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ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने डीएफसीसीएएल पर लगाया 20 लाख का जुर्माना

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–सीईओ ने रेलवे ट्रैक के निर्माण के कारण 130 मीटर रोड पर ट्रैफिक की परेशानी का लिया जायजा
–डायवर्जन के लिए बने वैकल्पिक मार्ग के क्षतिग्रस्त होने और पानी का छिड़काव न करने पर लगाई पेनल्टी

ग्रेटर नोएडा, 11 नवम्बर।

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने डीएफसीसी पर 20 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। रेलवे ट्रैक के निर्माण के चलते 130 मीटर रोड पर एक साल से डायवर्जन होने के कारण वाहन चालकों को परेशानी हो रही है। डायवर्जन के लिए बना वैकल्पिक मार्ग भी क्षतिग्रस्त है। साथ ही पानी का छिड़काव न होने के कारण धूल भी उड़ रही है। इससे एनजीटी के नियमों का भी उल्लंघन हो रहा है। इन कारणों से प्राधिकरण ने डीएफसीसीआईएल पर 20 लाख रुपये का जुर्माना लगा दिया है।
दरअसल, डीएफसीसीआईएल की तरफ से 130 मीटर चौड़ी सड़क पर पैरामाउंट गोल्फ फॉरेस्टे सोसाइटी के पास क्रॉसिंग पर रेलवे ट्रैक का निर्माण कार्य किया जा रहा है। निर्माण कार्य धीमी गति से होने के कारण पिछले एक साल से भी अधिक समय से 130 मीटर रोड पर वाहनों की आवाजाही बाधित है, जबकि यह नोएडा, ग्रेटर नोएडा व गाजियाबाद को आने-जाने वाहन चालकों के लिए प्रमुख मार्गों में से एक है। 130 मीटर रोड पर एक तरफ की सड़क पर आवाजाही के लिए डायवर्जन किया गया है। नोएडा-ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने बृहस्पतिवार को 130 मीटर रोड पर निर्माणाधीन रेलवे ट्रैक के चलते वाहन चालकों को हो रही परेशानी का जायजा लिया। मौके पर डायवर्जन के लिए बने वैकल्पिक मार्ग क्षतिग्रस्त मिला। उस पर गहरे गड्ढे मिले। इससे वाहन चालकों को बहुत परेशानी हो रही है। पानी का पर्याप्त छिड़काव न होने के कारण धूल उड़ती रहती है। इससे एनजीटी के आदेशों का भी उल्लंघन हो रहा है और प्राधिकरण की छवि भी धूमिल हो रही है। सीईओ ने डायवर्जन के लिए क्षतिग्रस्त रोड को तत्काल रिपेयर कराने के निर्देश दिए।साथ ही धूल उड़ने के एनजीटी के नियमों का उल्लंघन होने पर प्राधिकरण ने डीएफसीसीआईएल पर 20 लाख रुपये का जुर्माना भी लगा दिया है।

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