ग्रेटर नोएडा के किसान आंदोलन में तेवर हुए आक्रामक, 12 सितंबर को प्राधिकरण कार्यालय करेंगे बन्द
1 min readग्रेटर नोएडा, 29 अगस्त।
किसान सभा ने 12 सितंबर को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के दोनों गेटों को पूरी तरह बंद करने का ऐलान कर दिया है। मंगलवार को किसान सभा के धरने का 105 वां दिन था। धरने की अध्यक्षता श्यामो ने करी संचालन सतीश यादव ने किया।
किसान सभा के धरने को संबोधित करते हुए किसान सभा के प्रवक्ता डॉक्टर रुपेश वर्मा ने कहा कि प्राधिकरण 10% आबादी प्लाट भूमिहीनो के 40 वर्ग मीटर के प्लाट, नये भूमि अधिग्रहण कानून को लागू करने और रोजगार की नीति को बनाने के अपने आश्वासन से पीछे हट गया है। प्राधिकरण सरकार की ओर से किसानों के साथ मध्यस्थता करने वाले राज्यसभा सांसद सुरेंद्र नागर अपनी जिम्मेदारी से पीछे हट गए हैं किसान सभा के ब्रह्मपाल सूबेदार ने कहा कि सुरेंद्र नागर पार्टी के वरिष्ठ सांसद हैं जिम्मेदारी के पद पर हैं उन्होंने जेल में बंद किसानों से किसानो की समस्याओं को हल करने के वास्ते हाई पावर कमेटी बनवाने का वादा किया था और धरना स्थल पर आकर इसकी घोषणा की थी और उन पर विश्वास करके किसान सभा ने अपने धरने को स्थगित किया था 6 जुलाई को सरकार अपने वादे से मुकर गई परंतु सांसद ने किसानों से किए वादे की कोई परवाह नहीं की पार्टी में सचिव बनने के बाद जगह अपने स्वागत कार्यक्रमों में मशगूल रहे परंतु प्राधिकरण के अधिकारियों पर कोई भी दबाव उन्होंने अपने किए वादों को पूरा करने के बाबत नहीं बनाया जिससे किसानों में भारी आक्रोश है ।
नौजवान किसान नेता मोहित नागर ने सांसद पर वादा खिलाफी का आरोप लगाया और उनके द्वारा किए वादे को किसानों के साथ धोखा बताया मोहित नागर ने ऐलान किया कि हम पूरे क्षेत्र के नौजवान सांसद की वादा खिलाफी और सांसद द्वारा किए गए धोखे का पर्दाफाश करेंगे और 12 सितंबर को प्राधिकरण के दरवाजे बंद करने का काम करेंगे इस बीच नौजवान जबरदस्त प्रचार करते हुए मोटरसाइकिल रैली भी पूरे क्षेत्र में निकालेंगे आज किसान सभा के धरने को जय जवान जय किसान संगठन के नेता सुनील फौजी ने संबोधित करते हुए ऐलान किया कि लड़ाई आर पार की है किसान प्राधिकरण के दरवाजे तभी खोलेंगे जब किसानों की समस्याएं पूरी तरह हल हो जाएंगी संसद को अपने किए वादे को लेकर कोई पछतावा नहीं है उनके किसानों के प्रति कोई भी सहानुभूति और संवेदनशीलता नहीं है यदि वह जरा भी संवेदनशील होते तो जरूर किसानों से माफी मांग लेते।
आज धरने को सूबेदार ब्रह्मपाल हरेंद्र खारी गवरी मुखिया सुरेश यादव सुरेंद्र यादव यतेंद्र मैनेजर सुंदर प्रधान गंगेश्वर दत्त शर्मा महिला समिति की नेता गुड़िया तिलक देवी पूनम देवी गीता भाटी जोगेंदरी संतरा विमलेश डॉक्टर गजेंद्र महेश प्रजापति शेखर प्रजापति दुष्यंत सेन मोनू मुखिया प्रशांत भाटी अभय भाटी सुशांत भाटी संदीप भाटी संजय नागर नरेंद्र भाटी मनोज प्रधान सुरेंद्र भाटी पप्पू ठेकेदार मनवीर भाटी मुकुल यादव अंकित यादव महाराज सिंह प्रधान भी धीरज सिंह भाटी संतराम बाबूजी सत्येंद्र खारी जयपाल भाटी मदनलाल भाटी मोहित यादव मोहित भाटी ने संबोधित किया और सैकड़ो की संख्या में किसान उपस्थित रहे।
6,672 total views, 2 views today