसन्नता होगी। उन्होनें कहा कि अच्छे शिक्षार्थी बने और लक्ष्य के प्रति जुनूनी बनने का आह्वान किया क्योकि सफलता के लिए कोई छोटा रास्ता नही है।
एमिटी विश्वविद्यालय उत्तरप्रदेश की वाइस चांसलर डा बलविंदर शुक्ला ने कहा कि एमिटी एक अग्रणी वैज्ञानिक अनुसंधान और नवाचार विश्वविद्यालय है जहां हम छात्रों के समग्र समग्र विकास के लिए प्रतिबद्ध है। डा शुक्ला ने इस दीक्षंात समारोह में लगभग 17,000 छात्रों को उपाधि प्रदान की जायेगी। एमिटी मे हम 200 से अधिक मूल्यवर्धित कार्यक्रम, 20000 से अधिक शोध पेपर प्रकाशित, 2000 से अधिक पेटेंट दायर और 40 से अधिक प्रौद्योगिकी हंस्तातरण के साथ एक नया अध्याय लिख रहे है। उन्होनें सभी छात्रों को बधाई देते हुए उनके सुखद भविष्य की कामना की।
एमिटी विश्वविद्यालय में आयोजित दीक्षांत समारोह में आज प्रथम दिन एमिटी ग्लोबल बिजनेस स्कूल के 582 छात्रों, एमिटी बिजनेस स्कूल के 360 छात्रों, एमिटी कॉलेज ऑफ कार्मस एंड फाइनेंस के 172 छात्रों, एमिटी स्कूल ऑफ बिजनेस के 265 छात्रों, एमिटी इंटरनेशनल बिजनेस स्कूल के 153 छात्रों, एमिटी स्कूल ऑफ इंश्योरेंस बैकिंग एंड एक्चुरियल सांइसेस के 39, सीआइआई स्कूल ऑफ लॉजिस्टिक के 25 और आरआईसीएस स्कूल ऑफ बिल्ट एनवांयरमेंट के 83 छात्रों को उपाधियां प्रदान की गई।
आज शुभारंभ कार्यक्रम में 380 छात्रों को पीएचडी डिग्री 692 छात्रों को अकादमिक मेडल, 60 छात्रों को बेस्ट ऑलराउडर ट्राफी, 232 छात्रो को श्री बलजीत शास्त्री अवार्ड, 24 छात्रों को कोरपोरेट अवार्ड, 72 छात्रों को प्रशंसा प्रमाणपत्र प्रदान किये गये। इस अवसर पर एमिटी विश्वविद्यालय के शिक्षकगण सहित छात्रों के अभिभावक भी उपस्थित थे।
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