नोएडा : एमिटी में आयोजित प्रतियोगिता में नेशनल लॉ इंस्टीट्यूट यूनिवर्सिटी भोपाल विजेता
1 min readनोएडा, 19 फरवरी।
एमिटी लॉ स्कूल नोएडा द्वारा द इंटरनेशनल लॉ स्टूडेंट एसोसिएशन के सहयोग से प्रख्यात फिलिप सी जेसप इंटरनेशनल लॉ मूट कोर्ट प्रतियोगिता 2024 के भारतीय क्वालीफाइंग राउंड का ऑनलाइन आयोजन किया गया। जिसमें नेशनल लॉ इंस्टीटयूट यूनिवर्सिटी (एनएलआईयू) भोपाल को प्रथम और दिल्ली की नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी को द्वितीय पुरस्कार प्राप्त हुआ।
इस अवसर पर समापन समारोह में दिल्ली उच्च न्यायालय की न्यायाधीश श्रीमती मिनी पुष्करणा, न्यायाधीश अनूप जयराम भंभानी, न्यायाधीश वी कामेश्वर राव, एमिटी शिक्षण समूह के संस्थापक अध्यक्ष डा अशोक कुमार चौहान, सर्वोच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता श्री रविन्द्र श्रीवास्तव, सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के उपाध्यक्ष श्री सुकुमार पातजोशी, एमिटी लॉ स्कूल के चेयरमैन डा डी के बंधोपाध्याय और फिलिप सी जेसप इंडिया की राष्ट्रीय प्रशासक डा भावना बत्रा ने छात्रों को प्रोत्साहित किया।
इस प्रतियोगिता में देश के विभिन्न विधिक संस्थानों और लॉ यूनिवर्सिटी कुल 45 से अधिक टीमों ने हिस्सा लिया और भारतीय प्रतियोगिता नेशनल लॉ इंस्टीटयूट यूनिवर्सिटी (एनएलआईयू) भोपाल और दिल्ली की नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी की टीम मे हुआ जिसमें नेशनल लॉ इंस्टीटयूट यूनिवर्सिटी भोपाल को प्रथम पुरस्कार और दिल्ली की नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी की टीम को द्वितीय पुरस्कार प्रदान किया गया। इस अवसर पर बेस्ट ओरलिस्ट में नेशनल लॉ इंस्टीटयूट यूनिवर्सिटी भोपाल की समावी श्रीवास्तव को प्रथम, जोधपुर के नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के रोहित देसाई को द्वितीय और हैदराबाद के नेशनल एकेडमी फॉर लीगल स्टडीज एंड रिसर्च के आसिक करीम अब्दुल मलिक को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया। इसके अतिरिक्त दिल्ली की नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी की टीम और गुजरात नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी की टीम को संयुक्त रूप से टॉप मेमोरियल का प्रथम पुरस्कार प्रदान किया गया।
दिल्ली उच्च न्यायालय की न्यायाधीश श्रीमती मिनी पुष्करणा ने कहा कि जो छात्र वकील बनेगें उन्हे सदैव रूल ऑफ लॉ के निर्देशों का पालन करते हुए कानून के अभ्यास में नैतिकता का पालन करना चाहिए। उन्होेने मूट कोर्ट प्रतियोगिता के महत्व को बताते हुए कहा कि यह प्रतियोगिता आपको व्यवसायिक जीवन के लिए तैयार करेगी। माननीय न्यायाधीश ने मिशेल ओबामा को उद्ृधत करते हुए कहा कि ‘‘तब भी जब यह संुदर या उत्तम न हो, तब भी जब यह आपकी अपेक्षा से अधिक वास्तविक हो। आपकी कहानी वही है जो आपके पास है जो आपके पास हमेशा रहेगी। यह स्वामीत्व की वस्तु है।
दिल्ली उच्च न्यायालय के न्यायाधीश अनूप जयराम भंभानी ने वकालत की कला और किताबी शिक्षा से अधिक कानून के अभ्यास के महत्व पर कानून के छात्रों से व्यापक बातचीत की। उन्होनें कहा कि कानून अदालतो से सीखा जाता है किताबो से भरे पुस्तकालय में नही। उन्होनेे मूट कोर्ट या सिमुलेशन के आयोजन पर जोर देते हुए कहा कि जो छात्रों को व्यवहारिक अनुभव के मदद से कानून सीखने में मदद करता है। अंत में उन्होनें कहा कि वकील किराये की बंदूके नही है इसलिए उन्हे अपनी नैतिकता का पालन करना चाहिए।
दिल्ली उच्च न्यायालय के न्यायाधीश वी कामेश्वर राव ने पिछले कुछ दशको मे कानून की शिक्षा और अभ्यास में देखे गये परिवर्तनों का उल्लेख किया और छात्रों से कहा कि इस प्रकार के मूट कोर्ट ना केवल आपके कौशल को निखारते है बल्कि आपके अंदर आत्मविश्वास भी विकसित करते है। उन्होनें भी कानून अभ्यास में नैतिक मूल्यों के महत्व को बताया।
एमिटी शिक्षण समूह के संस्थापक अध्यक्ष डा अशोक कुमार चौहान ने अतिथियों व छात्रों को संबोधित करते हूए कहा कि वकालत का पेशा कोई व्यवसाय नही हो सकता, यदि कोई वकील अपने कार्य को पूरी नैतिकता व लगन से करता तो वह अवश्य सफल होता है। आज के कानून के छात्र कल विश्व का नेतृत्व करेगें। बदलते वैश्विक परिवेश में आपसी विवादों को सुलझाने में आपकी भूमिका महत्वपूर्ण होगी। एमिटी सदैव कानून के छात्रों को अमाजन की सहायता करने के लिए प्रेरित करती है।
सर्वोच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता श्री रविन्द्र श्रीवास्तव ने फिलिप सी जेसप इंटरनेशनल लॉ मूट कोर्ट प्रतियोगिता 2024 के भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए वाशिंगटन डीसी जाने वाले छात्रों को बधाई दी और कहा कि जो छात्र प्रतियोगिता में विजेता नही बने वो निराश ना हो और इस बात को समझे की उन्हे कौशल विकसित करने का अवसर प्राप्त हुआ।
सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के उपाध्यक्ष श्री सुकुमार पातजोशी ने कहा कि एमिटी में आयोजित इस तरह की प्रतियोगिताये छात्रों को कुशल वकील बनने और कानून प्रणाली के कार्यो को समझने में सहायता करती है।
इस अवसर पर सम्मानित अतिथियों की उपस्थिति में विस्तृत कार्यक्रम रिपोर्ट वाली स्मारिका का भी विमोचन किया गया। समापन सत्र में ए एमिटी लॉ स्कूल के एडिशनल डायरेक्टर डा शेफाली रायजादा, डा आदित्य तोमर, डा अरविंद भानू उपस्थित थे। धन्यवाद प्रस्ताव जेसप ंइडिया 2023 की राष्ट्रीय प्रशासक डा भावना बत्रा द्वारा दिया गया।
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