नोएडा : जल संकट पर फोनरवा ने सीईओ से कहा, मजबूत करें रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम
1 min readनोएडा, 12 मई।
फोनरवा ने नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी को पत्र लिखकर पूरे शहर में बरसात का सीजन शुरू होने से पहले उचित जल संचयन प्रणाली व दीर्घकालिक योजना और कार्यान्वयन की मांग की है।
फोनरवा के महासचिव के के जैन ने कहा कि गर्मी के मौसम में और विशेषकर गंगाजल नहर की सफाई के समय नोएडा शहर में पानी की समस्या हो जाती है। भूमिगत जल के स्रोत की उपलब्धता कम होने के कारण नोएडा शहर के निवासियों को गंगाजल की सप्लाई पर ही निर्भर रहना पड़ता है।
जनपद में पारंपरिक जल स्रोत खत्म होते जा रहे हैं ।इसके चलते बारिश का पानी भी एकत्र नहीं हो पाता है। साथ ही भूमिगत जल का लगातार दोहन हो रहा है। इससे जलस्तर लगातार गिर रहा है। जनपद में औसतन हर वर्ष में 1.79 मीटर से अधिक जल स्तर नीचे जा रहा है । नोएडा में तो कई जगहों पर भूजल 30 मीटर यानी 98 फुट नीचे मिल रहा है पिछले 20 साल में यह औसत करीब 15 से 20 मीटर थी जो लगातार हर साल बढ़ती ही जा रही है यमुना किनारे शहर के लिए पानी निकालने को लगाए गए कई रेनीवेल और शहर में लगे ट्यूबवेल भी जलस्तर गिरने के कारण काम करना बंद कर चुके हैं इनको दोबारा चालू करवाना पड़ रहा है।
अभी हाल ही में हॉर्टिकल्चर एवं जल एवं सीवर विभाग के अधिकारियों के साथ विभिन्न सेक्टरों की आरडब्ल्यूए के पदाधिकारियों की बैठक हुई थी जिसमें सेक्टर में पानी के भराव और वहां पर रैन वाटर हार्वेस्टर सिस्टम लगाने की मांग की गई थी ।इसके अलावा कई सेक्टरों में रैनी वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम काम नहीं कर रहे हैं और उनको ठीक करने की भी मांग की गई थी परंतु उन पर पूरी तरह से अभी तक कार्रवाई नहीं हुई है।
भूजल स्तर में गिरावट और जलवायु परिस्थितियों में उतार चढ़ाव के साथ-साथ पानी की बढ़ती कमी के प्रतिकूल प्रभावों को कम करने के लिए, वर्षा जल का संचयन व बरसात के दिनों में सेक्टरों में पानी भराव और सबसे विशेष रूप से पानी की कमी वाले क्षेत्रों में पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक है कि नोएडा शहर में अधिक से अधिक रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाऐ जाए।
फोनरवा ने सीईओ नोएडा से कहा है कि उपरोक्त को ध्यान में रखते हुए बरसात के मौसम शुरू होने से पहले नोएडा शहर के बड़े पार्कों, बारातघर तथा अन्य उपयुक्त स्थानों पर रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाया जाए। इसके अलावा पूर्व में बने रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम की सफाई आदि करवाकर उनको क्रियाशील बनाया जाए।
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