ग्रेटर नोएडा : जो काम विभागीय स्तर पर हो सकता है उसे फालतू की समिति में ना उलझाएं, सीईओ ने देरी पर फटकारा
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–जन शिकायतों के निस्तारण में लापरवाही पर सीईओ ने लगाई फटकार
–लीज प्लान जारी करने में देरी पर वर्क सर्किल प्रभारियों को कड़ी चेतावनी
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ग्रेटर नोएडा, 14 फरवरी।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने मंगलवार को जन सुनवाई की। सीईओ ने एक आवंटी के जल विभाग से जुड़े प्रकरण में कहा कि जो काम विभागीय स्तर पर हो सकता है, उसे समिति बनाकर उलझाने और समय गंवाने की कोशिश न करें। अगर किसी प्रकरण में ऐसा लगता है कि बिना जरूरत के सिर्फ प्रकरण को लटकाने के लिए समिति बनाई गई है तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
जन सुनवाई में लीज प्लान जारी करने में देरी की शिकायत पर संज्ञान लेते हुए सीईओ रितु माहेश्वरी ने सभी वर्क सर्किल प्रभारियों से कहा है कि किसानों के 6% आबादी भूखंडों के लीज प्लान तय समयसीमा में जारी न हुए तो संबंधित वर्क सर्किल प्रभारी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई तत्काल की जाएगी। उत्तराखंड सांस्कृतिक समिति की तरफ से ग्रेटर नोएडा में सांस्कृतिक केंद्र बनाने के लिए आवेदन पत्र सौंपा गया है, जिस पर सीईओ ने शीघ्र उचित निर्णय लिए जाने की बात कही। ग्रेटर नोएडा के अधिसूचित एरिया में अतिक्रमण को रोकने के लिए सभी वर्क सर्किल व भूलेख विभाग को पुलिस-प्रशासन के सहयोग से कार्रवाई करने के निर्देश दिए। सीईओ ने सभी एसीईओ से जन सुनवाई में आने वाली शिकायतों की साप्ताहिक अनुपालन रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा। जन सुनवाई के दौरान एसीईओ प्रेरणा शर्मा, एसीईओ अमनदीप डुली व एसीईओ आनंद वर्धन, ओएसडी सौम्य श्रीवास्तव, ओएसडी रजनीकांत, ओएसडी संतोष कुमार, जीएम आरके देव समेत तमाम वरिष्ठ अधिकारीगण मौजूद रहे।
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