ग्रेटर नोएडा में किसान सभा की महापंचायत में आ रहे किसान की हार्ट अटैक से मौत, दिल्ली कूच की रणनीति तैयार
1 min readग्रेटर नोएडा, 7 फरवरी।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर धरने में शामिल होने आ रहे किसान राजवीर सिंह की हृदय गति रुकने से मौत हुई। हजारों की संख्या में किसानों ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर नौवें दिन महापंचायत में हिस्सा लिया। पहले से घोषित 8 फरवरी को सभी शामिल किसान संगठनों ने संसद मार्च के लिए हुंकार भरी। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर अखिल भारतीय किसान सभा के नेतृत्व में नौंवे दिन हजारों की संख्या में किसानों ने महापंचायत में हिस्सा लिया महापंचायत की अध्यक्षता चंद्रमल प्रधान पतवारी ने की, संचालन जगबीर नंबरदार ने किया।
महापंचायत के संचालन के 2 घंटे उपरांत सूचना मिली कि धरनारत किसान राजवीर सिंह निवासी ग्राम जुनपत जो किसान सभा के उपाध्यक्ष अजब सिंह भाटी के चाचा थे धरने के लिए आ रहे थे अचानक उनके सीने में दर्द हुआ परिवारजन अस्पताल लेकर पहुंचे तो डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। सूचना प्राप्त होने पर धरना रत किसानों ने 2 मिनट का मौन धारण कर दिवंगत आत्मा को अपने श्रद्धांजलि प्रकट की।
किसान सभा के संयोजक वीर सिंह नागर ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि किसानों ने बहुत पीड़ा सह ली अब और नहीं सहेंगे संसद के बजट सत्र के दौरान ही 8 फरवरी को हजारों की संख्या में संसद के लिए मार्च करेंगे भारतीय किसान परिषद के सुखबीर खलीफा ने किसानों का आह्वान करते हुए कहा कि हमें हर हाल में 10 परसेंट के मुद्दे को चुनाव से पहले हल करना है। किसान सभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हन्नान मौला ने कहा कि यह सरकार किसान विरोधी है किसानों को पक्का मोर्चा लगाकर ही सफलता मिलेगी। किसान सभा के हापुड़ के प्रभारी टीकम नागर ने कहा कि पूरे हापुड़ और गाजियाबाद जिले के किसान संसद मार्च में हिस्सा लेंगे सिस्टम सुधार संगठन के आगरा से आए अंशुमान ठाकुर ने कहा कि हम पूरी तरह ग्रेटर नोएडा नोएडा के किसानों के साथ हैं।
जय जवान जय किसान संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील फौजी ने कहा कि नये कानून को लागू नहीं करना किसानों के साथ बहुत बड़ा धोखा है प्राधिकरण से प्रस्ताव पास होकर शासन को गया है हर हाल में लागू कराकर छोड़ेंगे। किसान सभा के जिला अध्यक्ष डॉक्टर रुपेश वर्मा ने संबोधित करते हुए कहा कि सरकार के इशारे पर पुलिस किसानों की समस्या हल करने के किसानों को गांव में जाकर धरने में आने से रोकने का कार्य कर रही है यह कार्य संविधान में दिए गए बुनियादी अधिकारों के खिलाफ है पुलिस का काम है नागरिकों के बुनियादी अधिकारों की रक्षा करना पुलिस के अधिकारियों ने संविधान की कसम खाकर नौकरी पाई है ऐसे में संविधान के खिलाफ जाकर अधिकारी संविधान का ही उल्लंघन कर रहे हैं वह किसी सरकार के नौकर नहीं है बल्कि वह कानून के नौकर हैं और उन्हें अपनी हर कार्रवाई कानून के अनुसार करनी चाहिए।
एनटीपीसी के किसानों के नेतृत्व कर रहे हैं मनमेंदर ने कहा कि किसानों का हक देने के बजाय उन्हें दबाने की कोशिश हो रही है किसान दबे नहीं है ना कभी दबेंगे भले ही सरकार किसानों के कितनी भी हक मारी कर ले किसान हर हाल में जीत कर ही दम लेंगे आज के धरने को सपा के वरिष्ठ नेता राजकुमार भाटी समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष सुधीर भाटी भारतीय किसान यूनियन के जितेंद्र भाटी ओमपाल भाटी राजकुमार सिंह डॉक्टर फकीरचंद गबरी मुखिया सुरेश यादव निरंकार प्रधान विनोद सरपंच मोहित भाटी मोहित यादव मोहित नागर प्रशांत भाटी अमित भाटी सुशील सुनपुरा संजय भाई किरणपाल भारतीय किसान यूनियन स्वतंत्रता के राष्ट्रीय अध्यक्ष तरुण शर्मा भारतीय वीर दल के विजय कसाना डॉ बबली, नितिन प्रधान किसान सभा के सहसंयोजक सुशील प्रधान अध्यक्ष यशपाल भाटी संजय भाटी राजू भाटी कृष्ण पाल भाटी देवेंद्र भोगपुर अजब सिंह लुक्सर जोगिंदर प्रधान सिरसा पप्पू ठेकेदार खानपुर मनवीर भाटी खानपुर सुरेंद्र भाटी खानपुर जितेंद्र मैनेजर निशांत रावल घोड़ी भोजराज रावल तेजपाल प्रधान हिरदेश शर्मा विजेंद्र नागर भीम सिंह प्रधान अजब सिंह सलारपुर संदीप भाटी सुशांत भाटी सुरेंद्र यादव मुकुल यादव अंकित यादव पूनम देवी तिलक देवी गीता देवी रीना देवी जोगेंद्री देवी मीनू देवी राजेश देवी रईसा बेगम आशा यादव गुड़िया रेखा चौहान कमलेश देवी एवं अन्य हजार महिला पुरुष किसानों ने हिस्सा लिया।
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