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नई दिल्ली/नोएडा, 11 जनवरी।

केंद्रीय शहरी  विकास मंत्रालय के देशव्यापी स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 के सर्वे में 3 से 10 लाख तक की श्रेणी में नोएडा को देश भर में दूसरा स्थान प्राप्त किया है। वाटर प्लस की श्रेणी में नोएडा को फाइव स्टार रैंकिंग और यूपी में एकमात्र शहर का गौरव हासिल किया है। ऑल इंडिया स्कोर रैंकिंग के हिसाब से नोएडा का 14वां स्थान है। नई दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री हरदीप पूरी ने नोएडा प्राधिकरण के सीईओ डॉ लोकेश एम को यह पुरस्कार प्रदान किया।

उल्लेखनीय है कि केंद्रीय आवासन एवं शहरी विकास मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा शहरों की स्वच्छ सर्वेक्षण रैंकिंग निकाली जाती है, जिसमें जनसंख्या के आधार पर शहरों की रैंक निश्चित की जाती है। नौएडा प्राधिकरण 3 लाख से 10 लाख तक की जनसंख्या की श्रेणी में प्रतिभाग करता आया है। इस क्रम में सन् 2018 में नौएडा की रैंक 324 रही और सन् 2019 में रैंक में सुधार लाकर यह रैंक 150वीं हो गई और नौएडा को उत्तर प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ। वर्ष 2019 में नौएडा को Garbage Free City Category में 3 स्टार रैंकिंग, Open Defecation Free City Category में ODF++ का कीर्तिमान प्राप्त हुआ।

सन् 2020 में 25वीं रैंक एवं सन् 2021 में 4 रैंक, Cleanest Medium City एवं 5. Star Garbage Free City के साथ नौएडा ने अपनी सफाई व्यवस्था सुदृढ़ एवं Processing क्षमता को निरन्तर बढ़ाया है। फलस्वरूप सन् 2022 में 5वीं रैंक के साथ नौएडा Best Self Sustainable City चयनित किया गया एवं सन् 2023 की रैंकिंग जिसका परिणाम गुरुवार 11 जनवरी,24 को घोषित किया गया।

नौएडा प्राधिकरण द्वारा इस वर्ष 2023 में प्रथम बार Water Plus का प्रमाण पत्र प्राप्त किया गया, जिस हेतु नौएडा विगत कई वर्षों से प्रयासरत् था जोकि ODF City  उत्तर प्रदेश का पहला एवं एकमात्र शहर Category में उत्कृष्ठ प्रमाणन है। नौएडा शहर को Water Plus का प्रमाण पत्र प्रथम बार प्राप्त हुआ है, जो नौएडा शहर की महत्वपूर्ण उपलब्धि है, जिसके लिए नोएडा प्राधिकरण पिछले 3 सालों से प्रयासरत था।

नौएडा प्राधिकरण को 5 जनवरी 2024 (शुक्रवार) को आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय (MOHUA) द्वारा Water+ के रूप में प्रमाणित किया गया था। ODF प्रमाणपत्र ODF (खुले में शौच मुक्त), ODF+, ODF++ और Water+ से लेकर हैं, जिनमें से नोएडा प्राधिकरण ने पहले ODF++ का दर्जा हासिल था।

वर्तमान में, उत्तर प्रदेश राज्य में केवल दो शहरों को Water+ का दर्जा प्राप्त है, और नोएडा, उत्तर प्रदेश में 5-स्टार जीएफसी रेटिंग और Water+ प्रमाणन वाला पहला और एकमात्र शहर बन गया है। नौएडा ने पूरे भारतवर्ष में 1-10 लाख जनसंख्या वाले शहरों की कैटेगरी में द्वितीय स्थान अर्जित किया है। जोकि एक गौरवपूर्ण एवं उत्साहवर्धक उपलब्धि है।

सन् 2018 से 2023 तक स्वच्छता के इस सफर में नौएडा ने जनमानस में व्यवहार परिवर्तन लाने के साथ नौएडा में विभिन्न स्थानों पर व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में सूखे एवं गीले कूड़े हेतु दो पृथक-पृथक डस्टबिन लगाने के साथ-साथ विकेन्द्रीयकृत तरीके से अवशिष्ट प्रबन्धन प्रणाली को बेहतर बनाने के लिये कई संयंत्र लगाये गये है साथ ही BWG द्वारा स्वयं के कूड़े का प्रबन्धन कार्य किया जा रहा है। शहर में अपशिष्ट संग्रहण परिवहन और उपचार को सुव्यवस्थित करने के लिये एकीकृत कंट्रोल एण्ड कमाण्ड सेन्टर की स्थापना की गई है। जहाँ 5 हजार स्वच्छता कर्मियों की चेहरे की पहचान आधारित उपस्थिति एवं निगरानी से दक्षता में वृद्धि हुई है।

शहर में Mechanical Sweeping का कार्य उच्चस्तरीय तकनीकी मशीनों द्वारा कराया जाता है। नौएडा में Single Use Plastic को समाप्त करने के लिये निरन्तर लोगों को Reduce, Reuse & Recycle (RRR) के माध्यम से जागरूक किया जा रहा है।

नौएडा प्राधिकरण द्वारा समस्त नालों पर Bamboo Screen एवं M.S. Bar Screen का प्रावधान किया गया है ताकि समस्त नालों से Floating Material को निरन्तर निकाल कर निस्तारित किया जा रहा है एवं वर्तमान में भी लगातार निस्तारित किया जा रहा है, जिससे कहीं पर भी Floating Material दिखाई न दे। नौएडा क्षेत्र के समस्त सीवेज को Sewage Treatment Plant पर Treatment किया जाता है तथा Treated Water को पार्को, ग्रीन बैल्टों, उद्यानों, निर्माण कार्य, ग्रेप हेतु छिड़काव में प्रयोग किया जाता है तथा इससे राजस्व की प्राप्ति होती है।

नौएडा क्षेत्र में आवश्यकतानुसार टॉयलेट एवं यूरिनल का निर्माण कराया गया है, जिसका प्रयोग निशुल्क किया जा रहा है एवं जनसामान्य से किसी भी प्रकार का शुल्क नही लिया जाता है। महिलाओं हेतु उच्च कोटी के 16 पिंक टॉयलेट का निर्माण भी कराया गया है। नौएडा के इस मॉडल को कर्नाटक एवं दिल्ली प्रदेशों द्वारा भी अपनाये जाने का प्रयास किया जा रहा है, जिस हेतु बैंगलोर एवं चेन्नई सिटी में नौएडा प्राधिकरण के अधिकारियों द्वारा इस मॉडल का प्रस्तुतीकरण भी किया गया। साथ ही नौएडा के Self Sustainable Toilet Model को समझने एवं अपनाने के लिये Unicef एवं WHO की टीम द्वारा इनका निरीक्षण करते हुए प्रशंसा भी की गई।

नौएडा प्राधिकरण को Garbage Free City (GFC) Category में 5 स्टार रैंकिंग प्राप्त हुई है। नौएडा प्राधिकरण द्वारा Door to Door Waste Collection Agency के माध्यम से समस्त क्षेत्र से कूड़े को सूखे एवं गीले कूड़े के रूप में पृथक-पृथक एकत्रित कर निस्तारित किया जाता है। गीले कूड़े से कम्पोस्ट प्लान्ट, बायो मिथेनाईजेशन प्लान्ट के माध्यम से गैस एवं खाद निर्मित की जाती है तथा सूखे कूड़े को Material Recovery Facility (MRF) Center के माध्यम से वैज्ञानिक पद्धति से पृथक-पृथक कर रिसाईक्लिंग के माध्यम से पुनः प्रयोग में लाया जाता है। पूरे शहर में समस्त कूड़ा घरों/ढलाव घरों को समाप्त कर वहाँ पर GVP स्थलों का सौदर्गीकरण कर Selfie Point के रूप में विकसित किया गया है।

नौएडा क्षेत्र में निर्माणाधीन भवनों से उत्पन्न होने वाले Construction & Demolition (C&D) Waste की Processing हेतु 400MT प्रतिदिन क्षमता का प्लान्ट स्थापित किया गया है तथा 14 C&D Waste Collection Point बनाये गये हैं, जिसके माध्यम से नौएडा क्षेत्र से उत्पन्न होने वाले C&D Waste को वैज्ञानिक पद्धति से निस्तारित कर Interlocking Tile, Kerb Stone आदि का निर्माण कर पुनः उपयोगी बनाया जाता है।

नौएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ० लोकेश एम. द्वारा बताया गया कि इस वर्ष सभी 24 Indicators में सफलता प्राप्त करते हुए स्वच्छता सर्वेक्षण में 5 Star Certification प्राप्त किया गया है तथा नौएडा प्राधिकरण द्वारा स्वच्छ सर्वेक्षण में प्रथम बार Water Plus Certificate प्राप्त किया गया है जो एक बड़ी उपलब्धि है। इस हेतु जन स्वास्थ्य विभाग के सभी अधिकारी एवं कर्मचारी बधाई के पात्र हैं। मुख्य कार्यपालक अधिकारी द्वारा यह भी अवगत कराया गया कि नौएडा आगामी स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 में GFC Category में 7 Star Ranking के लिये तैयार है एवं इस हेतु आवेदन भी करेगा।

Water Plus Certification क्या है?

एक शहर/वार्ड/सर्कल/जोन को एसबीएम-यू Water Plus के रूप में अधिसूचित / घोषित किया जा सकता है, बशर्ते कि घरों, वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों, संस्थानों आदि से निकलने वाले सेप्टेज सहित सभी घरेलू उपयोग किए जाने वाले पानी को ऑनसाइट या ऑफ-साइट पर संतोषजनक स्तर पर एकत्र और उपचारित किया जाए। साइट सुविधा (MoEF&CC/SPCB मानदंडों के अनुसार) जहां उपयोग किए गए पानी को सीवरों या नालियों और नालों के माध्यम से पहुंचाया जाता है (वर्तमान में, एक अंतरिम उपाय के रूप में) और उपचारित अपशिष्ट सहित उप-उत्पादों को टिकाऊ तरीके से जल निकायों/पर्यावरण में छोड़ने से पहले पुनरूपयोग किया जाता है।

इसके अलावा, अपशिष्ट जल और सीवेज उपचार सुविधाओं की पर्याप्त क्षमता सुनिश्चित की जानी है। बुनियादी ढांचे को ठीक से बनाए रखा जाना चाहिए और स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए उपचारित अपशिष्ट जल के पुनरूपयोग / पुनर्चक्रण के माध्यम से लागत वसूली सुनिश्चित की जानी चाहिए।

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