ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अफसरों के रवैये से नाराज उद्यमियों ने सभागार छोड़ा
1 min readग्रेटर नोएडा, 27 अक्टूबर।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने नोएडा और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में काम करने वाले उद्यमी संगठनों को समस्याओं पर विचार करने के लिए शुक्रवार को अपने कार्यालय में बुलाया। इसके लिए प्राधिकरण की तरफ से बाकायदा पत्र जारी किया गया। मुख्य कार्यपालक अधिकारी के अनुरोध पर कई उद्यमी पहुंचे और उन्होंने सभागार में बैठकर इंतजार किया। इसके बाद भी कोई अफसर मीटिंग में नहीं पहुंचा। नाराज उद्यमी सभागार से उठकर चले आए। यह उन उद्यमियों के साथ एक मजाक है जो नोएडा ग्रेटर नोएडा में हजारों लोगों को रोजगार दे रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश के बावजूद ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों का उद्यमियों के प्रति रवैया चौंकाने वाला है।
उल्लेखनीय है कि उद्योग बंधू की बैठक में जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने विभिन्न विभागों की शिकायतों को देखते हुए संबंधित अधिकारियों से कहा था कि वह अपने-अपने विभागीय कार्यालय में उद्यमियों की बैठक बुलाकर उनकी समस्याओं का समाधान करें क्योंकि उद्योगबंधू की बैठक में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की बहुत सारी शिकायत आ रही थी इसी कड़ी में 27 अक्टूबर शुक्रवार को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की तरफ से विभिन्न औद्योगिक संगठनों को पत्र भेजा गया था इस पत्र में महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा के लिए प्राधिकरण कार्यालय में आमंत्रित किया गया था और इसके लिए शुक्रवार शाम 3:00 का समय निर्धारित किया गया था।
नोएडा एंटरप्रेन्योर एसोसिएशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष मुकेश कक्कड़ ने बताया कि सभी उद्यमी 2:45 बजे पर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की सभागार में पहुंच गए थे और 3:20 तक सभी उद्यमी प्राधिकरण के अफसरों का इंतजार करते रहे मगर कोई अफसर नहीं आया। यह जानकारी जरूर मिल गई थी कि सीआईए इस समय या नहीं है उनकी जगह एडिशनल सीईओ या कोई भी वरिष्ठ अधिकारी मीटिंग अटेंड करेगा लेकिन कोई नहीं आया आखिरकार नाराज उद्यमी सभागार छोड़कर चले गए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों का यह रवैया चौंकाने वाला है। वह तब है जब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ निवेशकों को आमंत्रित करने के लिए दुनिया के कई देशों में गए और पूरे प्रदेश का 26% गौतम बुद्ध नगर में निवेश होना है ऐसे में स्थानीय उद्योगों के साथ ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों का व्यवहार चिंताजनक है।
उधर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के ओएसडी सौम्य श्रीवास्तव का कहना है कि कई उद्यमी निर्धारित समय से काफी पहले आ गए थे और वे सभागार में सवा तीन बजे पहुंचे थे। उससे पहले ही उद्यमी जा चुके थे। उन्हें लंच की वजह से देर हुई।
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